मौन जुलुस से किया जैन समाज ने प्रदर्शन


मौन जुलुस से किया जैन समाज ने प्रदर्शन

जैन धर्म है अहिंसा प्रधान, इसमें है संथारे का विधान इस संकल्प को लेकर विशाल जनमैदनी ने सडक पर उतर कर राजस्थान उच्च न्यायालय द्वारा संथारा पर दिये गये अविवेक पूर्ण निर्णय के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। सोमवार को सकल जैन समाज ने कारोबार बंद रख कर नगर में एतिहासिक मौन जुलुस निकाल कर जिला कलेक्ट्री पर मौन प्रदर्शन के बाद राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री के नाम पर ज्ञापन सौंपे

 

जैन धर्म है अहिंसा प्रधान, इसमें है संथारे का विधान इस संकल्प को लेकर विशाल जनमैदनी ने सडक पर उतर कर राजस्थान उच्च न्यायालय द्वारा संथारा पर दिये गये अविवेक पूर्ण निर्णय के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। सोमवार को सकल जैन समाज ने कारोबार बंद रख कर नगर में एतिहासिक मौन जुलुस निकाल कर जिला कलेक्ट्री पर मौन प्रदर्शन के बाद राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री के नाम पर ज्ञापन सौंपें।

महावीर जैन परिषद के तत्वावधान में राजस्थान उच्च न्यायालय द्वारा दिये गये संथारा को लेकर अविवेकपूर्ण निर्णय के विरोध में ऐतिहासिक बंद व मौन जुलुस निकालकर विरोध प्रदर्शन किया। सकल जैन समाज के श्रावक-श्राविकाएं टाउन हॉल प्रांगण में एकत्र हुए जहां से हजारों की संख्या में समाजजन मौन जुलुस के रूप में रवाना हुए।

जुलुस में सबसे आगे गजराज चल रहे थे जिनके दोनों तरफ जैन परिषद के बैनर व संथारा है मोक्ष का द्वार लिखे बैनर लटक रहे थे। कॉलेज छात्राओं महावीर जैन परिषद का बैनर लेकर चल रही थी उसके बाद स्कूली छात्राएं, महिलाएं केसरिया परिधान में कतारबद्ध रूप से चल रही थी। तत्पश्चातï सफेद परिधान में हजारों पुरूषों का हजुम जुलुस में चल रहे समाजजन के हाथ में जैन धर्म है अहिंसा प्रधान इसमें है संथारे का विधान।। हिंसा – अहिंसा के भेद को जानो, संस्थारा को आत्महत्या मत मानो।। हमे धर्म आराधना का है अधिकार, हमें इसमें हस्तक्षेप नही स्वीकार।। संस्थारा है मोक्ष का द्वार, आत्म हत्या है जीवन की हार की श्लोगन लिखी हुई तखतियां लेकर चल रहे थे, माईक पर ऐ मेरे वतन के लोगों की थीम पर बनाया गया जैन समाज का गीत बज रहा था।

टाउन हॉल से रवाना होकर सुरजपोल, बापुबाजार, देहलीगेट होते हुए जिला कलेक्ट्री पहुंचे जहां जुलुस का एक छोर देहलीगेट पर था तो दूसरा छोर टाउन हॉल रोड पर चल रहा था। जुलुस के कलेक्ट्री पर पहुंचने पर महावीर जैन परिषद के संयोजक राजकुमार फत्तावत ने राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री के नाम दिये जा रहे ज्ञापन को पढकर सुनाया। परिषद के कोषाध्यक्ष कुलदीप नाहर ने समाजजनों का आभार जताया। महावीर जैन परिषद के संयोजक राजकुमार फत्तावत, महापौर चन्द्रसिंह कोठारी, चैम्बर अध्यक्ष पारस सिंघवी, कोषाध्यक्ष कुलदीप नाहर, एडवोकेट रोशन लाल जैन, भंवर सेठ, शांतिलाल वेलावत, देवेन्द्र छापिया, शांतिलाल नागदा, विनोद भोजावत, ज्योतिषाचार्य कांतिलाल जैन, डॉ. शेलेन्द्र हिरण, तेजसिंह बोल्या, सुमतिालाल दुदावत, प्रकाश सिंघवी, रजनी डांगी, निलिमा सुखाडिया, प्रमोद समार, भाजपा शहर जिला अध्यक्ष दिनेश भटï्ट, सुख चेन सिंह कण्डा, महेन्द्र तलेसरा, संजय भण्डारी, दिलीप सुराणा, श्याम नागौरी, संजय खाब्या, गिर्वा उप प्रधान प्रियंका जैन, हिम्मत सिंह बडाला, किरण जैन, जिनेन्द्र शास्त्री, ओंकार सिंह सिरोया, दीपक सिंघवी, अशोक लोढा, लोकेश कोठारी, ब्राह्मण युवजन सभा के जिला अध्यक्ष अक्षय जोशी, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के पदाधिकारी ने जिला कलेक्टर को राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन दिया। जिला कलेक्टर ने समाज की भावनाओं को आगे तक पहुंचाने का आश्वासन दिया। महावीर जैन परिषद के बैनर तले जिला कलेक्टर को दिये गये ज्ञापन में बताया कि जहां एक ओर आत्महत्या अपराध है हीं दूसरी ओर संथारा/सल्लेखना संसार में ससार से तिर जाने एवं मोक्ष प्राप्त का सबसे बडा मार्ग है एवं धर्म सम्मत है जो जैन धर्म को सबसे बडा तप माना गया है। ज्ञापन में मांग की कि राजस्थान उच्च न्यायालय द्वारा संथारा को लेकर दिये गये अविवेकपूर्ण निर्णय को निष्प्रभावी किये जाने हेतु भारत के संविधान में धार्मिक स्वतंत्रता के लिये जो अनुच्छेद है उनमें आवश्यक संशोधन एवं स्पष्टीकरण कराये जाने के लिए कानून मंत्रालय से कानून बनाने के लिए उचित एवं आवश्यक कार्यवाही करावें। महावीर जैन परिषद के आव्हान पर जैन समाज के व्यापारियों ने जहां अपना कारोबार आधे दिन तक बंद रखा वही सरकारी, अद्र्धसरकारी, निजी संस्थाओं, शिक्षण संस्थाओं, प्रोफेशनल कार्य करने वाले समाजजनों ने अवकाश रखा। व्यापारियों के औद्योगिक ईकाइयां, मार्बल मण्डी प्रतिष्ठान एवं दुकानें पूर्ण रूप से बंद रहे। जैन समाज के बंद के कारण शहर के भींतरी बाजारों में दोपहर तक सन्नाटा पसरा रहा। सरकारी कार्यालयों में कार्यरत जैन समाज के अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने अपने अवकाश प्रार्थना पत्र में इस बात का उल्लेख किया कि संथारा पर राजस्थान उच्च न्यायालय द्वारा दिये गये अविवेकपूर्ण फैसले के खिलाफ अवकाश पर रह कर प्रदर्शन में शामिल होगें इस कारण आधे दिन अवकाश पर रहेगें। वहीं जैन समाज की शिक्षण संस्थाओं में भी 10 बजे बाद अवकाश घोषित कर दिया। संथारा के खिलाफ न्यायालय के अविवेकपूर्ण निर्णय के खिलाफ जैन समाज द्वारा सोमवार को किये गये बंद व मौन जुलुस में राष्ट्रीय ब्राह्मण युवजन सभा, सिख समाज, बजरंग दल, भारतीय जनता पाटी, अखिल भारतीय कोग्रेंस कमेटी, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ, विश्व हिन्दू परिषद सहित विभिन्न धार्मिक एवं सामाजिक संगठनों ने अपना समर्थन दिया।

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