मेवाड़-वागड़ की प्रदूषणमुक्त आबोहवा में सात समंदर पार से आने वाले प्रवासी परिंदों और उनकी अटखेलियों से देश-दुनिया को रूबरू कराने के उद्देश्य से वन विभाग द्वारा आयोजित किये गए तीसरे ‘बर्ड फेस्टिवल’ की धूम सोमवार को थमेगी।
मुख्य वन संरक्षक (वन्यजीव) राहुल भटनागर ने बताया कि उदयपुर में वन विभाग द्वारा लगातार तीसरे वर्ष वृहद स्तर पर आयोजित हुए बर्ड फेस्टिवल का समापन समारोह सोमवार को दोपहर 12 बजे राज्य सभा सांसद व डूंगरपुर के पर्यावरण विशेषज्ञ हर्षवर्धन सिंह के मुख्य आतिथ्य में होगा।
उन्होंने बताया कि सुखाड़िया विश्व विद्यालय के गेस्ट हाउस स्थित सभागार में आयोजित होने वाले समापन समारोह में प्रदेश के राजस्व विभाग के विशिष्ठ शासन सचिव व पक्षी विशेषज्ञ विक्रम सिंह, देश के ख्यातनाम पक्षीविशेषज्ञ, बोंबे नेचुरल हिस्ट्री सोसायटी के पूर्व अध्यक्ष असद रहमानी, मुख्य वन संरक्षक, शिखा मेहरा, राहुल भटनागर, इंद्रपाल मथारू, डेक्कन हेरल्ड की फोटो जर्नलिस्ट तबिना अंजुम कुरैशी आदि बतौर अतिथि मौजूद रहेंगे। समारोह में प्रतिभागियों की ओर से बर्ड फेस्टिवल के अनुभवों पर आधारित प्रस्तुतिकरण होगा और फेस्टिवल दौरान आयोजित विविध प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कारों का वितरण भी किया जायेगा।
बर्ड वाचिंग के नाम रहा रविवार
बर्ड फेस्टिवल के दूसरे दिन रविवार संभागियों को संभाग के मेनार, बड़वई, किशन करेरी, मंगलवाड़, नगावली, जवाई डेम पर प्रतिभागियों को अलग-अलग दलों में विभाजित कर बर्डवॉचिंग करवाई गयी। आज दिनभर देश भर से आये इन बर्ड वाचर्स ने जलाशयों पर स्थानीय और प्रवासी परिंदों की जल क्रीड़ाओं और अटखेलियों का लुत्फ उठाया। इन जलाशयों पर बर्ड एक्सपर्ट असद रहमानी, आइएएस विक्रम सिंह, मुख्य वन संरक्षक राहुल भटनागर व इंद्रपाल मथारू, डॉ. सतीश शर्मा, शरद अग्रवाल, विनय दवे, प्रदीप सुखवाल सहित अन्य विशेषज्ञो ने संभागियों को यहां की आबोहवा और परिंदों की उपस्थिति के बारे में जानकारी दी।
प्रवासी परिंदों का रहा आकर्षण
रविवार के क्षेत्रीय भ्रमण में प्रवासी पक्षियों की भारी तादाद में उपस्थिति ने बाहर से आये बर्ड वाचर्स को बहुत लुभाया। आज बर्ड वाचर्स को पेलिकन, बार हेडेड जूस, ग्रे लेग जूस, ब्राह्मणी डक, शोवलर, पिनटेल के साथ ही सारस क्रेन व कई स्थानीय पक्षियों के कलरव ने सम्मोहित किया। बर्ड वाचर्स इन पक्षियों की जल क्रीड़ाओं और उड़ानों की फोटोग्राफी का लोभ संवरण करने से नही चुके।