सुप्रकाशमति माताजी के 39 वें वर्षायोग की हुई कलश स्थापना

सुप्रकाशमति माताजी के 39 वें वर्षायोग की हुई कलश स्थापना 

धर्म- विज्ञान के जरिये नास्तिक से आस्तिक बन उसका आनंद उठायेंः सुप्रकाशमति माताजी
 
सुप्रकाशमति माताजी के 39 वें वर्षायोग की हुई कलश स्थापना
गणिनी आर्यिका सुप्रकाशमति माताजी के बलीचा स्थित ध्यानोदय क्षेत्र में हो रहे 39 वें पावन वर्षा योग की कलश स्थापना कार्यक्रम सम्पन्न हुआ

उदयपुर। गणिनी आर्यिका सुप्रकाशमति माताजी के बलीचा स्थित ध्यानोदय क्षेत्र में हो रहे 39 वें पावन वर्षा योग की कलश स्थापना कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। इस आयोजन को देशभर के भक्तों द्धारा ऑनलाइन मनाया गया। 

इस अवसर पर पर सुप्रकाशमति माताजी ने कहा जीवन नश्वर है। आप जितना धर्म से जुड़ेंगे,उसमें धर्म- विज्ञान के जरिये नास्तिक से आस्तिक बन उसका आनंद पायेंगे। उन्हरेंने कहा कि वर्षाकाल की समापित तक कम से कम रात्रि भोजन का त्याग कर गुरू के प्रति सच्ची श्रद्धा प्रदर्शित करें। रात्रि भोजन त्याग कोई रूढ़िवाद नहीं वरन् विज्ञानं है। विज्ञानं कहता है कि सूर्यास्त के बाद भोजन अपच का कारण होता है और वह जहर बन जाता है। हमें आजीवन स्वस्थ रहने के लिये यह करना हमारें लिये उचित रहेगा। जैन कुल ही नहीं किसी भी कुल में जन्म लेने वाला व्यक्ति यदि यह प्रक्रिया अपनाता है तो वह कभी अस्वस्थ नहीं  होगा।  

सुप्रकाश ज्योति मंच के मुख्य ट्रस्टी ओमप्रकाश गोदावत ने बताया कि गुरु माँ गणिनी आर्यिका राष्ट्र संत 105 सुप्रकाशमति माताजी ससंग ’5पिच्छी’ का 2020 का वर्षायोग ’ध्यानोदय’ क्षेत्र बलीचा (श्री सुप्रकाशमती ध्यान केंद्र) में होना निश्चित हुआ है। 

सर्वप्रथम प्रथम ध्वजारोहण किया गया जिसका लाभ सुमित्रा सुरेन्द्रदलावत परिवार द्वारा लिया गया। तत्पश्चात कलश स्थापना, आचार्य गुरुवरों का पूजन, गुरु माँ का अष्ट द्रव्यों से पूजन,

गुरु गौरव सभा एवं मुख्य कलश की ऑनलाइन बोली कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमंे देशभर के भक्तों ने बढ़चढ़ कर उत्साह के साथ भाग लिया। इसमें राजावत परिवार लाभार्थी बनें। 

गोदावत ने बताया कि नमो अरिहतनाम कलश के लाभार्थी सुषमा बदामी लाल चित्तौड़ा, सिद्धाणं कलश के कुसुम चंद्र प्रकाश मेहता सेमारी, आयरियाणं कलश के शीला हरीश हिकावत नागपुर ,नमो उवज्झायानम कलश के मैना राजेंद्र वेडा उदयपुर,सर्व साधु कलश के विजय संदीप हितेश शीतल, सुमतिलाल डागरिया, भक्ताम्बर कलश के सीमा राजेश जैन जयपुर,श्रीयन्त्र कलश के नीलिमा कमल वजुवावत,  24तीर्थंकर कलश के सुनीता अरविन्द पाड़लिया , दाड़मचंद दाड़म, मल्लिनाथ के मैना भगवती लाल विक्रम तुभ्यंम नन्नावत सेक्टर 14, शांतिनाथ के आशा जम्बू कंठालिया सेक्टर 4, श्रीपार्श्वनाथ कलश के लाभार्थी ललिता लक्ष्मीलाल मालवी । 

उन्होंने बताया कि गुरु पूजा के सौधर्मी मोहन जैन वरदावत बनें। गुरूमां को शास्त्र बदामी लाल चित्तौड़ा, अखण्ड ज्योति त्रिलोक सांवला एवं वस्त्र जीतेन्द्र रजावत, सुनील गोदावत, बदामी चित्तौड़ा, जम्बू कंठालिया ने किये। ध्यानोदय पर आयोजन में आने वाले श्रावकों ने मास्क एवं कोरोना की गाइड लाईन का पालन किया। 

गोदावत ने बताया कि इस वर्षाकाल मे गुरु माँ के प्रतिदिन प्रातः साढ़े पंाच बजे दिव्य योग प्राणायाम एवं साढ़े सात बजे जिनाभिषेक,प्रातः आठ बजे ऑनलाइन प्रवचन होंगे। तत्वचर्चा कार्यक्रम प्रातः 10 बजे, आहारचर्या 12 बजे, सामायिक एवं दोपहर 3 बजे, शास्त्र चर्चा एवं धर्म क्लास सांय 5 बजे, प्रतिक्रमण सांय 7 बजे एवं जिनालय में आरती प्रश्न मंच एवं गुरुआरती आदि कार्यक्रम प्रतिदिन होंगे।  
 

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