जिले के प्रभारी मंत्री कटारिया ने ली समीक्षा बैठक
प्रदेश के गृह मंत्री एवं जिले के प्रभारी श्री गुलाबचंद कटारिया ने बुधवार को यहां जिला परिषद सभागार में विभागीय अधिकारियों की बैठक लेकर जिले में विभागीय योजनाओं तथा कार्यक्रमों की प्रगति की जानकारी ली तथा समीक्षा करते हुए इनके प्रभावी क्रियान्वयन के निर्देश प्रदान किए।
प्रदेश के गृह मंत्री एवं जिले के प्रभारी श्री गुलाबचंद कटारिया ने बुधवार को यहां जिला परिषद सभागार में विभागीय अधिकारियों की बैठक लेकर जिले में विभागीय योजनाओं तथा कार्यक्रमों की प्रगति की जानकारी ली तथा समीक्षा करते हुए इनके प्रभावी क्रियान्वयन के निर्देश प्रदान किए।
आज सुबह खान विभाग के प्रमुख शासन सचिव व जिले के प्रभारी सचिव अशोक सिंघवी की मौजूदगी में इस बैठक में प्रभारी मंत्री कटारिया ने जिले में सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के तहत परिवेदनाओं के निस्तारण के बारे में जानकारी ली और कहा कि विभागों से परिवेदनाओं के निस्तारण के संबंध में प्राप्त सूचनाओं का सत्यापन करवाया जाए ताकि इस कार्यक्रम के माध्यम से आमजन को वास्तविक राहत प्राप्त हो सके।
इस पर जिला कलक्टर आशुतोष ए.टी.पेडणेकर ने बताया कि जिले में 18 हजार 247 परिवेदनाओं का निस्तारण किया गया है और इनके सत्यापन की प्रक्रिया इन दिनों जारी है। उन्होंने कहा कि इन प्रकरणों में प्रभावी राहत प्रदान करने के उद्देश्य से परिवेदनाओं का विकास अधिकारी, तहसीलदार और नायब तहसीलदार के माध्यम से भी सत्यापन कराया जाएगा। इस दौरान प्रभारी मंत्री ने निस्तारित और रिजेक्ट की गई परिवेदनाओं की प्रकृति के बारे में संबंधित विभागीय अधिकारियों से जानकारी प्राप्त की। जिला परिषद सीईओ नेहागिरि ने ग्रामीण विकास विभाग से संबंधित परिवेदनाओं में की गई कार्यवाही से अवगत कराया।
प्रभारी मंत्री कटारिया ने जिले में भामाशाह योजना की प्रगति के बारे में भी जानकारी ली जिस पर मुख्य आयोजना अधिकारी सुधीर दवे ने बताया कि योजना के तहत जिले में 597 शिविर लगाए जाने थे जिनमें से अब तक 292 शिविर आयोजित हो चुके हैं तथा लगभग 2 लाख लोगों का नामांकन किया जा चुका है। लगभग 75 हजार का डाटा प्रेषित किया गया है जिसमें से 2 हजार 468 भामाशाह कार्ड प्राप्त हो चुके हैं। कटारिया ने शेष लोगों के नामांकन तथा कार्ड तैयार करवाने के लिए समयसीमा निर्धारण करवाने के निर्देश दिए।
जिले में मुख्यमंत्री महोदया की घोषणाओं व विभागीय योजनाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा करते हुए प्रभारी मंत्री कटारिया ने लोक निर्माण विभागीय अधिकारियों को बायोलोजिकल पार्क के निर्माण के कार्य को त्वरित गति से पूर्ण करवाने के निर्देश दिए। इसी प्रकार उन्होंने एवीवीएनएल के अधिकारियों से जिले में 33 केवी के चार जीएसएस के निर्माण की प्रगति की जानकारी ली और इनको शीघ्र पूर्ण करवाने को कहा। जल संसाधन विभागीय समीक्षा दौरान प्रभारी मंत्री ने देवास द्वितीय डेम निर्माण के कार्य को अप्रेल तक पूर्ण करवाने के निर्देश दिए वहीं उदयसागर व अन्य नहरों के निर्माण के कार्यों में त्वरितता सुनिश्चित कराने को कहा।
पर्यटन विभागीय समीक्षा में प्रभारी मंत्री ने बड़ी तालाब के नैसर्गिक सौंदर्य को देखते हुए इसके पर्यटन की दृष्टि से विकास करने के निर्देश दिए। इस पर उपनिदेशक सुमिता सरोच ने बताया कि बड़ी तालाब पर केंप साईट का विकास किया गया है व यहां वाटर स्पोर्ट्स प्रस्तावित है। उन्होंने जयसमंद में वाटर स्पोर्ट्स गतिविधियों के लिए टेण्डर किए जाने की भी जानकारी दी। वन विभाग की समीक्षा में प्रभारी मंत्री ने बाघदरा में प्रस्तावित कार्यों की प्रगति की जानकारी ली व विभाग को निर्देश प्रदान किए कि इस प्रकार के नवीन स्थलों का विकास किया जावे ताकि पर्यटक अधिकाधिक दिन यहां व्यतीत कर सके।
यूआईटी की समीक्षा के दौरान प्रभारी मंत्री ने सूखा नाका पर कॉजवे व चित्रकूटनगर में कंवेंशन हॉल की प्रगति के बारे में जानकारी ली व वाटिकाओं के बाहर पार्किंग के कारण होने वाली अव्यवस्थाओं पर ध्यानाकर्षण कराया। उन्होंने 60 फिसदी से अधिक की बस्ती में आवंटित भूखण्डों के खाली पड़े रहने से गंदगी फैलने की स्थिति को उद्घाटित किया और ऐसे आवंटियों के विरूद्ध कार्यवाही के निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने चिकित्सा, सहकारिता, जनजाति क्षेत्रीय विकास आदि विभागीय योजनाओं की प्रगति के बारे में भी जानकारी ली व महत्त्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए।
आरंभ में जिला कलक्टर आशुतोष ए.टी.पेडणेकर ने प्रभारी मंत्री व प्रभारी सचिव का स्वागत करते हुए जिले की समग्र वैकासिक प्रगति प्रस्तुत की। उन्होंने बैठक के अंत में प्रभारी मंत्री व प्रभारी सचिव के निर्देशों व राज्य सरकार की मंशाओं के अनुरूप जिले में विकास कार्यों के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए अपनी प्रतिबद्धता भी व्यक्त की।
स्वीकृत राशि का उपयोग सुनिश्चित हो: प्रभारी सचिव
बैठक दौरान जिले के प्रभारी सचिव अशोक सिंघवी ने कहा कि विभागीय अधिकारी कार्य करने की ईच्छाशक्ति विकसित करते हुए सरकार द्वारा विकास कार्यों पर स्वीकृत धनराशि का समय पर उपयोग करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कार्यों की प्रभावी मॉनिटरिंग करते हुए पात्र व्यक्तियों को मिलने वाले लाभ का भी सत्यापन करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि केन्द्र व राज्य स्तर पर विभागों के लंबित कार्यों की भी सूची उन्हें उपलब्ध कराई जावे ताकि इसका फॉलोअप किया जा सके।
बैठक में उदयपुर ग्रामीण विधायक फूलसिंह मीणा, मावली विधायक दलीचंद डांगी, सलूंबर विधायक अमृतलाल मीणा, गोगुंदा विधायक प्रताप भील ने भी क्षेत्रीय समस्याओं व विकास योजनाओं के क्रियान्वयन पर विचार व्यक्त किए। इस मौके पर जिला प्रमुख शांतिलाल मेघवाल, उप जिला प्रमुख सुंदरलाल भाणावत, जिला परिषद सीईओ नेहागिरि, अतिरिक्त जिला कलक्टर (शहर) छोगालाल देवासी, एसीईओ के.सी.लखारा, गिर्वा प्रधान तखतसिंह शक्तावत, बड़गांव प्रधान खूबीलाल पालीवाल, भीण्डर प्रधान यशोधरा कुंवर, कोटड़ा प्रधान मुरारीलाल, गोगंुदा प्रधान पुष्कर तेली, सराड़ा प्रधान मोहनलाल व उपप्रधान पप्पूलाल सहित कई जनप्रतिनिधि व समस्त विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
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