भागवत कथा मे है भगवान से सीधे बात करने का मोबाईल नंबर – हरिराय बावाश्री


भागवत कथा मे है भगवान से सीधे बात करने का मोबाईल नंबर – हरिराय बावाश्री

श्रीमद् भागवत कथा भगवान का वाणी स्वरूप है। भागवत कापूर्ण भाव से श्रवण कर लिया जाये तो मानों भगवान से सीधे मोबाइल पर बात करली और सीधे उनसे सम्पर्क हो गया। श्रीमद् भागवत के 12 स्कन्द, 335 अध्याय, 18 हजार श्लोक और 5 लाख 76 हजार अक्षरों को अगर इस तरह देखा जाये तो 12,335,18,576 यह भागवत के रूप मे भगवान का मोबाईल नंबर है। भागवत मे लिखा एक भी शब्द व्यर्थ नही है इसके हर शब्द मे धर्म और ज

 
भागवत कथा मे है भगवान से सीधे बात करने का मोबाईल नंबर – हरिराय बावाश्री

श्रीमद् भागवत कथा भगवान का वाणी स्वरूप है। भागवत कापूर्ण भाव से श्रवण कर लिया जाये तो मानों भगवान से सीधे मोबाइल पर बात करली और सीधे उनसे सम्पर्क हो गया। श्रीमद् भागवत के 12 स्कन्द, 335 अध्याय, 18 हजार श्लोक और 5 लाख 76 हजार अक्षरों को अगर इस तरह देखा जाये तो 12,335,18,576 यह भागवत के रूप मे भगवान का मोबाईल नंबर है। भागवत मे लिखा एक भी शब्द व्यर्थ नही है इसके हर शब्द मे धर्म और ज्ञान है। श्रीमद् भागवत का महात्मय बताते हुए यह प्रवचन बडौदा कामवन के हरिराय बावाश्री ने उदयपुर जिला वैश्य महासम्मेलन द्वारा आयोजित सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा के प्रथम दिन आरएमवी ग्राउण्ड मे बने श्रीमयी कृष्णधाम मे व्यास पीठ से भक्तों को दिये।

बावाश्री ने कहा कि श्रीमद् भागवत हमारे अन्दर ज्ञान का दीप प्रज्जवलित करती है। श्रीमद् वल्लभाचार्य जी ने कहा है कि सतत् निरन्तर प्रभु का नाम अन्तकरण मे चलते रहना चाहिये। इस धरती पर तीन चीजे नही बदलती अस्तित्व, ज्ञान और आनंद लेकिन रूप और नाम बदलता है, भगवान भी हर युग मे नाम और रूप बदलकर पापों का नाश करने और भक्तों का भला करने धरती पर आते है। चार गाडिय़ा, बंगले होना पूर्ण भागवत कृपा नही है, जिसको भगवान अपना सत्संग दे वह भागवत कृपा है। पहले दिन की भागवत कथा मे महामण्डलेश्वर रासबिहारी शरण शास्त्री, नारायण सेवा संस्थान के संस्थापक अध्यक्ष कैलाश मानव, उद्योगपति वी.के.लाडिया, समाजसेवी चचेल कुमार गोयल, उद्योगपति ओ.पी. अग्रवाल सहित हजारों भक्तगण उपस्थित रहे।

भव्य पोथी यात्रा मे उमड़ा आस्था का सैलाब

भागवत कथा के शुभारंभ से पूर्व तीज का चौक स्थित बाईजीराज का कुण्ड से भव्य पोथी यात्रा निकाली गई। पोथी यात्रा देहलीगेट, बापु बाजार, सुरजपोल और अस्थल मंदिर चौराहा से होकर आरएमवी स्थित श्रीमयी कृष्ण धाम पहुँची। यात्रा के दौरान भक्तों ने भजनों की स्वरलहरियों पर नाचते गाते प्रभु भक्ति का आनंद लिया वही महिलाओं ने सुरजपोल चौराहे पर भागवत भगवान के सम्मुख नृत्य कर आनंद लिया। पोथी यात्रा मे ऊँट गाडीयों पर भगवान श्रीकृष्ण स्वरूप झाँकियों और भागवत पोथी पर यात्रा के मार्ग मे भक्तो ने पुष्प वर्षा कर नमन किया।

श्रीमयी कृष्ण धाम का किया उद्घाटन

यात्रा के श्रीमयी कृष्णधाम पहुँचने पर हरिराय बावाश्री के सानिध्य मे महासम्मेलन के संरक्षक के.के. गुप्ता, अध्यक्ष अनिल नाहर, महामंत्री के.एम. जिंदल, कोषाध्यक्ष प्रकाश चेचाणी, युवा प्रकोष्ठ अध्यक्ष पंकज तोषनीवाल, महिला प्रकोष्ठ अध्यक्ष पिंकी माण्डावत, टीनू माण्डावत सहित महासम्मेलन के पदाधिकारियों ने भागवत कथा के पांडाल श्रीमयी कृष्णधाम का विधिवत उद्घाटन किया।

भागवत का आयोजन सौभाग्य से मिलता है

भागवत के शुभारंभ से पूर्व वैश्य महासम्मेलन के अध्यक्ष अनिल नाहर ने कहा कि भागवत कथा का आयोजन बडे ही सौभाग्य से मिलता है। महासम्मेलन द्वारा एक साल पहले भागवत के आयोजन का निर्णय लिया था जो प्रभु इच्छा से आज पुरा हुआ है। इसके साथ ही यह बडे गर्व की बात है कि इस भागवत मे सिर्फ जैन समाज ही नही बल्कि विभिन्न समाज मिलकर इस आयोजन को सफल बनाने मे जुड़े है।

महासम्मेलन के संरक्षक एवं डूंगरपुर के सभापति के.के. गुप्ता ने कहा कि गंगा को बहते देखा है लेकिन भागवत से भक्तों को गंगा के श्रवण का लाभ मिलता है। गुप्ता ने कहा कि हमे शहर के साथ ही विशेष रूप से धार्मिक स्थानों पर भी सफाई रखनी चाहीये। जहां सफाई रहेगी वहीं भगवान का वास होगा।

To join us on Facebook Click Here and Subscribe to UdaipurTimes Broadcast channels on   GoogleNews |  Telegram |  Signal

Tags