मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन योजना का जिलास्तरीय समारोह जाबला में हुआ
जिले के प्रभारी एवं गृह मंत्री गुलाबचंद कटारिया ने मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान को ग्राम्य विकास का महा अभियान बताया है और इसमें बढ़-चढ़ कर हर तरह से भागीदारी निभाने का आह्वान ग्रामीणों से किया है। कटारिया बुधवार को उदयपुर जिले की गिर्वा पंचायत समिति के जाबला गांव में मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान के जिला स्तरीय शुभारंभ समारोह में मुख्य अतिथि पद से संबोधित कर रहे थे।
जिले के प्रभारी एवं गृह मंत्री गुलाबचंद कटारिया ने मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान को ग्राम्य विकास का महा अभियान बताया है और इसमें बढ़-चढ़ कर हर तरह से भागीदारी निभाने का आह्वान ग्रामीणों से किया है।
प्रभारी मंत्री कटारिया बुधवार को उदयपुर जिले की गिर्वा पंचायत समिति के जाबला गांव में मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान के जिला स्तरीय शुभारंभ समारोह में मुख्य अतिथि पद से संबोधित कर रहे थे।
समारोह में उदयपुर ग्रामीण विधायक फूलसिंह मीणा, मेलड़ी माता के महंत एवं जाने-माने संत वीरमदेव महाराज, प्रभारी शासन सचिव रविशंकर श्रीवास्तव, जिला कलक्टर रोहित गुप्ता, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अविचल चतुर्वेदी, गिर्वा पंचायत समिति के प्रधान तखतसिंह शक्तावत, समाजसेवी मुकेश दाधीच, डॉ.जिनेन्द्र शास्त्री, उपखण्ड अधिकारी नम्रता वृष्णि, विकास अधिकारी अजय कुमार आर्य सहित ग्रामीण जनप्रतिनिधिगण, अधिकारी, कर्मचारी एवं बड़ी संख्या में ग्रामीण स्त्री-पुरुष उपस्थित थे।
3-डी मॉडल का विमोचन
गृहमंत्री कटारिया ने इस मौके पर गिर्वा पंचायत समिति की ओर से ग्रामीण क्षेत्रों में मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान के 3-डी मॉडल का विमोचन किया और अभियान की गतिविधियों के बारे मेें जानकारी ली।
जून तक पूर्ण होंगे कार्य
गृहमंत्री कटारिया ने इस मौके पर मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान को आशातीत सफलता प्रदान करने के लिए पूरी सहभागिता अदा करने की अपील ग्रामीणों से की और कहा कि यह कार्य हर हाल में जून तक पूर्ण हो जाए ताकि बरसात में इनका पूरा उपयोग सामने आ सके। इससे गांव का पानी गांवों में ही रुकेगा तथा ग्रामीणों के साथ ही मवेशियों के लिए भी काम में आ सकेगा। इसका सिंचाई के छोटे-बड़े कामों में भी उपयोग संभव है।
खुशहाली लाएगा अभियान
उन्होंने ग्रामीणों से कहा कि वे पूरे मनोयोग से इस काम में हाथ बटाएं और बेहतर काम दिखाएं तथा गांव के बड़े बुजुर्ग काम की गुणवत्ता व उपयोगिता पर नजर रखें। कटारिया ने कहा कि इस अभियान की बदौलत बरसाती पानी रुकने की स्थिति गांव में खुशहाली का नया दौर शुरू होगा।
ग्राम्य विकास गतिविधियों को अपनाएं
उन्होंने ग्रामीणों से कहा कि वे सब्जी उत्पादन, गौपालन, डेयरी, आम व महुआ, वृक्षारोपण आदि को अपनाएं। इसके साथ ही उन्होंने पानी का मितव्यता से उपयोग करने पर जोर दिया। कटारिया ने कहा कि क्षेत्र में भरपूर बरसात के बावजूद पानी पहाड़ों से बहकर चला जाता है और साथ में खेतों की उपजाऊ मिट्टी का भी क्षरण करता है। इससे गांव में पानी की समस्या रहती है और भूमिगत जलस्तर भी काफी नीचे पहुंुच जाता है। इसे देखते हुए ग्रामीणों को चाहिए कि वे मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान को अपना काम समझें और पूरी मेहनत से कर इसे जून से पहले पूरा करें।
गृहमंत्री ने कहा कि उदयपुर में आने वाले श्रमिकों को विश्राम के लिए रैन बसेरा की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। इसके साथ ही यह प्रयास किया जा रहा है कि इन श्रमिकों को दानदाताओं के सहयोग से दो से लेकर पांच रुपये तक की रियायती दर पर शाम का भोजन उपलब्ध कराया जाए।
गृह मंत्री गुलाबचन्द कटारिया ने मेलड़ी माता मन्दिर के महन्त वीरमदेव महाराज से आग्रह किया कि मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान में भागीदारी के लिए भक्तों को प्रेरित करने का आग्रह किया।
प्रेरणा जगाने वाले कार्य करें
गृह मंत्री ने कहा कि जल संरचनाओं को आकार मिल जाने के बाद सितम्बर में इसी स्थल पर आम सभा होगी जिसमें इसके मूल्यांकन पर चर्चा होगी। उन्हाेंंने ग्रामीणों से कहा कि इस अभियान में पूरी ताकत लगाएं व अच्छे से अच्छा ऎसा काम करें कि इसकी सफलता से प्रेरणा का संचार हो और अधिक से अधिक लोग स्वेच्छा में इसमें भागीदार बनें।
उन्होंने बताया कि पं. दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना में उदयपुर जिले को 190 करोड़ मिले हैं जिससे ग्राम्यांचलों में झोंपड़ियों और टापरों तक लट्टू लगाकर रोशनी पहुंचाई जाएगी और जहां जरूरी होगा वहां सौर ऊर्जा से रोशनी पहुंचायी जाएगी। इससे ग्रामीण क्षेत्रों के विद्यार्थियों को पढ़ने-लिखने की सुविधा मिलेगी।
छोटी-छोटी जल संरचनाओं पर जोर
प्रभारी मंत्री कटारिया ने कहा कि पहाड़ी क्षेत्रों में बरसाती जल रोकने और इसके लम्बे समय तक उपयोग को सुनिश्चित करने के लिए छोटी-छोटी जल संरचनाओं का काम करने की जरूरत है। इसके साथ ही ग्राम्य विकास के लिए चौतरफा प्रयासों पर बल दिया और ग्रामीणों को सब्जी उत्पादन, पहाड़ियों पर फलदार पेड़-पौधे लगाने के लिए उन्होंने कहा।
गृह मंत्री ने बताया कि मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन योजना में जन प्रतिनिधियों की ओर से भी 10-10 लाख रुपए का योगदान दिया जाएगा वहीं जहां कहीं धन की कमी आएगी वहां दानदाताओं को जोड़कर पूरी करेंगे।
योजनाओं का लाभ लें
उन्होंने कहा कि गरीब जनता की सेवा और मदद हमारा पहला फर्ज है और इसके लिए सोच को बदलना होगा। अच्छा सोचें और अच्छा करें। उन्होंने महात्मा गांधी नरेगा योजना में काम कराने पर जोर दिया और ग्रामीणों से कहा कि इसमें 3 लाख रुपए तक का काम कराया जा सकता है। प्रभारी मंत्री ने भामाशाह कार्ड के फायदे बताए और कहा कि भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना में मरीजों के ईलाज के लिए 30 हजार से लेकर 3 लाख तक के ईलाज का खर्च सरकार की ओर से दिए जाने का प्रावधान है।
सरकार की अपूर्व पहल
इस अवसर पर उदयपुर ग्रामीण विधायक फूलसिंह मीणा ने अभियान को गांवों की बुनियादी समस्या से मुक्त कराने की अपूर्व पहल बताया और कहा कि इससे ग्रामीण जन-जीवन को सुकून प्राप्त होगा। मीणा ने आपदा प्रबंधन में ग्रामीणों को राहत के लिए आपदा प्रबंधन मंत्री गुलाबचंद कटारिया का आभार व्यक्त किया और ग्रामीण संपर्क सड़कों के कार्य कराने व स्कूलों में शिक्षकों के ठहराव का कार्य किया।
उदयपुर के 246 गांवों में अभियान
जिला कलक्टर रोहित गुप्ता ने बरसाती पानी रोकने की मुहिम में हर संभव सहभागिता निभाने की अपील ग्रामीणों से की और बताया कि उदयपुर जिले में इस अभियान के प्रथम चरण में 246 गांवों में जल संरक्षण गतिविधियां संचालित होंगी और इन गांवों को पानी के मामले में आत्मनिर्भर बनाया जायेगा। उन्होंने ग्रामीणों से कहा कि वे बरसाती पानी रोकने के अभियान में तन-मन-धन से जुड़े और पानी के मामले में आत्मनिर्भर बनें।
सीईओ ने बताए अभियान के उद्देश्य
समारोह के आरंभ में स्वागत भाषण प्रस्तुत करते हुए जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अविचल चतुर्वेदी ने मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला और उदयपुर जिले में इस अभियान के क्रियान्वयन को लेकर बधाई दी व कार्ययोजना की जानकारी दी। कार्यक्रम का संचालन वगतलाल शर्मा ने किया।
नुक्कड़ नाटक एवं कठपुतली ने दिया जल संरक्षण का पैगाम
इस अवसर पर विद्याभवन पब्लिक स्कूल, उदयपुर के विद्यार्थियों ने नुक्कड़ नाटक “राख सको तो राखो पानी” से सभी को आकर्षित किया। समारोह में नाटक के माध्यम से जल संरक्षण के सटीक संदेश दिये। मार्तण्ड फाउंडेशन, उदयपुर के विलास जानवे द्वारा लिखित और निर्देशित इस नाट्य प्रस्तुति में बगीचे को पानी देने के, हैण्ड पंप और अदालत के दृश्य बहुत प्रभावी बने। अंत में नाटक के कोरस “अगर जिंदगी चाहिए-पानी को बचाइए” को दर्शकों ने भी गुनगुनाया। विद्याभवन पब्लिक स्कूल की प्रिंसिपल श्रीमती नीरजा जैन ने बताया कि विगत कुछ दिनों के अभ्यास से मार्तण्ड फाउंडेशन ने यह 20 मिनट का नाटक तैयार कराया जिसमें संगीत मनीष आदिवाल का था।
समारोह में मिलाप कला संस्थान के कलाकारों द्वारा कठपुतली मंचन ने भी अभियान की जानकारी देते हुए जल सरंक्षण एवं महत्व का संदेश दिया। आरंभ में अतिथियों का उपरना पहनाकर स्वागत जाबला सरपंच अजीत मीणा, उपसरपंच मोहन मीणा, धन्नाजी महाराज, विकास अधिकारी अजय कुमार आर्य, सरूपाल सरपंच नरेश मीणा, बारा सरपंच हरीश मीणा, मुखिया नानुजी गमेती समाजसेवी लालूराम आदि ने किया। संचालन वगतराम शर्मा ने किया जबकि आभार प्रदर्शन गिर्वा पंचायत समिति के प्रधान तखतसिंह शक्तावत ने किया।
एमपीटी निर्माण कार्य का शिलान्यास
गृहमंत्री ने जाबला गांव में छोटा 2.89 लाख की लागत से जलग्रहण विकास एवं भू-संरक्षण विभाग द्वारा बनाये ला रहे एमपीटी निर्माण की शिलान्यास पट्टिका का अनावरण कर भूमि पूजन किया। कटारिया ने इसी गांव में पहाड़ी पर कन्टुर निर्माण कार्य का भी शुभारंभ किया।
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