जरूरतमंदों की मदद के लिए एकजुट हुआ दाउदी बोहरा समाज


जरूरतमंदों की मदद के लिए एकजुट हुआ दाउदी बोहरा समाज

किसी भी समाज का स्वस्थ और जोश से भरपूर होना आधारभूत जरूरतों की उपलब्धता तथा हर एक व्यक्ति की उस उपलब्धता तक पहुँच पर निर्भर करता है। इन जरूरतों में भोजन, स्वास्थ्य, शिक्षा, पेयजल, सफाई व्यवस्था तथा किफायती घर शामिल है। इन सामजिक-आर्थिक जरूरतों के मद्देनजर दाउदी बोहरा समाज ने एक जुटता के साथ अपने सालाना पांच दिवसीय उत्थान अभियान की शुरुआत की है। 21 दिसंबर से प्रारम्भ हो रहे इस पांच दिवसीय अभियान के अंतर्गत बोहरा समुदाय के सदस्यों साथ ही पूरे समाज के लोगों के जीवन स्तर को सुधारने के लिए बड़े पैमाने पर प्रयास किये जायेंगे। इस अभियान की तैयारियां पिछले महीने मनाये गए पैगम्बर मोहम्मद साहब की सालगिरह के मुबारक मौके पर ही शुरू कर दी गई थीं।

 

जरूरतमंदों की मदद के लिए एकजुट हुआ दाउदी बोहरा समाजकिसी भी समाज का स्वस्थ और जोश से भरपूर होना आधारभूत जरूरतों की उपलब्धता तथा हर एक व्यक्ति की उस उपलब्धता तक पहुँच पर निर्भर करता है। इन जरूरतों में भोजन, स्वास्थ्य, शिक्षा, पेयजल, सफाई व्यवस्था तथा किफायती घर शामिल है। इन सामजिक-आर्थिक जरूरतों के मद्देनजर दाउदी बोहरा समाज ने एक जुटता के साथ अपने सालाना पांच दिवसीय उत्थान अभियान की शुरुआत की है।

21 दिसंबर से प्रारम्भ हो रहे इस पांच दिवसीय अभियान के अंतर्गत बोहरा समुदाय के सदस्यों साथ ही पूरे समाज के लोगों के जीवन स्तर को सुधारने के लिए बड़े पैमाने पर प्रयास किये जायेंगे। इस अभियान की तैयारियां पिछले महीने मनाये गए पैगम्बर मोहम्मद साहब की सालगिरह के मुबारक मौके पर ही शुरू कर दी गई थीं।

पैगम्बर मोहम्मद साहब द्वारा दी गई शिक्षा जिसमें जरूरतमंदों की मदद और मुसीबतज़दा लोगों के लिए रहम दिखाने की बात कही गई है, वही इस अभियान का असल मकसद है। इसके अंतर्गत कई सारी मुहिम चलाई जाएंगी, जिनमें दुनियाभर में जरूरतमंदों को भोजन बाँटना, ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, वैक्सीनेशन्स (विभिन्न टीके), आँखों और दांतों आदि की जांच के लिए निशुल्क मेडिकल कैम्पस आयोजित करना शामिल है।

यह एक खूबसूरत संजोग ही है कि इस अभियान का आयोजन साल के उस समय में होता है जब दुनियाभर में लोग एक-दूसरे के लिए शुभकामनाओं के आदान-प्रदान का उत्सव मना रहे होते हैं। अभियान के तहत समुदाय के 21,000 से भी ज़्यादा अधिकारियों व सदस्यों जिनमें धार्मिक गुरुओं तथा सामुदायिक अधिकारियों के साथ ही डॉक्टर्स, वकील, इंजीनियर्स, आर्किटेक्ट्स, उद्योगपति, गृहिणियां तथा विद्यार्थी शामिल हैं, को देश के 450 से भी अधिक शहरों और कस्बों तथा 200 के करीब विदेशी शहरों में इस अभियान के लिए नियुक्त किया गया है। कई लोग निजी तौर पर भी इस नेक काम में योगदान देने के लिए विशेषतौर पर विदेशों से भारत आये हैं।

समुदाय के प्राथमिक शिक्षा संस्थान अल जामिया.तस.साफिय़ा के विद्यार्थी एवं फैकल्टीज, इस स्वयंसेवक समूह के सबसे बड़े दल के रूप में होंगे। ये सभी एक साथ मिलकर समुदायों की आधारभूत जरूरतों का ध्यान रखेंगे, खासतौर पर उन पहलुओं का जिनके बारे में दाउदी बोहरा समुदाय के 53 वें धर्मगुरु डॉ.सैयदना मुफद्दल सैफ़ुद्दीन ने अपने उपदेशों और यात्राओं के दौरान जोर दिया था।

उदयपुर से समाज के प्रवक्ता ने कहा कि यह अभियान हिज़ होलीनेस द्वारा विभिन्न शहरों और गांवों की यात्रा का परिणाम है। इन यात्राओं के दौरान उन्होंने स्वयं समाज के कुछ तबकों को नाकाबिल स्थितियों में जि़ंदगी गुजारते हुए देखा। इन मुसीबतज़दा लोगों के दु:ख में सहारा बनने के लिए उन्होंने समाज के समर्थ लोगों को प्रेरित किया। मिसाल के तौर पर राजस्थान में इस अभियान ने न केवल बड़े शहरों जयपुर, उदयपुर और कोटा, बल्कि रतलाम रामपुरा, गलियाकोट और सादड़ी जैसे छोटे कस्बे और गॉंव भी जुड़ गए हैं। इस अभियान के लिए एक मोबाइल एप को विशेषतौर पर डेवलप किया गया है ताकि वॉलेंटियर्स को निर्देश भेजे जा सकें।

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