पाठ्यक्रम निर्धारण में नवाचारों का समावेश हो – देवनानी


पाठ्यक्रम निर्धारण में नवाचारों का समावेश हो – देवनानी

शिक्षा राज्यमंत्री प्रो.वासुदेव देवनानी ने कहा कि अब टेक्नॉलॉजी का दौर है ऐसे में बच्चों को नवाचार आधारित पाठ्यक्रम प्रदान करने की जरूरत है, स्कूलों में बच्चों को ‘‘क’’ से कबूतर नहीं बल्कि ‘‘क’’ से ‘‘कम्प्यूटर’’ सिखायें।

 

पाठ्यक्रम निर्धारण में नवाचारों का समावेश हो – देवनानी

शिक्षा राज्यमंत्री प्रो.वासुदेव देवनानी ने कहा कि अब टेक्नॉलॉजी का दौर है ऐसे में बच्चों को नवाचार आधारित पाठ्यक्रम प्रदान करने की जरूरत है, स्कूलों में बच्चों को ‘‘क’’ से कबूतर नहीं बल्कि ‘‘क’’ से ‘‘कम्प्यूटर’’ सिखायें।

वे एसआईईआरटी सभागार में रविवार को शिक्षा अधिकारियों की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि एसआईईआरटी के माध्यम से पाठ्यक्रम में नवीन बदलावों के लिए समिति गठन में श्रेष्ठ व्यक्तियों को चयन किया जाए। साथ ही नवीन पाठ्यक्रमों में राजस्थान की गौरवमयी गाथा, वीर वीरांगनाओं का योगदान, गौरवमयी संस्कृति एवं श्रेष्ठ संस्कारों का समावेश किया जाए।

उन्होंने कहा कि वर्ष 2003-08 के श्रेष्ठ लेखकों में से नवीन लेखक सूची तैयार की जाए ताकि बेहतरीन पाठ्यक्रम तैयार किया जा सके। उन्होंने कहा कि विभाग शिक्षा के उद्देश्य को ध्यान में रखकर सोद्देश्य पाठ्यक्रम के निर्धारण पर जोर दें। उन्होंने कहा कि प्रबुद्धजन की टीम बनाकर 15 दिवस में रिपोर्ट तैयार कर पाठ्यक्रम पुननिर्धारण के प्रस्ताव सरकार को भेजें।

श्री देवनानी ने कहा कि सही समय पर पाठ्यक्रम ‘‘टेक्स्ट बोर्ड’’ को पहुंचे जो पूर्णतः तथ्यात्मक हो। बच्चों को राष्ट्रीयता की सीख देने वाला पाठ्यक्रम तैयार करने की जरुरत बताई। उन्होंने एसआईईआरटी की कार्यप्रणाली को प्रभावी एवं परिणाममूलक बनाने पर जोर देते हुए कहा कि समयबद्धता के साथ पाठ्यक्रम निर्धारण की प्रक्रिया को पूरा करें ताकि नवीन सत्र तक पुस्तकें बच्चों को मिल जाए। उन्होंने पाठ्यक्रम समितियां बनाने की प्रक्रिया भी तयशुदा समय में पूरा करने के निर्देश दिए।

उन्होंने प्रशिक्षण कार्यो की समीक्षा करते हुए कहा कि संदर्भ्य व्यक्ति का चयन श्रेष्ठ व्यक्ति के रूप में हो साथ ही उनकी सेवाओं की भी प्रभावी मॉनिटरिंग की जाए शिक्षकों से इसका फीडबैक लिया जाए। उन्होंने संदर्भ्य व्यक्तियों के समयबद्ध मूल्यांकन की भी जरुरत बतायी। उन्होंने अजमेर स्थित शैक्षिक प्रौद्योगिकी विभाग बाबत फीडबैक लिया और कहा कि वहां निरंतर निरीक्षण करें, उन्होंने संसाधनों की जरुरत और मानव संसाधन की जरुरत के लिए भी आवश्यक प्रस्ताव तैयार कर भिजवाने को कहा।

शिक्षामंत्री ने अधिकारियों को कार्य का बेहतरीन आउटपुट देने पर जोर दिया। उन्होंने प्रार्थना, ध्यान एवं योग की नवाचारी योजना पर आधारित सीडी बनाने का भी सुझाव दिया। अधिकारियों से कार्य विभाजन, टाईम टेबल, प्रगति, फॉलोअप आदि गतिविधियों का प्रभावी निरीक्षण एवं इसकी रिपोर्ट सरकार को प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।

बैठक में एसआईईआरटी निदेशक श्रीमती विनीता बोहरा ने संस्थान की गतिविधियों एवं नवीन प्रस्तावों पर चर्चा की। बैठक में संस्थान के अधिकारियों ने भी अपने दायित्वों की प्रगति से अवगत कराया।

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