गलतियों का अनुभव कर उससे प्रेरणा देती है आइन्सटिन टंग पुस्तक
जीवन में हर व्यक्ति जाने-अनजानें में अनेक बार गलतियां करता है। कभी वह जानबूझ कर तो कभी अनजानें में गलतियां कर बैठता है लेकिन जानबूझ कर की गई गलतियों से वह सबक नहीं लेता है और गलतियों पर गलतियां दोहराता जाता है। यदि वह की गई गलतियों से सबक लेकर सही मार्
जीवन में हर व्यक्ति जाने-अनजानें में अनेक बार गलतियां करता है। कभी वह जानबूझ कर तो कभी अनजानें में गलतियां कर बैठता है लेकिन जानबूझ कर की गई गलतियों से वह सबक नहीं लेता है और गलतियों पर गलतियां दोहराता जाता है। यदि वह की गई गलतियों से सबक लेकर सही मार्ग चुन लें तो उसके जीवन की काया पलट सकती है और यही जीवन में अनुभव कर अपने अपनी गलतियों को सुधार कर उनसे प्राप्त अनुभवों को आइन्सटिन टंग नामक पुस्तक में उतारा है अन्तर्राष्टीय ख्यातिप्राप्त आर्किटेक्ट सुनील लढा ने। इस पुस्तक को आज शाम को आयोजित एक समारोह में लॉन्च किया गया।
लढा ने आज यहाँ आयोजित प्रेस वार्ता में बताया कि यह पुस्तक उन लोगों के लिये है जो स्वयं एवं दूसरों के द्वारा की गई गलतियों से प्रेरणा लेकर कार्य करने का इरादा रखते है। जो नई चीजों को दोहराने के बजाए नई गलतियों को बदलना चाहते हैं। इसमें संकलित कथाएँ वास्तविक जीवन का अनुभव हैं। उन्होंने लोगों के नामों को उनकी गोपनीयता का सम्मान करने के लिए पुस्तक में उन्हें और उसे के रूप में संबोधित किया है।
सह लेखक अमित गौरव बताया कि जीवन में हर घटना, हर उत्पाद का हम प्रयोग करते हैं और हर व्यक्ति हम से मिलता हैं, हमें सिखाता है कि वह किताब का उद्देश्य दिन-प्रतिदिन एक अलग परिप्रेक्ष्य विकसित करने में मदद करता है। सामान्य रूप से अनदेखी जीवन के अनुभव, जिससे सीखने की अवस्था की ओर झुकना होता है। वह कहानियों को किसी भी पेज से पसन्द कर सकते हैं।यहाँ सीखने में कोई दृश्य नहीं हैं। जीवन को बेतरतीब ढंग से सबक सिखाता है और यह पुस्तक भी ऐसा करती है। घटनाओं की व्याख्या भिन्न हो सकती है, लेकिन अंततः इसका उद्देश्य विकसित होना है। मुझे लगता है कि इसमें समाहित की गई घटनाओं और घटनाओं ने मुझे यह देखने के लिए कि क्या यह ट्रिगर करता है। आइन्सटिन की बात सुने और इसे पढ़कर इसका आनन्द लेना चाहिये।
दिल्ली की इनफिनिटी बुक के प्रकाशक राजीव सेठी ने बताया कि यह उनका 300 वां संस्करण है। इसकी साढ़े चार हजार पुस्तकें प्रकशित की गई है जो पूरे देश भर मे भेजी जाएगी। उन्होेंने बताया कि लढ़ा ने इस पुस्तक की बिक्री से बिना किसी प्रकार की रॉयल्टी लिये आसप नामक उनके फाउण्डेशन के जरिये वे कच्ची बस्ती के बच्चों से लेकर उच्च शिक्षा में अध्ययन करने वाले निर्धन बच्चों व बड़ों में भी संस्कार जागृत करने का कार्य करेंगें।
पुस्तक की ग्राफिक्स दिल्ली की रचना दमानी ने की है। जिसनेे हर विषय पर अलग-अलग ग्राफिक्स दे कर इसमें जान डाल दी है।
To join us on Facebook Click Here and Subscribe to UdaipurTimes Broadcast channels on GoogleNews | Telegram | Signal
