छाबड़ा जनक्रांति मंच की संयोजक पूजा छाबड़ा ने कहा कि देश और युवा पीढ़ी के सर्वांगीण विकास के लिए शराबबंदी आवश्यक है। उन्होंने कहा कि समाजसेवी गुरुशरण छाबड़ा ने राजस्थान प्रदेश में शराबबंदी के लिए मुहीम शुरू की थी। लेकिन सरकारों ने आमजन की परवाह नहीं कर शराबबंदी नहीं की। इसके कारण युवा, मजदूर वर्ग नशावृति की और बढ़ रहा है। नशावृति के कारण प्रदेश में होने वाली मौतों का आंकड़ा भी बढ़ रहा है। उन्होंने उपस्थित जनसमुदाय से शराबबंदी मुहिम का समर्थन माँगा। पूजा छाबड़ा ने बताया कि मंच द्वारा प्रदेश के विभिन्न गांव, ढाणियो और कस्बो में जाकर लोगों को नशामुक्ति के लिए प्रेरित करने के साथ शराबबंदी के लिए समर्थन जुटाया जा रहा है। इस दौरान सरपंच अविनाश मीणा, जनक्रांति मंच युवा प्रदेश सचिव विपिन जोशी, छाबड़ा जनक्रांति मंच युवा मोर्चा हिंडौन जिलाध्यक्ष बबलेश मीणा, गुर्जर समाज के युवा नेता संजय हरसाना समेत कई लोग मौजूद थे। सरकार लगाए पाबन्दी – छाबड़ा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नोटबंदी की तारीफ करते हुए कहा कि जिस तरह से सरकार ने रातो रात नोटबंदी का अच्छा फैसला लिया था उसी प्रकार शराबबंदी का भी फैसला लेकर देश को उन्नति की राह पर ले जाएं। बिहार में शराबबंदी, राजस्थान में क्यों नही – श्रीमती छाबड़ा ने कहा कि जिस प्रकार से बिहार पिछड़ा राज्य होते हुए शराबबंदी कर सकता है तो राजस्थान क्यों नहीं कर सकता। जंहा बिहार में शराबबंदी से पूर्व मौत का ग्राफ बढ़ रहा था वहीँ आज शराबबन्दी के बाद इसमें कमी आई है।