गीतांजली मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल में उदयपुर निवासी मात्र 8 दिन के नवजात का अनुभवी डॉक्टर्स की टीम ने कार्डियक सेंटर में अत्याधुनिक चिकित्सा तकनीक का उपयोग करते हुए सफल उपचार कर स्वस्थ जीवन प्रदान किया गया। इस इलाज को सफल बनाने वाली टीम में कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. रमेश पटेल, डॉ. दिलीप जैन, डॉ. जय भारत व नियोनेटोलॉजिस्ट डॉ सुशील गुप्ता व टीम शामिल है|
विस्तृत जानकारी:
8 दिन का नवजात टेट्रालजी ऑफ़ फैलेट (टी.ओ.एफ़) से पीड़ित था, यह जन्मजात हृदय दोष के रूप में जाना जाता है। टेट्रालजी ऑफ़ फैलेट दिल से जुड़ी एक बीमारी है जिसकी वजह से बच्चे का दिल ठीक से विकसित नहीं हो पाता|
8 दिन के नवजात के शरीर में ऑक्सीजन स्तर तेजी से कम हो रहा था, ऐसी अवस्था में बच्चे को अन्य अस्पताल से रेफर करके गीतांजली हॉस्पिटल लाया गया| नवजात का ऑक्सीजन का स्तर 30% था, और उसके शरीर में संक्रमण भी फ़ैल रहा था , ओपन हार्ट सर्जरी के लिए रिस्क बहुत अधिक था, ऐसी स्थिति में डॉक्टर्स की टीम ने निर्णय लिया कि बच्चे के पीडीए आर्टरी को स्टेंट करके खोल दिया जाए तो नवजात की जान बच सकती है|
डॉक्टर्स की टीम द्वारा मात्र 30 मिनट में नवजात के स्टेंटटिंग की गयी जिससे बच्चे के ऑक्सीजन स्तर में सुधार आ गया| डॉ रमेश पटेल ने बताया कि स्टेंटटिंग के पश्चात् नवजात को नियोनेटोलॉजिस्ट डॉ सुशील गुप्ता की देखरेख में एनआईसीयू में रखा गया और नवजात की आक्रामक देखभाल की गई, जिस वजह से नवजात को स्वस्थ जीवन मिला|
गीतांजली हॉस्पिटल एक टर्शरी केयर मल्टी सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल है यहाँ के ह्रदयरोग व नवजात शिशु इकाई में सभी एडवांस तकनीके व संसाधन उपलब्ध हैं जिससे जटिल से जटिल समस्याओं का निवारण निरंतर रूप से किया जा रहा है।
गीतांजली हॉस्पिटल के पिछले 15 वर्षों से सतत रूप से हर प्रकार की उत्कृष्ट एवं विश्व स्तरीय चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध करा रहा है एवं जरूरतमंदों को स्वास्थ्य सेवाएं देता आया है।
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