उदयपुर में ‘‘गुटरूँगुटर गू‘‘ की अभिनेत्री अस्मिता ने किया फिल्म का प्रमोशन
महिला सशक्तिकरण और स्वच्छता अभियान का संदेश देती हुई बेहद मनोरंजक हिन्दी फीचर फिल्म है- ‘‘गुटरूँगुटर गू‘‘, यह फिल्म भारत के ग्रामीण परिवेश में महिला सशक्तिकरण एवं खुले में शौच जैसे मुद्दों पर प्रकाश डालती है। फिल्म 3 फरवरी को राजस्थान के तीन शहरो उदयपुर, जयपुर और जोधपुर में प्रदर्शित की जाएगी।
स्वच्छता एवं महिला सशक्तिकरण के विषय पर निर्मित की गई ‘‘गुटरूँगुटर गू‘‘ की मुख्य कालाकार अस्मिता शर्मा द्वारा दिनांक 21 जनवरी 2017 को सेलेब्रेशन मॉल के फूड कोर्ट एरिया में प्रेस कान्फ्रेंस को सम्बोधित किया गया, इस दौरान उदयपुर शहर के इलेक्ट्रॉनिक एवं प्रिन्ट मिडीया के प्रतिनिधि मौजूद रहे। अभिनेत्री अस्मिता शर्मा ने झीलों की नगरी उदयपुर शहर की प्रसन्नता करते हुए उदयपुर को दुनिया का सबसे खूबसूरत शहर बताया तथा यहां के अतिथि सत्कार की सराहना की।
Asmita Sharma
प्रेस वार्ता के दौरान प्रेस वार्ता के दौरान फिल्म की समीक्षा करते हुए बताया कि यह फिल्म भारत के ग्रामीण परिवेश में महिला सशक्तिकरण एवं खुले में शौच जैसे मुद्दों पर प्रकाश डालती है। फिल्म 3 फरवरी को राजस्थान के तीन शहरो उदयपुर, जयपुर और जोधपुर में प्रदर्शित की जाएगी। जब फिल्म के उद्देश्य, नाम तथा फिल्म निर्माण में आई समस्याओं के बारे में अभिनेत्री से प्रश्न पूछे गए तो अस्मिता ने उतने ही उत्साह से उनके सवालों के जवाब देते हुए बताया कि यदि समाज का समस्त वर्ग स्व्च्छता एवं महिला सशक्तिकरण जैसे मुद्दों पर जागरूक होगा तो स्वतः ही समाज तथा देश भी सशक्त हो पायेगा।
Asmita Sharma
इससे पूर्व उदयपुर में साइंस कॉलेज, कॉमर्स कॉलेज में विद्यार्थियों के साथ टॉक शो का आयेजन किया गया। कालेज ऑफ कामर्स में छात्र -छात्रों को फिल्म का प्रोमो दिखाया गया तथा छात्र -छात्राओं ने बडे उत्साह और उत्सुकता के साथ अभिनेत्री से चर्चा की।
Asmita Sharma
टाउन हॉल में आयोजित फिल्म के लॉंच में अस्मिता शर्मा जिले के सरपंचों से मुखातिब हुईं, उन्होनें फिल्म के बारे में बताते हुए कहा कि फिल्म खुले में शौच तथा महिला सशक्तिकरण के मुद्दों पर बनी हुई एक पारिवारिक प्रेम कथा है। उन्होने बताया कि उदयपुर जिले में महिला सरपंचों द्वारा स्वच्छता एवं खुले में शौच मुक्त करने हेतु अच्छा कार्य किया गया है, वे ही असली अभिनेत्री हैं। महिलाओं के लिए खुले में शौच जाना बेहद सवेंदनशील मुद्दा है। मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद् ने बताया कि उदयपुर में 136 गावों को ओ.डी.एफ. (खुले में शौच मुक्त) बनाया जा चुका है। मेवाड क्षेत्र में महिला संरपचों के द्वारा स्वच्छता अभियान पर अच्छा कार्य किया गया है। सभी महिला सरपंचों जिनके द्वारा उनकी पंचायतों को खुले में शौच मुक्त बना दिया गया है, महिला सरपंचों को अभिनेत्री द्वारा सम्मानित किया गया।कार्यक्रम में जिला प्रमुख उदयपुर, सरंपच सौभागपुरा, ठाकरा के साथ अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
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