मेवाड़ हार्इटेक इंजिनियरिंग में हुआ सौ यूनिट रक्तदान


मेवाड़ हार्इटेक इंजिनियरिंग में हुआ सौ यूनिट रक्तदान

जब फैक्ट्री मालिक से मिला रक्तदान के महत्व का ज्ञान तो बुजुर्ग श्रमिक दौड़ पड़ा रक्तदान को। उसने ना केवल रक्तदान किया अपितु भावी तीन पीढ़ी को हाथोंहाथ रक्तदान का संकल्प करवाया। यह वाकया है गत दिनों हवा मगरी सुखेर सिथत मेवाड़ हार्इटेक इंजिनियरिंग लिमिटेड में संपन्न हुए रक्तदान शिविर का। इस शिविर में ना […]

 

मेवाड़ हार्इटेक इंजिनियरिंग में हुआ सौ यूनिट रक्तदान जब फैक्ट्री मालिक से मिला रक्तदान के महत्व का ज्ञान तो बुजुर्ग श्रमिक दौड़ पड़ा रक्तदान को। उसने ना केवल रक्तदान किया अपितु भावी तीन पीढ़ी को हाथोंहाथ रक्तदान का संकल्प करवाया। यह वाकया है गत दिनों हवा मगरी सुखेर सिथत मेवाड़ हार्इटेक इंजिनियरिंग लिमिटेड में संपन्न हुए रक्तदान शिविर का। इस शिविर में ना केवल 93 यूनिट रक्तदान हुआ अपितु शिविर के बाद भी रक्तदान का महत्व समझ कंपनी के कर्मचारियों ने सात अन्य यूनिट रक्तदान कर रक्तदान शिविर के 100 यूनिट रक्तदान के लक्ष्य को साकार कर दिखाया।

गत दिवस हवामगरी सुखेर सिथत मेवाड़ हार्इटेक इंजिनियरिंग लिमिटेड एवं लायंस क्लब उदयपुर महाराणा के संयुक्त तत्वावधान में 100 यूनिट रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। प्रात: प्रारंभ हुए शिविर में कंपनी के अधिकारियों, कर्मचारियों के अतिरिक्त क्लब के पदाधिकारियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। किंतु यह दुर्भाग्य रहा कि अपरान्ह 3 बजे तक लक्ष्य के मुकाबले केवल 93 यूनिट रक्तदान संपन्न हो सका। इसके पश्चात कंपनी के प्रबंध निदेशक सी.एस. राठौड़ ने आभार स्वरूप कंपनी के अधिकारियों एवं कर्मचारियों की एक सभा ली जिसमें उन्होंने रक्तदान के फायदे एवं आपातकाल में रक्त को जरूरतमंदों को दी जाने वाली व्यवस्थाओं के बारे में बताया।

श्री राठौड़ ने बताया कि रक्तदान से होने वाली कमजोरी महज एक अफवाह है। जबकि आम आदमी यदि छह माह में एक बार भी रक्तदान करे तो उसको किसी भी तरह की शारीरिक कमजोरी संभव नहीं है। जरूरत इस बात की है कि रक्तदान करने वाले दानी का रक्त स्वस्थ रहे। उनकी बात सुन कंपनी के कर्मचारी सुखेर निवासी प्रताप सिंह ने स्वयं खड़े होकर रक्तदान की इच्छा व्यक्त की तथा माना कि पूर्व भ्रांति के स्वरूप उन जैसे लोगों ने सौ यूनिट रक्तदान का लक्ष्य पूरा नहीं किया। इसके बाद वह स्वयं अपने साथियों एवं परिजनों को लेकर चिकित्सालय पहुंचा तथा रक्तदान किया। केवल यही नहीं उस कर्मचारी ने स्वयं के परिजनों के साथ शपथ ग्रहण किया कि वे वर्ष में एक बार रक्तदान कर परिवार के स्वर्गीय परिजनों को याद करेंगे। उल्लेखनीय है कि प्रताप सिंह के परिवार में किसी भी व्यकित ने इससे पूर्व रक्तदान नहीं किया था।

मेवाड़ हार्इटेक इंजिनियरिंग लिमिटेड के कर्मचारियों ने इस अवसर पर रक्तदान के अति महत्तीय दान को जाना। इस अवसर पर कंपनी की निदेशक डा. रीना राठौड़, लायंस क्लब उदयपुर महाराणा के नरेश माहेश्वरी के अतिरिक्त अन्य रक्तदानी भी उपसिथत थे।

 प्रेस नोट के द्वारा 

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