राष्ट्रीय बालिका दिवस पर हुआ जिला स्तरीय कार्यक्रम


राष्ट्रीय बालिका दिवस पर हुआ जिला स्तरीय कार्यक्रम

कार्यक्रम में कन्या भ्रूण हत्या एवं बाल विवाह एवं बालिका शिक्षा विषय पर पोस्टर एवं निबंध प्रतियोगिताएं आयोजित हुई। इन प्रतियोगिताओं में खुशबू चौबीसा, मंजू गमेती, भारती गमेती, स्वाति चौबीसा, दीपा गर्जुर, प्रियंका गमेती, भावना लोहार, भावना मेघवाल, यशोदा गमेती, शोभा गुर्जर, सीता व रेखा गमेती की रचनाएं श्रेष्ठ रहीं, जिन्हें अतिथियों द्वारा पुरस्कृत किया गया।

 

राष्ट्रीय बालिका दिवस पर हुआ जिला स्तरीय कार्यक्रम

महिला अधिकारिता विभाग उदयपुर की ओर से राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर मंगलवार को उदयपुर के सूचना केन्द्र में जिला स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिला प्रमुख शांतिलाल मेघवाल थे। समारोह में ओटीसी की अतिरिक्त निदेशक श्रीमती विनिता बोहरा, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के पूर्ण कालिक सचिव लोकश कुमार शर्मा, मीरा कन्या महाविद्यालय की उप प्राचार्या डॉ. ऋतु मथारू, बाल संरक्षण आयोग की सदस्य श्रीमती राजकुमारी भार्गव, पीसीपीएनडीटी सेल की समन्वयक श्रीमती मनीषा भटनागर बतौर अतिथि मौजूद रही।

समारोह में जिला प्रमुख शांतिलाल मेघवाल ने ग्रामीण अंचल से भाग लेने आई किशोरियों से आह्वान किया कि राज्य सरकार ने बालिका उत्थान के लिए विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं का संचालन किया है, आवश्यकता है जागरूक होकर उनकी अधिक से अधिक लाभ उठाने की। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजना बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओं के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान में बालिकाओं के संरक्षण एवं संवर्द्धन की महत्ती आवश्यकता है क्योंकि बालिका ही सशक्त एवं आत्मनिर्भर बनकर एक सशक्त समाज एवं राष्ट्र के निर्माण के भागीदार बनती है। उन्होंने बालिका शिक्षा पर विशेष जोर दिया। कार्यक्रम में श्रीमती विनिता बोहरा ने बालिका सशक्तिकरण पर विचार व्यक्त करते हुए बालिकाओं को अपने दायित्वों का भलीभांति निर्वहन करने की बात कही। उन्होंने कहा कि एक महिला को विभिन्न परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है इस स्थिति में वे आत्मनिर्भर बनें।

एमजी की उपप्राचार्या डॉ. ऋतु मथारू ने बालिकाओं का प्रोत्साहन करते हुए कहा कि बालिकाएं अपने भविष्य के बारे में सकारात्मक सोच रखते हुए निरंतर आगे बढें। उन्होंने बालिका शिक्षा को राष्ट्र एवं समाज उत्थान के लिए महत्वपूर्ण बताया। इस अवसर पर लोकेश शर्मा ने बालिका संरक्षण एवं अधिकारों के बारे में बताते हुए पोक्सो एक्ट, पीसीपीएनडीटी एक्ट आदि कानून संबंधी जानकारी दी। कार्यक्रम में मनीषा भटनागर ने कन्या भ्रूण हत्या रोकने एवं मुखबिर योजना आदि के बारे में बताया। इस अवसर पर राजकुमारी भार्गव ने भी विचार रखे।

प्रारंभ में महिला अधिकारिता विभाग की कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती रश्मि कौशिश ने स्वागत उद्बोधन पश्चात कार्यक्रम के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला और विभाग द्वारा किशोरियों के लिए संचालित योजनाओं की जानकारी दी। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती मधु लोधा ने किया। इस अवसर पर उदयपुर जिले के ग्रामीण अंचल की सवा सौ से अधिक किशोरियों ने भाग लिया।

हुई प्रतियोगिताएं मिले पुरस्कार श्रीमती रश्मि कौशिश ने बताया कि कार्यक्रम में कन्या भ्रूण हत्या एवं बाल विवाह एवं बालिका शिक्षा विषय पर पोस्टर एवं निबंध प्रतियोगिताएं आयोजित हुई। इन प्रतियोगिताओं में खुशबू चौबीसा, मंजू गमेती, भारती गमेती, स्वाति चौबीसा, दीपा गर्जुर, प्रियंका गमेती, भावना लोहार, भावना मेघवाल, यशोदा गमेती, शोभा गुर्जर, सीता व रेखा गमेती की रचनाएं श्रेष्ठ रहीं, जिन्हें अतिथियों द्वारा पुरस्कृत किया गया।

राष्ट्रीय बालिका दिवस पर हुआ जिला स्तरीय कार्यक्रम

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