आज भी युवाओं के दिलो में जिंदा है कला
जिस तरह युवा आज इंजीनियरिंग, सी.ए, सी.एस, एम.बी.ए आदि कई पाठ्यक्रमों के पीछे भागते दिखाई दे रहे हैं, उसी बिच कई युवाओं के दिलों में आज भी कला का विषय जिंदा हैं। कला एक ऐसा विषय है जिसमें व्यक्ति अपने हुनर के माध्यम से अपनी भावनाओं को व्यक्त करने की कोशिश करता हैं।
जिस तरह युवा आज इंजीनियरिंग, सी.ए, सी.एस, एम.बी.ए आदि कई पाठ्यक्रमों के पीछे भागते दिखाई दे रहे हैं, उसी बिच कई युवाओं के दिलों में आज भी कला का विषय जिंदा हैं। कला एक ऐसा विषय है जिसमें व्यक्ति अपने हुनर के माध्यम से अपनी भावनाओं को व्यक्त करने की कोशिश करता हैं।
हर एक इन्सान के जीवन में कला की महतवपूर्ण भूमिका होती हैं। कला हमें मानवता को अलग ढंग से समझने में सक्षम करती हैं। आर्ट एक संचार का माध्यम भी हैं, कला कई प्रकार की होती है जैसे ड्राइंग, म्यूजिक, डांस, आदि। आज उदयपुर में भी इसका चलन अभी तक हैं।
डॉ.मदन सिंह राठोड (कला विभाग के अध्यक्ष) का कहना था की पहले जिस तरह से लोगों के पास अपनी बात कहने के लिए कुछ नहीं होता था तो वह अपनी कला के माध्यम से ही अपनी बात को कह देते थे। इसका दौर आज भी चल रहा है बस फर्क इतना है कि नई तकनीक के आने के बावजूद आज भी बड़े बड़े कलाकारों में कला के प्रति वही भावना है। कला का महत्व पहले भी था और अभी भी इसका उतना ही महत्व हैं।
इसी के चलते उदयपुर के कई छात्रों की रूचि पेंटिंग और म्यूजिक में दिखाई दी जिसमें उनका कहना था कि म्यूजिक में क्लासिकल म्यूजिक का अधिक महत्व है इसी के साथ साथ कई नए तरह के इंस्ट्रूमेंट भी सीखाए जाते हैं जैसे तबला, गिटार, मोहनवीणा, वोकल अदि। यह सब चीज़े भविष्य में अच्छे सिंगर, म्यूजिक डायरेक्टर, और शिक्षक बनने में काम आती हैं।
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