कलक्टर ने किया आयड का दौरा, कार्य की गति धीमी होने पर नाराज
कलक्टर ने आरयूआईडीपी की ओर से चल रहे सीवरेज कार्य का अवलोकन करते हुए कार्य की गति बढाने के निर्देश दिए। उन्होंने कार्य की गति धीमी होने पर नाराजगी जाहिर करते हुए संबंधित ठेकेदार के प्रतिनिधियों को इस दिशा में प्रभावी प्रयास करते हुए कार्य को शीघ्र पूरा कराने के निर्देश दिए।
उदयपुर, 14 मई 2019 जिला कलक्टर श्रीमती आनंदी ने सोमवार को उदयपुर की आयड़ नदी का दौरा किया एवं नदी क्षेत्र में चल रहे आरयूआईडीपी द्वारा सीवरेज संबंधित किए जा रहे कार्यों का जायजा लेते हुए गुमानिया नाला से मलबा हटाने का कार्य एवं आयड़ नदी के दोनों तरफ चल रहे सीवरेज की ट्रंक लाइन के कार्यों को बरसात से पहले युद्धस्तर पर पूरा करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए।
कलक्टर ने आरयूआईडीपी की ओर से चल रहे सीवरेज कार्य का अवलोकन करते हुए कार्य की गति बढाने के निर्देश दिए। उन्होंने कार्य की गति धीमी होने पर नाराजगी जाहिर करते हुए संबंधित ठेकेदार के प्रतिनिधियों को इस दिशा में प्रभावी प्रयास करते हुए कार्य को शीघ्र पूरा कराने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि लक्ष्य के अनुसार नदी के दाहिने भाग में लगभग 2000 मीटर काम होना बाकी है जिसे समय रहते नदी में पानी आने से पूर्व पूरा कर लिया लाए। इसी तरह बाई तरफ भी लेकसिटी माॅल से 10 एमएलडी एसटीपी तक की ट्रंक लाइन को भी प्राथमिकता से पूर्ण करें ताकि 10 एमएलडी एसटीपी के पूर्ण होने पर सीवरेज को उपचारित किया जा सके। इस अवसर पर आरयूआईडीपी एक्सईएन रामपाल जीनगर, गिर्वा तहसीलदार श्रवण सिंह सहित आरयूआईडीपी के अन्य अधिकारी मौजूद थे।
विभिन्न कार्य स्थलों का लिया जायजा
इस दौरान कलक्टर ने गुमानिया वाला नाला के कार्य का भी अवलोकन किया तथा नवरत्न कॉम्प्लेक्स, अलीपुरा श्मशान के पास, भूपालपुरा आदि स्थानों पर सीवर लाइन का कार्यों का भी निरीक्षण किया। उन्होंने आरयूआईडीपी के साथ अन्य संबंधित विभागों को इन कार्यों को पूर्ण गुणवत्ता के तय समयावधि में पूरा करने के निर्देश दिए।
मलबा निकासी व निस्तारण की हो उचित व्यवस्था
कलक्टर ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिये कि खुदाई के दौरान मलबा निकालने का कार्य उचित ढंग से हो तथा निकलने वाले मलबे को उचित स्थान पर एकत्रित किया जाए। इस बात का अवश्य ध्यान रहे कि मलबा निकासी एवं निस्तारण के दौरान आमजन को कोई समस्या न हो।
उन्होंने कार्य की गति बढ़ाने के लिए अधिक मानव श्रम लगाने की बात कही। इसके लिए उन्होंने ठेकेदार के प्रतिनिधियों से बात की एवं मानव श्रम की समस्या को दूर करते हुए कार्य को जल्द से जल्द पूर्ण करने के निर्देश दिए।
डिफ्लेक्शन टेस्ट
इस दौरान कलक्टर ने धूलकोट चौराहे के समीप चल रहे सीवरेज कार्य का निरीक्षण करते हुए डिफ्लेक्शन टेस्ट करवाया एवं कार्यों की गुणवत्ता देखी। इस टेस्ट के तहत सीवरेज के एक मेन हाॅल से दूसरे मेन हाॅल तक मेन्ड्रल को पास कराया गया, जो उपयुक्त पाया गया।
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