उदयपुर। बिना किसी सर्जरी के 1060 नैनोमीटर की लेजर तरंगों से पेट, जांघों, कूल्हे आदि से पूर्णतया सुरक्षित प्रकार से फैट यानी चर्बी को हटाया जा सकता है। इसी तकनीक को देश-विदेश में प्रचारित करने का जिम्मा उदयपुर के डॉ. अरविंदर सिंह को सौंपा गया है। उन्हें दक्षिण कोरिया की केलिसटा कम्पनी ने अपना अंतरराष्ट्रीय ब्रांड एम्बेसडर नियुक्त किया है।
अर्थ ग्रुप के सीईओ डॉ. अरविंदर सिंह ने बताया कि इस तकनीक से वसा (चर्बी) को गलाने के लिए खास तरंगों का उपयोग किया जाता है। इस तकनीक की खासियत यह है कि लेजर से चर्बी गल जाती है और शरीर से मूत्र तथा मल के रास्ते बाहर भी निकल जाती है। इस अत्याधुनिक तकनीक से मोटापे की समस्याओं को झेल रहे मरीजों को बिना किसी सर्जरी के मदद मिलेगी। उन्होंने बताया कि यह खास लेज़र न सिर्फ मोटापे पर कारगर है, बल्कि ऐसे बहुत से लोग जो यूं तो स्लिम हैं लेकिन अपनी शेप से खुश नहीं हैं। जैसे पेट के साइड का फैट या थोड़ा सा निकला हुआ पेट या डबल चिन। ये सभी इस तकनीक से सही शेप में आ सकती है।
इस तकनीक में पहले बॉडी एनालिसिस कर फैट की मात्रा निकालते हैं और उसके हिसाब से सेशन्स की संख्या निर्धारित की जाती है। एक बार निकला हुआ फैट वापस नहीं आता, लेकिन नया फैट नहीं आए, इसके लिए जीवनशैली में बदलाव ज़रूरी है। इसकी पूरी जानकारी अर्थ स्किन एंड फिटनेस सेंटर पर एक्सपर्ट्स प्रदान करेंगे।
डॉ. सिंह ने कहा कि यह तकनीक विदेशों तथा भारत के चुनिन्दा बड़े शहरों में उपलब्ध थी। अब राजस्थान के लोग इसका उचित तथा कम दरों पर लाभ ले सकेंगे। इस तकनीक के उपयोग करने वाले गंभीर रोगों से भी आगे मुक्ति पा सकेंगे।
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