सम्बोधन का हिन्दी सेवी सम्मान-2012 आयोजित
साहित्य अकादमी और सम्बोधन पत्रिका की सहभागिता में पत्रिका सम्बोधन का 8वां हिन्दी सेवी सम्मान समारोह अकादमी कार्यालय में आयोजित किया गया। इस समारोह में भोपाल की प्रख्यात कहानीकार डॉ. स्वाति तिवारी को अकादमी अध्यक्ष वेद व्यास, कमर मेवाड़ी और मधुसूदन पंडया द्वारा शाल, श्रीफल, प्रशसित पत्र तथा सम्मान राशि 11,000- रुपये भेंट किये गये।
साहित्य अकादमी और सम्बोधन पत्रिका की सहभागिता में पत्रिका सम्बोधन का 8वां हिन्दी सेवी सम्मान समारोह अकादमी कार्यालय में आयोजित किया गया। इस समारोह में भोपाल की प्रख्यात कहानीकार डॉ. स्वाति तिवारी को अकादमी अध्यक्ष वेद व्यास, कमर मेवाड़ी और मधुसूदन पंडया द्वारा शाल, श्रीफल, प्रशसित पत्र तथा सम्मान राशि 11,000- रुपये भेंट किये गये।
सर्वप्रथम गोपाल खण्डेलवाल ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत की। समारोह के स्वागताध्यक्ष मधुसूदन पण्डया तथा कमर मेवाड़ी द्वारा वेद व्यास एवं डॉ. स्वाति तिवारी का स्वागत व माल्यार्पण किया गया। सम्बोधन संस्था के वरिष्ठ परामर्श मधुसुदन पण्डया ने इस सम्मान की जानकारी देते हुए बताया कि यह सम्मान प्रतिवर्ष सम्बोधन संस्था द्वारा आयोजित किया जाता है। यह पुरस्कार हिन्दी साहित्य के विकास के लिए प्रतिवर्ष मीडियाकर्मी, समाजसेवी, पत्रकार को दिया जाता है। इस वर्ष संस्था द्वारा यह पुरस्कार साहित्यकार को प्रदान किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि कमर मेवाड़ी द्वारा 46 वर्ष पूर्व जलार्इ हुर्इ साहित्य की मशाल आज भी प्रज्वलित है। उनकी जिजीविषा को देखते हुए प्रत्येक साहित्यकार उनसे जुड़ना चाहता है। नाथद्वारा के साहित्यकार एम.डी. कनेरिया एवं राधेश्याम द्वारा वेद व्यास एवं तिवारी को श्रीनाथजी का प्रसाद भेंट किया ।
कमर मेवाड़ी ने अपने उदबोधन में कहा कि पूर्व में यह पुरस्कार राजस्थान के लेखक, मीडियाकर्मी, पत्रकार, समाजसेवी को प्रदान किया जाता है पहली बार यह पुरस्कार राजस्थान से बाहर के व्यकित को प्रदान किया जा रहा है। स्वाति तिवारी के लेखन कर्म के बारे में बताते हुए कहा कि तिवारी की डेढ़ दर्जन पुस्तकें प्रकाशित हुर्इ हैं तथा इनकी रचनाएं नियमित रूप से विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित होती रही हैं। इन्होंने विविध विधाओं में अपना लेखन कार्य किया है।
स्वाति तिवारी ने अपने वक्तव्य में अपनी स्वरचित कहानी के वाचन द्वारा परिवार में एक औरत की अपने माँ-बाप के प्रति अपनत्व, संयुक्त परिवार व एकल परिवार की सिथतियों का वर्णन किया। अकादमी अध्यक्ष वेदव्यास ने कहा कि अकादमी साहित्यकारों से संवाद स्थापित करने के लिए ऐसे कार्यक्रम आयोजित करती रहती है तथा भविष्य में भी ऐसे कार्यक्रम आयोजित करती रहेगी। व्यास ने कहानीकार डॉ. स्वाति तिवारी के लेखन कर्म की प्रशंसा की तथा आगे भी अपना लेखन कर्म जारी रखने के लिए कहा।
इस अवसर पर अकादमी अध्यक्ष ने स्वाति तिवारी को अकादमी के नवीनतम प्रकाशन भेंट किये तथा राधेश्याम तिवारी द्वारा सम्बोधन संस्था की पुस्तक व उपरणा प्रदान किया गया। आभार ज्ञापन अकादमी सचिव डॉ. प्रमोद भटट द्वारा किया गया। इस अवसर पर राजसमन्द व नाथद्वारा से पधारे साहित्यकार, उदयपुर शहर के साहित्यकारों व अकादमी कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।
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