और 12 साल बाद दुश्मनी भूल गले मिले पड़ौसी


और 12 साल बाद दुश्मनी भूल गले मिले पड़ौसी

राज्य सरकार के निर्देशानुसार जिले में आयोजित हो रहा न्याय आपके द्वार अभियान न सिर्फ लंबित राजस्व प्रकरणों के निस्तारण का जरिया बना हुआ है अपितु इसके माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में छोटे.छोटे विवादों से उपजे मनमुटाव दूर होकर सामाजिक सौहार्द्र का माहौल भी बन रहा है।

 

और 12 साल बाद दुश्मनी भूल गले मिले पड़ौसी

राज्य सरकार के निर्देशानुसार जिले में आयोजित हो रहा न्याय आपके द्वार अभियान न सिर्फ लंबित राजस्व प्रकरणों के निस्तारण का जरिया बना हुआ है अपितु इसके माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में छोटे.छोटे विवादों से उपजे मनमुटाव दूर होकर सामाजिक सौहार्द्र का माहौल भी बन रहा है।

एक ऐसा ही प्रकरण बुधवार को उदयपुर जिले के वल्लभनगर उपखण्ड क्षेत्र के नवानिया गांव में न्याय आपके द्वार अभियान के तहत आयोजित राजस्व लोक अदालत में निबटा जिसके तहत 12 वर्षों से दो पड़ौसियों के बीच भूमि विवाद से संबंधित वाद चंद मिनटों की समझाईश से निबट गया और दोनों पक्षों ने एक दशक से अधिक के मानसिक क्लेश से मुक्त होने की खुशी को गले मिलकर व्यक्त किया।

प्रकरणानुसार नवानिया गांव में पास.पास रहने वाले नारायण और नाथूलाल के बीच मौके की जमीन को लेकर विवाद था और पिछले 12 वर्षों से इससे संबंधित वाद चल रहा था। राजस्व अदालत के आयोजन की जानकारी पर दोनों पक्ष उपखण्ड अधिकारी मुकेश पटेल के पास पहुंचे और वाद की जानकारी देते हुए इनके निस्तारण का आग्रह किया।

उपखण्ड अधिकारी ने खातेदारी अधिकार की घोषणा और स्थायी निषेधाज्ञा के इस प्रकरण का गहनता से अध्ययन करते हुए पाया कि यह प्रकरण राजस्व मण्डल से भी पुनः सुनवाई के लिए आया हुआ है। बस फिर क्या था। दोनों पक्षों की दलीलों को सुना गया। समझाईश की और राजीनामा होने पर जमीन के आपसी विनिमय के माध्यम से 12 वर्ष पुराने वाद का निस्तारण किया गया। वाद का निस्तारण होने पर वर्षों से जिस प्रकरण को लेकर दोनों पड़ौसियों में जो मनमुटाव था वह भी खत्म हो गया और दोनों परिवारों में आई दिलों की दूरियां भी मिट गई।

नारायण और नाथूलाल मानसिक रूप से इतने खुश नज़र आए कि दोनों ने उपखण्ड अधिकारी के समक्ष गले मिलकर अपनी खुशी जताई तो मौजूद अधिकारी व ग्रामीण भी अभियान की सफलता से गद्गद् नज़र आए।

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