शहनाई की गुंजती धुन, स्वर्ग से पुष्प वर्षा करते सभी देवी- देवता, ईन्द्र – इन्द्राणी, खुशियां मनाता सम्पूर्ण जगत और सम्पूर्ण ब्रम्हाण्ड मे फैली खुशियों की लहर। भगवान श्रीकृष्ण का रूक्मणि से जब विवाह हुआ तो ऐसा ही वातवरण पूरे स्वर्ण और धरती लोक मे उत्पन्न हुआ। रूक्मणि विवाह का ऐसा सुन्दर वर्णन उदयपुर जिला वैश्य महासम्मेलन द्वारा आरएमवी मैदान मे बने श्रीमयी कृष्ण धाम के छठे दिन व्यास पीठ से भागवत परायणकर्ता बडौदा कामवन के हरिराय बावाश्री ने रूक्मणि विवाह के प्रसंग के दौरान किया।
रूक्मणि विवाह के दौरान श्रीकृष्ण जैसे ही श्रीमयी कृष्णधाम मे गाजे-बाजे के साथ अपनी बारात लेकर पहुँचे वैसे ही भगवान के भक्तों ने दोनों हाथ उठा कर श्रीकृष्ण का स्वागत किया और श्रीकृष्ण के जयकारें लगाकर पूर्ण भक्तिमयी माहौल बना दिया। बावाश्री द्वारा व्यास पीठ से रूक्मणि विवाह के प्रसंग को सुनाया जा रहा था और इधर रूक्मणि मंगल गान के साथ भगवान श्रीकृष्ण का रूक्मणि से विवाह सम्पन्न हुआ। विवाह के इस मांगलिक आयोजन का भगवान का हर भक्त साक्षी बना और भजनों की प्रस्तुति पर झूम कर नृत्य किया।
महारास में लीन होकर झूमे भक्त
कथा के छठे दिन हरिराय बावाश्री ने श्रीकृष्ण रासलीला का सुन्दर वर्णन प्रस्तुत किया तो वही रासलीला के भजन पर महिला – पुरूष, युवक – युवतियों ने महारास के भजनों पर प्रभु भक्ति मे लीन होकर ऐसा रास किया कि महारास का प्रसंग जीवंत हो उठा। बावाश्री ने कृष्ण महारास, मथुरा मे आगमन, कंस वध, रूक्मधि हरण, रूक्मणि के भाई रूक्मि का अनादर और रूक्मणि विवाह के प्रसंग का वर्णन किया।
आचार्य सुनील सागर जी ने दिया व्याख्यान
महासम्मेलन द्वारा युवाओं की परिवार को एकजूट रखने मे भूमिका को बताते हुए आचार्य सुनील सागर जी के विशेष व्याख्यान का भी आयोजन किया गया। आचार्य सुनील सागर ससंघ प्रात:कालीन सत्र मे श्रीमयी कृष्णधाम पधारे और परिवार की धूरी युवा विषय पर अपने विशेष उद्बोधन मे कहा कि सभी संप्रदाय और सभी समाज अगर युवाओं को साथ लेकर आगे बढे तो देश ही नही बल्कि सम्पूर्ण राष्ट्र का तीव्र गति से विकास होगा। उन्होने युवाओं मे संस्कारों का बीजारोपण करते हुए कहा कि हमारे माता – पिता ही हमारें चारों धाम है, हमे तीर्थ जाने की आवश्यकता नही अगर तीर्थ का सौभाग्य प्राप्त करना है तो माता-पिता की सेवा करे।
अतिथियों ने लिया महाआरती का लाभ
श्रीमद् भागवत कथा के छठे दिन कथा का प्रसंग पूर्ण होने के बाद युआईटी चेयरमैन रविन्द्र श्रीमाली, भाजपा जिलाध्यक्ष दिनेश भटृ, सुरजपोल थानाधिकारी हेरम्भ जोशी, समाजसेवी मांगीलाल लुणावत, उद्योगपति धीरेन्द्र सिंह सचान, महासम्मेलन के प्रदेश महामंत्री अरूण गुप्ता, प्रदेश उपाध्यक्ष महेश काला, महासम्मेल के जिलाध्यक्ष अनिल नाहर, के.एम. जिंदल, पिंकी माण्डावत, प्रकाश चेचाणी, पंकज तोषनीवाल ने भागवत भगवान की महाआरती का लाभ लिया।
आज पूर्णाहूति यज्ञ के साथ होगी महाप्रसादी
जिला वैश्य महासम्मेलन के अध्यक्ष अनिल नाहर ने बताया कि भागवत कथा के अंतिम दिन रविवार को भागवत कथा के बाद पूर्णाहूति यज्ञ का आयोजन होगा और साथ ही महाप्रसादी का भी आयोजन किया जायेगा। उन्होने वैष्णजनों से निवेदन किया कि भागवत कथा की इस महाप्रसादी का सभी लाभ ले।
प्रभु भजनों से होगा नववर्ष का स्वागत
महासम्मेलन के महामंत्री के.एम. जिंदल ने बताया कि महासम्मेलन द्वारा नववर्ष – 2018 का स्वागत हिन्दू रिति रिवाज और पूर्ण धार्मिक तरिके से करने के उद्देश्य से श्रीमद् भागवत पूर्णाहूति यज्ञ और महाप्रसादी के पश्चात शाम को श्याम भक्त मंडल ट्रस्ट के तत्वावधान मे आरएमवी ग्राउण्ड मे भव्य खाटू श्याम भक्ति संध्या का आयोजन होगा। भजन संध्या मे नवीन शर्मा और केमिता राठौड खाटू श्याम भजनों की संगीतमयी प्र्रस्तुतियां देंगे।