श्रेष्ठतम बनाने के होंगे प्रयास
श्री कटारिया ने इस अवसर पर कहा कि फिश एक्वेरियम को और बेहतरीन बनाने की दिशा में धन एवम गुणवत्ता में कोई कमी नहीं आने दी जाएगी।उदयपुर में आने वाला पर्यटक यहां की सुनहरी यादें लेकर जाए इसके लिए नगर निगम, यूआईटी व आमजन के सहयोग से सभी साझा एवं समग्र प्रयास किए जाएंगे।
विभूति पार्क का मार्ग प्रशस्त
श्री कटारिया ने कहा कि लंबे अरसे से रुका हुआ विभूति पाक अब मूर्त रुप ले सकेगा। कानूनी तौर पर यहां मूर्तियां लगाने के कार्य को हरी झंडी मिल गई है । उन्होंने बताया कि स्वाधीनता आंदोलन में सराहनीय योगदान देने वाले विजय सिंह पथिक, गोविंद गुरु, केसरीसिंह बारहठ जैसी विभूतियों की मूर्तियां यहां लगाना प्रस्तावित है।
आयड़ सौदर्यीकरण बड़ी उपलब्धि
गृह मंत्री ने कहा कि उदयपुर में लंबे समय से लंबित आयड़ नदी सौदर्यीकरण का बड़ा कार्य अब शुरू होने के बाद 1 सप्ताह में ही उत्साहजनक परिणाम दिखने लगे हैं। देवास तृतीय एवं चतुर्थ चरण को भी मूर्त रूप देकर आयड़ के वर्षपर्यंत बहने का सपना साकार करने के लिए भी प्रभावी प्रयास किए जाएंगे।
विकास के क्षेत्र में अग्रणी होगा उदयपुर
श्री कटारिया ने कहा कि उदयपुर विकास के आधार पर निश्चय ही विश्व का नंबर वन शहर बनेगा। उन्होंने 10 करोड़ का साइंस पार्क, खेलगांव में कंवेंशन हॉल, क्रिकेट मैदान निर्माण, मल्टीपर्पज स्टेडियम, अहमदाबाद से दिल्ली सीधा रेल मार्ग अजमेर भीलवाड़ा उदयपुर रेलवे इलेक्ट्रिफिकेशन, रेलवे अंडरपास, ओवर ब्रिज सहित कई उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि आगामी दिसंबर 2000 तक सभी कार्य उदयपुर को विकास के क्षेत्र में सिरमौर बनाएंगे ।
उन्होंने कहा कि वह वन विभाग को शीघ्र ही 15 करोड़ की राशि सरकार से मिलेगी जिससे पहाड़ियों की फेंसिंग, वृक्षारोपण वन एवं पर्यावरण के संरक्षण का मार्ग प्रशस्त होगा। उदयपुर ग्रामीण विधायक फूलसिंह मीना ने कहा कि फिश एक्वेरियम से जहां पर्यटकों की आवाजाही बढ़ेगी वहीं राजस्व अर्जन से विकास एवं सौंदर्यीकरण के कार्यों का मार्ग प्रशस्त होगा। उदयपुर मेयर चन्द्रसिंह कोठारी ने कहा कि स्वच्छ,स्वस्थ स्मार्ट उदयपुर के लक्ष्य को लेकर नगर निगम व नगर विकास न्यास अग्रणी प्रयास कर रहे हैं उन्होंने स्वच्छता के संकल्प को पूरा करने के लिए सहयोग की महती आवश्यकता बताई ।
रात्रिकालीन पर्यटन की कमी होगी पूरी
नगर विकास प्रन्यास के अध्यक्ष रविंद्र श्रीमाली ने कहा कि फिश एक्वेरियम की स्थापना से रात्रिकालीन पर्यटन की ओर कदम बढ़ाया गया है। उन्होंने उदयपुर के सुनियोजित विकास एवं पर्यटकों को पूर्ण सूकून के प्रयासों का भरोसा दिलाया। स्वागत उद्बोधन में संचालक एजेंसी के कैलाश खंडेलवाल ने बताया कि एक्वेरियम का कार्य 4 माह पूर्व ही पूरा कर दिया गया है द्वितीय चरण में डिजिटल डिजिटल वर्ल्ड , कैफेटेरिया आदि के आधार पर इसे वर्ल्ड क्लास स्तर पर लाने की योजना है वर्तमान में यहां 156 जातियों की मछलियां प्रदर्शित की गई है।
नगर विकास प्रन्यास सचिव रामनिवास मेहता ने कहा कि बढ़ती आबादी के दौर में उदयपुर के प्राकृतिक स्थलों को बेहतर बनाने एवं हरीतिमा को संरक्षित करने के प्रयास किए जा रहे हैं उन्होंने फिश एक्वेरियम के बारे में बताया कि प्रन्यास ने सवा दो करोड़ रुपए की लागत से इसे किया है जिसे सवा दो लाख प्रतिमाह के कांट्रेक्ट पर दिया गया है। यह एक्वेरियम सौ रुपए प्रति व्यक्ति टिकट पर सुबह 8:00 से रात्रि 11:00 बजे तक आमजन के अवलोकनार्थ उपलब्ध रहेगा। इस अवसर पर समाजसेवी एवं पार्षद गजेंद्र जैन, अतुल चंडालिया, एमपीयूएटी के कुलपति उमाशंकर शर्मा, अधिशासी अभियंता मुकेश जानी सहित बड़ी संख्या में गणमान्य लोग एवं शहरवासी मौजूद थे।