जैन संत ने लिखा मोदी जी को पत्र
श्रमण संघीय डॉ. पुष्पेन्द्र मुनि ने प्रधानंत्री को पत्र लिखकर आग्रह किया कि वे अपने मन की बात कार्यक्रम में देश के सभी राजनेताओं को लोकसभा, राज्यसभा तथा किसी भी प्रदेश की विधानसभा, विधान परिषद् के सदस्य के रूप में कार्यकाल समाप्ति के बाद भी मिलने वाली सुविधाओं का स्वैच्छिक त्याग करनें का आग्रह करे।
श्रमण संघीय डॉ. पुष्पेन्द्र मुनि ने प्रधानंत्री को पत्र लिखकर आग्रह किया कि वे अपने मन की बात कार्यक्रम में देश के सभी राजनेताओं को लोकसभा, राज्यसभा तथा किसी भी प्रदेश की विधानसभा, विधान परिषद् के सदस्य के रूप में कार्यकाल समाप्ति के बाद भी मिलने वाली सुविधाओं का स्वैच्छिक त्याग करनें का आग्रह करे।
डॉ. पुष्पेन्द्र मुनि ने कहा कि पेंशन, मेडीकल, रेलवे तथा अन्य अनेक उपयोगी सरकारी सुविधाओं की स्वैच्छिक त्याग के बाद सरकारी खजानें में जमा होने वाली राशि का उपयोग देश के जवानों, मेहनतकश किसानों और बिना किसी जातीय भेदभाव के निर्धन वर्ग के हुनरमन्द लोगों के कल्याणार्थ खर्च करें।
जब प्रधानमंत्री के आह्वान पर सवा सौ करोड़ लोगों में से कुछ ने गैस सब्सिडी छोड़ने की शुरूआत की तो आपके आह्वान पर राजनेता को भी मिलने वाली सरकारी सुविधाओं का स्वैच्छिक त्याग कर जनता के समक्ष के अनुकरणीय उदाहरण पेश करना चाहिये।
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