दीपावली के पर्व हर साल कि तरह इस साल भी शहर के प्रसिद्ध लक्ष्मी मंदिर में 3 दिन विशेष पूजा अर्चना और दर्शन कि व्यवस्था की गई हैं। दीपावली के पर्व के मद्दे नजर मंदिर पर हज़ारो श्रद्धांलो दर्शन करने और अपने दिलों कि मनोकामना लेकर माता के मंदिर में आते हैं, यहीं नही शहर के रावजी का हाटा इलाके में बने इस लक्ष्मी मंदिर का ऐतिहासिक महत्व भी हैं।
श्रीमाली जाती सम्पति वयवस्था ट्रस्ट के सेकेट्री गोपी कृष्ण श्रीमाली ने बताया कि माता लक्ष्मी के इस मंदिर कों करीब 400 साल पहले बनाया गया था। इसका निर्माण महाराणा जगत सिंह द्वारा बनवाये गए जगदीश मंदिर के बचे हुए पत्थरो से किया गया था, उन्होने कहा कि मंदिर के निर्माण के बाद महाराणा ने इस मंदिर कों श्रीमाली समाज कि कुलदेवी होने के नाते श्रीमाली समाज कों सौंपा था तभी से समाज द्वारा इस मंदिर में पूजा अर्चना कि जा रही हैं।
श्रीमाली ने बताया कि इस साल 22 अक्टूबर कों धनतेरस,23 अक्टूबर कों रूप चौदस 24 अक्टूबर कों दीपावली और 29 तारीख कों अन्नकूट मनाया जाएगा।उन्होंने बताया कि इस साल भी दर्शन के लिए व्यवस्था सुचारु रखने के लिए महिला और पुरुषों के लिए अलग अलग विंग बनाई गई हैं जो इस बात का विशेष रूप से ध्यान रखेगी कि वहां लोगों कों भीड़ जमा ना हों और इसी के लिए महिला और पुरुषो के लिए अलग अलग रास्ता बनाया गया हैं।
To join us on Facebook Click Here and Subscribe to UdaipurTimes Broadcast channels on GoogleNews | Telegram | Signal