हिन्दुस्तान जिंक में खदानों में नेतृत्व कर रही हैं महिलाएं

हिन्दुस्तान जिंक में खदानों में नेतृत्व कर रही हैं महिलाएं

देश की अग्रणी खनन कंपनी हिन्दुस्तान जिंक की माइंस संचालन में महिलाएं बन रही मुखिया

 
HZL

महिलाओं को समान अवसर सुनिश्चित करना कंपनी की प्राथमिकता में - 5.2 प्रतिशत नेतृत्व पदों एवं 18.9 प्रतिशत विविधता अनुपात

हिन्दुस्तान जिंक की लैंगिक समान नीतियां यह सुनिश्चित करती हैं कि महिलाओं के दृष्टिकोण को सुना जाए, उनका सम्मान कर उन्हें निष्पक्ष रूप से लागू किया जाए। कंपनी नेतृत्व की स्थिति में 18.9 प्रतिशत लिंग विविधता अनुपात और 5.2 प्रतिशत लीडरशिप अनुपात के साथ खनन उद्योग में महिलाओं का समर्थन करती है। हिंदुस्तान जिंक किसी भी कंपनी की सफलता और विकास में विविधता और समान अवसर के महत्व में दृढ़ विश्वास रखती है और इसे अपनी मानव संसाधन प्रबंधन रणनीति के मूलभूत आदर्शों में से एक बना दिया है। कंपनी महिलाओं के दृष्टिकोण को सामने लाने के महत्व को स्वीकार करती है और उस उद्देश्य के लिए कई नीतियों और प्रथाओं को लागू किया है। कंपनी यूनाइटेड नेशन्स एंटिटी फॉर जेंडर इक्वलिटी एंड द एम्पावरमेंट ऑफ वीमेन (यूएन वूमेन) द्वारा यूनाइटेड नेशंस ग्लोबल कॉम्पेक्ट के सहयोग से विकसित और वितरित महिला अधिकारिता सिद्धांतों के लिए समर्पित है।

हिंदुस्तान जिंक में विपणन, सीएसआर, आपूर्ति श्रृंखला और रसद, और संचार जैसे कई विभागों में महिलाएं महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। कंपनी में लगभग 15 प्रतिशत महिलाएं कार्यकारी कर्मियों के रूप् में कार्य करती हैं। महिलाओं के रोजगार और अनुसंधान के अवसर बढ़े हैं और व्यापक हुए हैं क्योंकि सरकार ने खदानों में महिलाओं के प्रवेश पर प्रतिबंध हटा दिया है, जिससे महिला इंजीनियरों और भूवैज्ञानिकों को भूमिगत खदानों में काम करने की अनुमति मिल गई है।

महिला कर्मचारियों की संख्या को मजबूत करने और अधिक महिलाओं को प्रोत्साहित करने के लिए विभिन्न इनिशियेटिव लागू किए गए, जिसके परिणामस्वरूप पहली महिला खनन इंजीनियरों की भर्ती जैसी उपलब्धियां हिंदुस्तान जिंक को मिलीं। हिंदुस्तान जिंक की जावरमाला माइन की अंडरग्राउंड माइन मैनेजर संध्या रासकतला और हिंदुस्तान जिंक की कायड माइन में प्लानिंग एंड डेवलपमेंट की हेड योगेश्वरी राणे दोनों को अप्रतिबंधित श्रेणी में योग्यता का फर्स्ट क्लास माइन मैनेजर सर्टिफिकेट प्रदान किया गया। 

कंपनी के डायवर्सिटी मेंटरिंग प्रोग्राम का उद्देश्य महिला प्रोफेशनल्स का समर्थन करना है। महिला प्रोफेशनल्स को पदोन्नत करने, संगठनात्मक परिवर्तन के लिए मुकाबला प्रणाली विकसित करने और आत्म विकास में महिलाओं का समर्थन कर प्रतिभावान महिलाओं का एक पूल तैयार करना है। कार्यक्रम के पहले चरण में 168 महिला प्रोफेशनल्स को कंपनी में 108 उच्च रैंकिंग लीडर्स द्वारा पहचान कर उनका मार्गदर्शन किया गया। 

हिन्दुस्तान जिंक अपनी कंपनी के भीतर और स्टेकहोल्डर्स से जुड़े सभी संगठनों में नियमित अभ्यास के रूप् में विविधता को बढ़ावा देने के लिए अपने प्रचार, भर्ती, प्लेसमेंट, भेदभाव या रोजगार सम्बन्धी किसी भी मुद्दे पर भेदभाव नहीं करने का विश्वास दिलाता है। कर्मचारी का कार्य और विशेषज्ञता पारिश्रमिक के लिए एकमात्र मानदंड के रूप् में कार्य करता है। 

हिंदुस्तान जिंक कंपनी के भीतर और उसके सहयोगी समुदायों के बीच विविधता और समावेशन का समर्थन करने पर केंद्रित है। वित्त वर्ष 2011 में, कार्यकारी कार्यबल में महिलाएं 6 प्रतिशत थीं और वित्त वर्ष 2021 के अंत तक यह संख्या 15 प्रतिशत थी। कंपनी में सभी स्तरों और पदों पर बढ़ता महिला कार्यबल हिंदुस्तान जिंक की डायवर्सिटी एंड इंक्लूजन पॉलिसी कंपनी को उसके विविधता लक्ष्यों को पूरा करने से रोकने वाली असमानता को खत्म करने के लिए आवश्यक एजेंडा, समर्थन तंत्र और कार्यों के दायरे को निर्धारित करने, व्यवस्थित करने, योजना बनाने और लागू करने में सहायता करती है। 

स्वस्थ और स्वच्छ कार्य वातावरण के लिए अपनी मूलभूत मांगों को पूरा करते हुए महिलाओं को अपनी जिम्मेदारियों को प्रभावी ढंग से पूरा करने में मदद करने के लिए उत्कृष्ट ऑन-साइट चिकित्सा सेवाएं, चाइल्ड डेकेयर सुविधाएं, टॉयलेट, आवासीय बस्तियां और अन्य सुविधाएं उपलब्ध हैं। इन विशेषताओं के परिणामस्वरूप हिन्दुस्तान जिंक में मातृत्व अवकाश के बाद काम पर लौटने वाली महिला प्रोफेशनल्स का अनुपात सर्वाधिक है। यह उस सहजता का उदाहरण है जिसके साथ महिला प्रोफेशनल्स अपने काम और व्यक्तिगत जिम्मेदारियों और प्रतिबद्धताओं को संतुलित कर सकती है।

एक नवीनतम अध्ययन के अनुसार हिन्दुस्तान जिंक में 401 महिला कर्मचारी कार्यकारी और गैर कार्यकारी पदों पर हैं। इनमें अकाउंटिंग में 10.78 प्रतिशत पूर्णकालिक कर्मचारी, शीर्ष प्रबंधन पदों पर 9.46 प्रतिशत, संचालन और रखरखाव में 11.2 प्रतिशत और कार्यों को सक्षम बनाने में 33.7 प्रतिशत शामिल हैं। खनन में एसेट इंटीग्रिटी, माइन ओएंडएम (ऑपरेशन एंड मेंटेनेंस), और मिल ओएंडएम में काम करने वाली कुल कार्यबल में महिलाओं का 9.4 प्रतिशत है जबकि स्मेल्टर एसेट इंटीग्रिटी, स्मेल्टर ऑपरेशन, लैब आदि कार्यों में कुल कार्यबल में महिलाओं का 14.5 प्रतिशत हिस्सा है। वर्तमान में हिन्दुस्तान जिंक में एसटीईएम से सम्बन्धित भूमिकाओं में महिलाएं 70 प्रतिशत काम करती हैं।

साथ ही सक्रिय सुरक्षा कार्यबल में महिलाओं की संख्या 35% है और कार्यान्वयन में क्वालिटी चेक्स एवं कार्य की प्रक्रिया में महिलाओं की हिस्सेदारी 46 प्रतिशत है। इन आंकड़ों के बढ़ने का अनुमान है क्योंकि कंपनी महिला प्रोफेशनल्स को प्रोत्साहित करने और उनका पोषण करने के लिए नए और अभिनव इनिशियेटिव करती रहती है।

To join us on Facebook Click Here and Subscribe to UdaipurTimes Broadcast channels on   GoogleNews |  Telegram |  Signal