पृथ्वी का भविष्य और दक्षिणी गोलार्द्ध के देश पर अन्तरराष्ट्रीय संगोष्ठी


पृथ्वी का भविष्य और दक्षिणी गोलार्द्ध के देश पर अन्तरराष्ट्रीय संगोष्ठी

संगोष्ठी आयोजन सचिव प्रो. प्रदीप त्रिखा, आचार्य एवं अध्यक्ष, अंगे्रजी विभाग ने बताया कि ‘पृथ्वी का भविष्य और दक्षिणी गोलार्द्ध के देश‘ विषय पर आयोज्य इस त्रि-दिवसीय संगोष्ठी में भारत के अतिरिक्त आस्ट्रेलिया के 06 और जर्मनी के 04 सदस्यों के अतिरिक्त अन्य देशों के प्रतिनिधि व आचार्यगण भाग लेंगे। यह एक अंतःअनुशासनिक संगोष्ठी होगी जिसमें भाषा विषयों के अतिरिक्त समाज विज्ञान के विषयों के कई विशेषज्ञ भी शिरकत करेंगे।

 
पृथ्वी का भविष्य और दक्षिणी गोलार्द्ध के देश पर अन्तरराष्ट्रीय संगोष्ठी

मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय के अंग्रेजी विभाग द्वारा 16 से 18 जनवरी, 2018 के मध्य तीन दिवसीय अन्तरराष्ट्रीय संगोष्ठी को आयोजन किया जाएगा।

संगोष्ठी आयोजन सचिव प्रो. प्रदीप त्रिखा, आचार्य एवं अध्यक्ष, अंगे्रजी विभाग ने बताया कि ‘पृथ्वी का भविष्य और दक्षिणी गोलार्द्ध के देश‘ विषय पर आयोज्य इस त्रि-दिवसीय संगोष्ठी में भारत के अतिरिक्त आस्ट्रेलिया के 06 और जर्मनी के 04 सदस्यों के अतिरिक्त अन्य देशों के प्रतिनिधि व आचार्यगण भाग लेंगे। यह एक अंतःअनुशासनिक संगोष्ठी होगी जिसमें भाषा विषयों के अतिरिक्त समाज विज्ञान के विषयों के कई विशेषज्ञ भी शिरकत करेंगे।

प्रो. त्रिखा ने बताया कि संगोष्ठी का उद्घाटन 16 जनवरी को प्रातः 10ः30 बजे सुखाड़िया विश्वविद्यालय के स्वर्ण जयंती अतिथि गृह के सभागार में होगा। इस उद्घाटन समारोह की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. जे.पी. शर्मा करेंगे। वहीं प्रो. वी.के. मल्होत्रा, सदस्य सचिव, आई.सी.एस.एस.आर., नई दिल्ली इस समारोह के मुख्य अतिथि होंगे। संगोष्ठी का बीज वक्तव्य इंडियन इंस्टिट्यूट आॅफ फोरेन ट्रेड के राकेश मोहन जोशी प्रदान करेंगे। विशिष्ट अतिथि के रूप में जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय, नई दिल्ली के प्रो. मकरंद परांजपे अपना वक्तव्य देंगे।

संगोष्ठी में कुल 18 विचार सत्र आयोजित होंगे। इन तीन दिनों में राष्ट्रवाद, अन्तराष्ट्रवाद और वैश्वीकृत दक्षिणी गोलार्द्ध, हेरिटेज का भविष्य, अंतःअनुशासनिक ज्ञान, आस्ट्रेलिया और एशिया पारस्परिक संबंध, दक्षिणी गोलार्द्ध का भविष्य, विकास और वैश्वीकृत दक्षिणी गोलार्द्ध आदि विषयों पर आयोजित विचार सत्रों में कुल 63 शोध पत्र प्रस्तुत किए जाएँगें। इस संगोष्ठी में एक विशेष सत्र हिन्द महासागर की सुरक्षा‘ विषय पर भी आयोजित होगा। यह सत्र भूगोल विभाग के साझे में आयोजित किया जाएगा जिसकी अध्यक्षता प्रो. पी.आर. व्यास करेंगे।

संगोष्ठी का समापन 18 जनवरी को होगा। समापन सत्र की अध्यक्षता हेलन ट्रिंगल, ऑस्ट्रेलिया करेंगी वहीं मुख्य अतिथि पेसेफिक विश्वविद्यालय के अध्यक्ष प्रो. बी. पी. शर्मा होंगे।

To join us on Facebook Click Here and Subscribe to UdaipurTimes Broadcast channels on   GoogleNews |  Telegram |  Signal

Tags