ब्लू व्हेल गेम: आखिरी टास्क पूरा करने के लिए 3rd फ्लोर से कूदने वाला था छात्र, दोस्तों ने बचाया


ब्लू व्हेल गेम: आखिरी टास्क पूरा करने के लिए 3rd फ्लोर से कूदने वाला था छात्र, दोस्तों ने बचाया

इंदौर में मोबाइल गेम ब्लू व्हेल का आखिरी टास्क पूरा करने के लिए गुरुवार को चमेली देवी पबिलक स्कूल का 7वी कक्षा का एक स्टूडेंट स्कूल की तीसरी मंजिल से कूदने ही वाला था कि दोस्तों ने उसे खींच लिया और शोर मचा दिया। उधर सोलापुर में भी एक स्टूडेंट इस गेम का लास्ट टास्क पूरा करने के लिए घर छोड़कर पुणे जा रहा था, लेकिन पुलिस ने उसे तलाश लिया। बता दें कि हाल ही में मुंबई में एक स्टूडेंट ने इस गेम को खेलते हुए बिल्डिंग से कूदकर सुसाइड कर ली थी। 50 दिन से खेल रहा था गेम।

 
ब्लू व्हेल गेम: आखिरी टास्क पूरा करने के लिए 3rd फ्लोर से कूदने वाला था छात्र, दोस्तों ने बचाया

इंदौर में मोबाइल गेम ब्लू व्हेल का आखिरी टास्क पूरा करने के लिए गुरुवार को चमेली देवी पबिलक स्कूल का 7वी कक्षा का एक स्टूडेंट स्कूल की तीसरी मंजिल से कूदने ही वाला था कि दोस्तों ने उसे खींच लिया और शोर मचा दिया। उधर सोलापुर में भी एक स्टूडेंट इस गेम का लास्ट टास्क पूरा करने के लिए घर छोड़कर पुणे जा रहा था, लेकिन पुलिस ने उसे तलाश लिया। बता दें कि हाल ही में मुंबई में एक स्टूडेंट ने इस गेम को खेलते हुए बिल्डिंग से कूदकर सुसाइड कर ली थी। 50 दिन से खेल रहा था गेम।

इंदौर का रहने वाले स्टूडेंट ने जब स्कूल की बिल्डिंग से छलांग लगाने की काेशिश की तो दोस्तों ने उसे पकड़ लिया और शोर मचा दिया। इस बीच स्कूल के टीचर्स वहां पहुंच गए। दोस्तों ने बताया कि वह चलती वैन से कूदकर जान देने की बात भी कह रहा था। प्रेयर के दौरान भी वह अजीब सा व्यवहार कर रहा था। तभी से हम उस पर ध्यान दे रहे थे। पिता ने बताया कि उनके मोबाइल फोन पर वह 50 दिन से यह गेम खेल रहा था।

स्कूल प्रिंसिपल ने स्टूडेंट की काउंसलिंग की तो उसने बताया, “आज गेम का आखिरी टास्क पूरा करने के लिए मुझे जान देनी थी। मैंने दोस्तों को भी कहा था कि मैं मर जाऊंगा, मुझे ऊपर से कूदकर जान देना है। गेम की हर स्टेज कम्प्लीट करने के बाद मैं डायरी में नोट करता था। डायरी खो गई थी, इसलिए गूगल में गेम की आखिरी स्टेज के ऑप्शन को सर्च किया, जिसमें लिखा था तुम्हें ऊपर से कूदना है, इसलिए मैं ये कर रहा था।”

केरल सरकार ने केंद्र से गेम पर रोक लगाने की मांग की है। मध्य प्रदेश के गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह ने भी कहा है कि हम भी इस गेम पर बैन लगाने की मांग करेंगे। माकपा विधायक राजू इब्राहिम ने बताया कि एक रिपोर्ट के मुताबिक केरल में कम से कम 2000 बच्चे यह खतरनाक गेम डाउनलोड कर चुके हैं।

महाराष्ट्र के सोलापुर में भी ऐसा ही एक मामला सामने आया है। यहां एक लड़के ने अपने पैरेंट्स को ब्लू व्हेल का लास्ट टास्ट पूरा करने के लिए पुणे जाने की बात लिखी। वह घर से निकल गया, लेकिन पुलिस ने वक्त रहते उसका पता लगा लिया। लड़के ने मैसेज में लिखा, ‘पुणे जा रहा हूं, मेरी लौटने का कोई प्लान नहीं है’ पुलिस के मुताबिक, ‘सुबह 7 बजे भिगवां के पास बस स्टैंड पर बच्चा मिला। वह कुछ नहीं बोल रहा था। बाद में परिवार ने बताया कि वह एक हफ्ते से ब्लू व्हेल गेम खेल रहा था।’ बच्चे के पिता दिनेश भोसले ने कहा, ‘हमने कभी देखा नहीं कि वह कौन-सा गेम खेल रहा है। वह दो हफ्ते से किसी से बात भी नहीं कर रहा था।‘

क्या है ‘ब्लू व्हेल चैलेंज’?

‘द ब्लू व्हेल गेम’ या ‘द ब्लू व्हेल चैलेंज’ रूस में बना एक इंटरनेट गेम है। इसमें प्लेयर को 50 दिन तक कुछ खास टास्क बताए जाते हैं। एक-एक कर सारे टास्क पूरे करते रहने पर आखिरी में सुसाइड के लिए उकसाया जाता है। हर टास्क पूरा होने पर प्लेयर को अपने हाथ पर एक कट लगाने के लिए कहा जाता है। आखिरी में जो इमेज उभरती है, वो व्हेल मछली की तरह होती है।

रूस के फिलिप बुडेकिन ने 2013 में यह गेम बनाया। ‘द ब्लू व्हेल चैलेंज‘ 130 लोगों की जान ले चुका है। 2015 में इसे खुलते हुए सुसाइड का पहला केस सामने आया था। इसके बाद फिलिप को अरेस्ट कर लिया और उस पर केस चलाया गया। सुनवाई के दौरान गेम मेकर ने बताया- ”गेम का मकसद समाज की सफाई करना है। फिलिप की नजर में सुसाइड करने वाले सभी लोग ‘बायो वेस्ट’ थे।

गौरतलब है कि हाल में मुंबई में 14 साल के एक लड़के ने ऑनलाइन गेम ब्लू व्हेल के लास्ट स्टेप को पूरा करने के लिए सुसाइड कर लिया था। इस गेम की वजह से अब तक दुनियाभर में 150 सुसाइड के मामले सामने आ चुके हैं।

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