पहली बार गीतकार को साहित्य का नोबेल, US के बॉब डिलन को मिलेगा


पहली बार गीतकार को साहित्य का नोबेल, US के बॉब डिलन को मिलेगा

अमेरिकी गीतकार बॉब डिलन को इस साल का साहित्य का नोबेल दिया जाएगा। 1901 से अब तक 115 साल में 109 शख्सियतों को यह नोबेल मिला। लेकिन ऐसा पहली बार होगा जब किसी गीतकार को साहित्य के नोबेल के लिए चुना गया है। प्राइज के साथ डिलन को करीब 6 करोड़ 20 लाख रुपए मिलेंगे।

 
पहली बार गीतकार को साहित्य का नोबेल, US के बॉब डिलन को मिलेगा
अमेरिकी गीतकार बॉब डिलन को इस साल का साहित्य का नोबेल दिया जाएगा। 1901 से अब तक 115 साल में 109 शख्सियतों को यह नोबेल मिला। लेकिन ऐसा पहली बार होगा जब किसी गीतकार को साहित्य के नोबेल के लिए चुना गया है। प्राइज के साथ डिलन को करीब 6 करोड़ 20 लाख रुपए मिलेंगे।

डिलन ने 54 साल के करियर में 650 से ज्यादा गाने गाए और लिखे। उन्हें अमेरिकी गीत परंपरा में उनके योगदान को लेकर नोबेल के लिए चुना गया है। बता दें कि 1997 में इटली के डारियो फो को भी साहित्य का नोबेल मिला था। डारियो भी डिलन की तरह गीतकार थे, लेकिन ड्रामा राइटर की भूमिका के लिए उन्हें नोबेल दिया गया था। उनका 90 साल की उम्र में गुरुवार को ही निधन हुआ है।
ज्यूरी ने कहा, “75 साल के रॉक लीजेंड डिलन एक शानदार उदाहरण हैं। उन्होंने 54 साल तक खुद की ही खोज जारी रखी। वो बेहतरीन सोच वाले शख्स हैं। डिलन ने अमेरिका की महान गीत परंपरा में कविता की नई अभिव्यक्ति लाने का काम किया।”
बॉब का जन्म 1941 में अमेरिका में हुआ। 1959 में मिनिसोटा के एक कॉफी हाउस से म्यूजिक करियर शुरू किया। डिलन 1960 के दशक में बेहद मशहूर हुए। उन्हें अमेरिका की दिक्कतें बताने वाला अनौपचारिक इतिहासकार भी कहा जाता है। डिलन ने 54 साल में 70 एलबम निकाले। 653 गाने गाए और लिखे। 6 किताबें खुद लिखीं। पहले भी कुछ वर्षों तक नोबेल के लिए बॉब डिलन के नाम की चर्चा रही लेकिन उन्हें नहीं चुना गया।
 ‘ब्लोविन इन द विंड और द टाइम्स दे आर ए चेंज इन’ जैसे सॉन्ग्स को अमेरिका में जंग के खिलाफ और सिविल राइट्स मूवमेंट के प्रतीक के तौर पर देखा जाता है। बॉब के बारे में कहा जाता है कि वो परंपरा के खिलाफ अलग तरह के गाने लिखते और गाते हैं। इसकी वजह से वो कई बार विवादों में भी रहे। बॉब डिलन ने अकॉस्टिक सिंगर और सॉन्ग राइटर के तौर पर करियर शुरू किया था। कहा जाता है कि शुरुआती वर्षों में बॉब डिलन जर्मन तानाशाह हिटलर से बेहद प्रभावित थे। 1965 के फोक फेस्टिवल में वे तब कॉन्ट्रोवर्सी में आ गए जब उन्होंने अपनी अकॉस्टिक गिटार अलग रख दी और इलेक्ट्रिक गिटार से परफॉर्मेंस दी। इस फेस्टिवल में लोगों ने बॉब डिलन के खिलाफ हूटिंग भी की। लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। Source: Dainik Bhaskar

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