शिक्षा को समाज व राष्ट्र के उत्थान के लिए समर्पित करें – टीसी डामोर


शिक्षा को समाज व राष्ट्र के उत्थान के लिए समर्पित करें – टीसी डामोर

सात दिवसीय पुस्तक प्रकाशन प्रमाण पत्र पाठ्यक्रम में भाग लेने वाले 128 प्रतिभागियों को अतिथियों द्वारा प्रमाण पत्र वितरित किए गए।

 

शिक्षा को समाज व राष्ट्र के उत्थान के लिए समर्पित करें – टीसी डामोर

जनार्दनराय नागर राजस्थान विद्यापीठ विश्वविद्यालय एंव राष्ट्रीय पुस्तक न्यास, मानव संसाधन विकास मंत्रालय भारत सरकार के संयुक्त तत्वावधान आयोजित सात दिवसीय पुस्तक प्रकाशन प्रमाण पत्र के समापन समारोह के मुख्य अतिथि राजीव गांधी जनजाति विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. टीसी डामोर ने शिक्षक एवं प्रतिभागियांे से आव्हान किया कि उन्होने जो सीखा है वे अपनी शिक्षा को समाज एवं राष्ट्र के उत्थान के लिए समर्पित करें।

उन्होने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर ग्रामीणों के लिए साक्षरता, स्वास्थ एवं जनहित जैसे कार्य करें। अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रो. एस.एस. सारंगदेवोत ने कहा कि छात्र अपनी ख्याति को निरंतर बनाये रखे और वे अपने आप को रॉल मॉडल के रूप में समाज में प्रस्तुत करें। तथा किसी एक क्षेत्र में अपनी महाराथ हासिल करें उन्होने कहा कि वे अपने जीवन में ऐसा कार्य करें व्यक्ति उनका अनुसरण करे।

विशिष्ठ अतिथि उपमहापौर लोकेश द्विवेदी ने कहा कि मेवाड में सर्वप्रथम चल पुस्तकालय की स्थापना जनुभाई ने की थी जनुभाई चाहते थे कि शिक्षा तथा पुस्तकों का लाभ दूर दराज गांवों तक लोगों को मिले। बीएन सस्थान के निदेशक डॉ. एन.एन. सिंह ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में पुस्तकालयों की महत्ती आवश्यकता है। अतः सरकार तथा स्वयंसेवी संस्था इस ओर अधिक से अधिक कार्य करें।

शिक्षा को समाज व राष्ट्र के उत्थान के लिए समर्पित करें – टीसी डामोर

डॉ. हेमेन्द्र चौधरी, डॉ. रचना राठौड, नरेन्द्र कुमार ने भी अपनी विचार व्यक्त किए। स्वागत उद्बोधन रचना राठौड़ ने दिया। संचालन डॉ. अमि राठोड ने किया। धन्यवाद डॉ. मनीष श्रीमाली ने दिया। समारोह में डॉ. एस.बी. नागर द्वारा लिखित फिजियोथेरेपी विषयक मोनोग्राफ का अतिथियों द्वारा विमोचन किया गया। इस अवसर पर डॉ. हरीश शर्मा, वरिष्ठ पत्रकार उग्रसेन राव, डॉ. शशि चितौडा, डॉ. अलख नन्दा, डॉ. अमिया गोस्वामी, डॉ. धीरज जोशी, डॉ. दिलिप सिंह, डॉ. धमेन्द्र राजोरा सहित विभिन्न राज्यों से आये प्रतिभागी उपस्थित थे।

नेशनल बुक ट्रस्ट के प्रोडेक्शन मैनेजर नरेन्द्र कुमार ने बताया कि सात दिवसीय पुस्तक प्रकाशन प्रमाण पत्र पाठ्यक्रम में भाग लेने वाले 128 प्रतिभागियों को अतिथियों द्वारा प्रमाण पत्र वितरित किए गए।

कुलपति प्रो. एस.एस. सारंगदेवोत ने बताया कि विद्यापीठ ने नेशनल बुक ट्रस्ट से तीन अनुबंध किए गए जिसमें पहला सात दिवसीय पुस्तक प्रकाशन प्रमाण पत्र, बुक फेयर एवं राजस्थान में नेशनल बुक ट्रस्ट की बुक्स बेचने का एकाधिकार प्राप्त कर लिया है। उन्होने बताया कि आगामी 03 से 11 अक्टुबर तक विद्यापीठ विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय बुक फेयर का आयोजन किया जायेगा जिसमें देश भर के प्रकाशक इस मेले में भाग लेगे।

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