HZL 20 करोड़ रुपये खर्च कर 500 युवाओं को जम्बो ड्रिल एवं वाईन्डिग इंजन ऑपरेशन्स में प्रशिक्षण देगी
खनन उद्योग में कुशल श्रमिकों की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए हिन्दुस्तान ज़िंक ने आईटीआई पास-आउट्स को जम्बो ड्रिल एवं वाईन्डिग इंजन ऑपरेशन्स में प्रशिक्षित करने के लिए माईनिंग एकडमी के स्थापना की है। इस साल ‘हिन्दुस्तान ज़िंक माईनिंग एकडमी’ में प्रवेश के लिए 3000 से अधिक आईटीआई पास-आउट्स ने आवेदन किया है, जिसमें लिखित परीक्षा और साक्षात्कार के बाद 18 महीने के जम्बो प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए 104 उम्मीदवारों का चयन किया गया है।
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खनन उद्योग में कुशल श्रमिकों की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए हिन्दुस्तान ज़िंक ने आईटीआई पास-आउट्स को जम्बो ड्रिल एवं वाईन्डिग इंजन ऑपरेशन्स में प्रशिक्षित करने के लिए माईनिंग एकडमी के स्थापना की है। इस साल ‘हिन्दुस्तान ज़िंक माईनिंग एकडमी’ में प्रवेश के लिए 3000 से अधिक आईटीआई पास-आउट्स ने आवेदन किया है, जिसमें लिखित परीक्षा और साक्षात्कार के बाद 18 महीने के जम्बो प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए 104 उम्मीदवारों का चयन किया गया है।
दोनों प्रशिक्षण आईटीआई पास-आउट्स एवं 30 वर्ष से कम उम्र के राजस्थान निवासियों के लिए है।
हिन्दुस्तान ज़िंक ने अक्टूबर 2016 में 120 आईटीआई पास-आउट्स को जम्बो ड्रिल ऑपरेटर में प्रशिक्षण प्रदान करवाया था जिनका प्रशिक्षण मार्च, 2018 में पूरा हो जाएगा। इससे पहले हिन्दुस्तान ज़िंक ने 2014-15 में जम्बो ड्रिल में प्रशिक्षण दिया था जिनको तुरंत रोजगार भी मिल गया। वाईन्डिग इंजन ऑपरेटर ट्रेनिंग प्रोग्राम के लिए फरवरी 2017 में 47 आईटीआई पास-आउट्स को नामांकित किया गया था जिनका आठ महीने का प्रशिक्षण अक्टूबर 2017 में पूरा हो जाएगा। वाईन्डिग इंजन प्रशिक्षण के अलावा इन उम्मीदवारों को बैंक्स-मैन एवं बैल्मैन ऑपरेशन्स में प्रशिक्षण दिया जाएगा।
हिन्दुस्तान ज़िंक द्वारा दोनों प्रशिक्षण कार्यक्रमों में चयनित उम्मीदवारों को आवासीय सुविधाएं व भोजन आदि की निःशुल्क व्यवस्था कराई गई है। आवासीय पाठयक्रम होने के कारण कक्षा में व्याख्यान और व्यावहारिक जोखिम को बेहतर तरीके से समझाना एवं विकसित करने के लिए विद्यार्थियों पर समान रूप से जोर दिया जाएगा। प्रशिक्षार्थियों को विभिन्न पहलुओं जैसे सॉफ्ट स्किल, सामूहिक प्रयास, अनुशासन और समग्र व्यक्तित्व विकास के रूप में तैयार किया जाएगा जिससे उनको भविष्य में स्थाई रोजगार हासिल करने में मदद मिलेगी।
इन प्रशिक्षार्थियों को 2000 से 7000 रुपये तक मासिक स्टाईफण्ड भी दिया जाएगा जो उनके कार्य निष्पादन से सीधा जुड़ा हुआ है। वर्तमान में प्रशिक्षण केन्द्र भीलवाड़ा, राजसंमद और उदयपुर के पास जावर में स्थित है।
हिन्दुस्तान ज़िंक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री सुनील दुग्गल जो कि स्किल काउन्सिल फोर माईनिंग सेक्टर की गवर्निंग बॉडी के अध्यक्ष भी है ने बताया कि ‘हिन्दुस्तान ज़िंक माईनिंग एकडमी’ स्थापित करने का मुख्य उद्देश्य राजस्थान के योग्य युवाओं की रोजगार क्षमता में वृद्धि करना है। माननीय प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी जी का विचार है कि हिन्दुस्तान ज़िंक प्राकृतिक संसाधनों के माध्यम से लाखों व्याक्तियों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने में सक्षम है। भारतीय खनन उद्योग में जम्बो ड्रिल एवं वाईन्डिग इंजन ऑपरेटर्स को प्रशिक्षण उपलब्ध कराने के लिए हिन्दुस्तान ज़िंक ने माईनिंग एकडमी की स्थापना की है जो बैक्स-मेन एवं बैल्मैन ऑपरेशन्स में भी प्रशिक्षण दिया जाएगा।
हिन्दुस्तान ज़िंक की ओर से सामाजिक उत्तरदायित्व के तहत स्किल काउन्सिल फोर माईनिंग सेक्टर तथा इण्डियन इन्स्टीट्यूट ऑफ स्किल डवलपमेंट प्रा. लि. के सहयोग से स्थापित हिन्दुस्तान ज़िंक माईनिंग एकडमी राज्य के लगभग 500 आईटीआई पास-आउट्स युवाओं को जम्बो ड्रिल ऑपरेशन्स एवं वाईन्डिग इंजन ऑपरेशन्स में प्रशिक्षण देने के लिए हिन्दुस्तान ज़िंक आगामी पांच सालों में 20 करोड़ रुपये खर्च करेगा।
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