बेटी को न्याय दिलानें के लिये सवा साल से भटक रहा पिता


बेटी को न्याय दिलानें के लिये सवा साल से भटक रहा पिता

ससुराल वालों द्वारा बेटी प्राची अग्रवाल पर किये गये अत्याचार को लेकर पिता वीरेश सिंघल ने ससुराल वालों के खिलाफ दायर की गई प्राथमिकी को सवा साल हो गया लेकिन आज तक पुलिस प्रशासन फरियादी को न्याय तक नहीं दिला पायी है। स्थानीय अग्रवाल समाज के पांचो समाज के लागों ने मिलकर आज मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर विष्णचुरण मलिक को ज्ञापन देकर शीघ्र न्याय दिलानें की मांग की है।

 
बेटी को न्याय दिलानें के लिये सवा साल से भटक रहा पिता

ससुराल वालों द्वारा बेटी प्राची अग्रवाल पर किये गये अत्याचार को लेकर पिता वीरेश सिंघल ने ससुराल वालों के खिलाफ दायर की गई प्राथमिकी को सवा साल हो गया लेकिन आज तक पुलिस प्रशासन फरियादी को न्याय तक नहीं दिला पायी है। स्थानीय अग्रवाल समाज के पांचो समाज के लागों ने मिलकर आज मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर विष्णचुरण मलिक को ज्ञापन देकर शीघ्र न्याय दिलानें की मांग की है।

वीरेश सिंघल ने बताया कि प्राची की विवाह सवा पांच वर्ष पूर्व जयपुर 114 बरमित कोलोनी के प्रभुदयाल गोयल के पुत्र पियुष गोयल से की थी लेकिन प्राची के साढ़े तीन वर्ष का एक पुत्र रूशान भी है। वीरेश ने आरोप लगया कि ससुराल वालों द्वारा बेटी पर अत्याचार शुरू कर दिये, बढ़ते अत्याचारों को देखते हुए गत वर्ष प्रभुदयाल, पुष्पा गोयल एवं उनके पुत्र पियूष गोयल के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की लेकिन पुलिस प्रशासन सवा साल बीत जाने के बावजूद आज तक आरोपी को पकड़ नहीं पायी है।

विश्व हिन्दू परिषद के वरिष्ठ नेता राजनाथ सिंघल के पुत्र वीरेश सिंघल ने बताया कि प्राची गोयल शादी के बाद अपने पति पियूष के साथ अफ्रिका चली गयी थी, जहाँ भी उनकी दहेज की मांगे जारी रही। ससुराल वालों ने मांगे नहीं माने जाने पर प्राची को शारीरिक एवं मानिसक रूप से रूप से प्रताडि़त करना शुरू कर दिया था।

बेटी को न्याय दिलानें के लिये सवा साल से भटक रहा पिता

जिला कलेक्टर को ज्ञापन देते अग्रवाल समाज की पांचो इकाई के अध्यक्ष

सिंघल ने बताया कि शादी पूर्व ही पियूष का एक महिला मित्र से संबंध थे। जिसे वह प्राची के सामने ही अपने घर बुलाकर रखता था। प्राची द्वारा विरोध करने पर उसके बच्चे को छिन लेने की धमकी दी जाती रही। बेटे की खातिर प्राची ने पियूष का साथ दिया। इसके बाद पियूष प्राची को अपने घर छोड़ अफ्रिका चला गया। 12 मई 2015 को प्राची को उसके ससुराल वालों ने अपने घर में नहीं घुसने दिया और अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए घर से निकाल दिया। प्राची के पीहर,ससुराल एवं परिजनों के बीच काफी बातचीत हुई लेकिन उनका का व्यवहार नहीं बदला।

पीडि़त परिवार गत वर्ष 22 मई को महिला थाने में प्राथमिकी संख्या 76/2016 दर्ज करायी लेकिन आज तक पियूष एवं उनके माता-पिता के खिलाफ कोई संज्ञान नहीं लिया गया। वीरेश ने शंका जाहिर की कि जिला पुलिस अधीक्षक पर किसी प्रकार का राजनैतिक दबाव है इसी कारण वे आरोपी के खिलाफ कोई कदम नहीं उठा पा रहे है। पुलिस ने मामले की फाईल न्यायालय तक में पेश नहीं की है। पुलिस ने सहयोग के नाम पर मात्र आरोपी पक्ष से कुछ जेवरात एवं सामान फरियादी को दिलवा दिये जबकि अभी भी फरियादी का काफी सामान आरोपी पक्ष के पास रखा हुआ है।

प्राची ने पुलिस को पियूष के माता-पिता के भारत छोड़कर जाने की आंशका जाहिर करने एवं न ही पियूष को अफ्रिका से बुलाये जाने को लेकर किसी प्रकार का कोई लुकआउट नोटिस जारी नहीं किया गया है।

अग्रवाल प्रवासी समाज के अध्यक्ष खेमचंद अग्रवाल,अग्रवाल वैष्णव पंचायत के अध्यक्ष कैलाशचन्द्र अग्रवाल, अग्रवाल जैन पंचायत के अध्यक्ष बृजमोहन गर्ग, अग्रवाल लश्करी समाज के अध्यक्ष रामचन्द्र अग्रवाल, धानमण्डी अग्रवाल समाज के अध्यक्ष जगदीश भण्डारी, प्रवासी महिला अग्रवाल समाज की अध्यक्षा वीणा अग्रवाल, अग्रवाल वैष्णव समाज की महिला इकाई की अध्यक्षा कुसुम मेड़तिया, अग्रवाल लश्करी महिला इकाई की अध्यक्षा लीना अग्रवाल, धानमण्डी अग्रवाल समाज की महिला इकाई की कमला अग्रवाल, महिला अग्रवाल जैन समाज की गीता अग्रवाल सहित अनेक समाजजनों ने आज जिला कलेक्टर से मिलकर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन देकर न्याय दिलानें की गुहार लगायी।

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