डूंगरपुर, दिनांक 06 नवम्बर 2019। डूंगरपुर जिला पुलिस अधीक्षक जय यादव के निर्देशन में बाल संरक्षण हेतु नियमित रूप से सराहनीय कार्य किये जा रहे हैं। डुंगरपुर पुलिस द्वारा कुछ दिनों पूर्व ही तीन बालिकाओं को विद्यालय से जुडने में सहयोग किया था और बच्चों की शिक्षा की पूर्ण जिम्मेदारी भी ली थी।
इसी क्रम में एक बार पुनः डूंगरपुर जिले के पुलिस थाना निठाउवा के थानाधिकारी लालसिंह चौहान ने अपनी नेकी का परिचय देते हुए देखभाल एवं संरक्षण की दरकार रखने वाली एक दस वर्षीया बालिका को न केवल स्कूल से जोडा बल्कि उसकी पुनर्वास की व्यवस्था छात्रावास में भी करवायी।
उल्लेखनीय है की निठाउवा थाना क्षेत्र में मेरात फला के निवासी बाबरीया पिता वागला बरगोट मीणा उम्र 30 वर्ष ने अपने मकान में फंदा लगा कर आत्महत्या कर ली। मौका रिपोर्ट के दौरान थानधिकारी को पता चला की मृतक की पत्नी, पुत्री गंगा 11 वर्ष तथा पुत्र रमेश 7 वर्ष का हैं।
पूछताछ के दौरान पता चला की मृतक शराब का आदि था, आये दिन पत्नी व बच्चों के साथ झगडा करता था। इसी के चलते मृतक ने अपनी पुत्री गंगा को कक्षा 5 में ही पढाई छुडवा दी थी।
जब थानाधिकारी ने बालिका से बातचीत की तब बालिका ने बताया की वह आगे पढना चाहती हैं। यह जानकर थानाधिकारी ने संवेदनशीलता का परिचय देते हुए बालिका को गोद लेकर उसे स्कूल में दाखिला करवाते हुए छात्रावास में प्रवेश कराया। साथ ही बालिका हेतु कपडे व अन्य सामग्री को भी उपलब्ध कराया।
डूंगरपुर जिलें की पुलिस अपनी अतिव्यस्त कार्यप्रणाली के बावजूद बच्चों के प्रति जो स्नेह और आत्मीयता रखते हुए कार्य कर रही हैं वह सही मायने में एक मिसाल हैं।
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