
गीतांजली इंस्टीट्यूट आॅफ फार्मेसी द्वारा आयोजित 2 दिवसीय राश्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन समारोह 12 अगस्त 2016 को गीतांजली सभागार में हुआ । यह कार्यषाला बायो-टेक्नोलोजी विभाग, इंडियन काउंसिल आॅफ मेडिकल रिसर्च एवं एसोसिएषन आॅफ फार्मास्यूटिकल टीर्चस आॅफ इंडिया के संयुक्त तत्वाधान द्वारा प्रायोजित की गई है जिसका विशय है ’ दवा वितरण के आज के तरीके एवं भविश्य में बदलाव’। इस कार्यषला के मुख्य अतिथि राजस्थान ड्रग कंट्रोलर अजय पाठक ने दीप प्रज्जवलन कर कार्यक्रम का षुभारंभ किया। साथ ही इस कार्यक्रम में विषिश्ट अतिथि प्रेसीडेंट एसोसिएषन आॅफ फार्मास्यूटिकल टीर्चस आॅफ इंडिया डाॅ एम.डी. बुरांदे, गीतांजली यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर आर.के.नाहर, फार्मेसी काॅलेज के डीन डाॅ अषोक दषोरा, आयोजन डाॅ कलपेष गौड़, फार्मेसी काॅलेज की समस्त फैकल्टी व छात्र मौजूद थे। उद्घाटन समारोह में स्मारिका का विमोचन किया गया।

कार्यषाला के मुख्य अतिथि राजस्थान ड्रग कंट्रोलर अजय पाठक ने कहा कि 2 वर्श के भीतर उदयपुर को फार्मा का हब बनाना है और सरकार की जन औशधी योजना से जुड़कर मरीजों को मुफ्त दवाइयां मुहैया कराई जाएं। विषिश्ट अतिथि आर.के.नाहर ने चर्चा करते हुए बढ़ते विकास को महत्वपूर्ण बताया और दवा वितरण के तरीकों में नई तकनीकों के इस्तमाल को फायदेमंद कहा। इसी क्रम में प्रेसीडेंट एसोसिएषन आॅफ फार्मास्यूटिकल टीर्चस आॅफ इंडिया डाॅ एम.डी. बुरांदे ने कहा कि 2020 तक भारत, फार्मा उद्योग का नेतृत्व करेगा । इस कार्यक्रम में देष के विभिन्न फार्मेसी काॅलेजों ने भाग लिया जिसमें महाराश्ट्र के एम आई टी कैंपस कोठरद पुणे से प्रो. जयंत खंडरे ने नई ’नैनो एवं सूक्ष्म घटकों को बनाने की चुनौतियों’ पर बात की । युनिवर्सिटी आॅफ मेडिकल साइसेंज उत्तर प्रदेष से प्रो. कमला पाठक ने ’नैनो कण के विकास’ के मुदद्े पर चर्चा की। जामिया हमदर्द युनिवर्सिटी नई दिल्ली से डाॅ फरहां जलीस अहमद ने ’नैनो तकनीक से नेत्र की दवा’ पर दृश्टिकोण प्रस्तुत किया । गीतांजली युनिवर्सिटी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डाॅ किषोर पुजारी ने बताया कि भारत में दवाओं की किमत विदषों से कम है । कार्यक्रम का संचालन उदिचि कटारीया ने किया । डाॅ अषोक दषोरा ने सभी का स्वागत किया व धन्यवाद ज्ञापन डाॅ कलपेष गौड़ ने दिया।