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शर्मा अस्पताल के विरुद्ध पत्रकार हुए लामबंद

लेकसिटी प्रेस क्लब के बैनर तले उदयपुर के पत्रकारो ने लामबंद हो कर जिला कलेक्टर और जिला पुलिस अधीक्षक को शर्मा मल्टी स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल के चिकित्सकों के खिलाफ अपराधिक मामला दर्ज करने का ज्ञापन दिया। शर्मा मल्टी स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने वरिष्ठ पत्रकार नारीश्वर राव का लापरवाही से गलत ओपरेशन कर जान जोखिम में डाल दी है, जिसकी वजह से अभी अहमदाबाद के सिम्स हॉस्पिटल में उपचाररत है. जिला कलेक्टर व एसपी ने तुरंत जांच के आदेश देकर मामला दर्ज करने के निर्देश दिए है।

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शर्मा अस्पताल के विरुद्ध पत्रकार हुए लामबंद

लेकसिटी प्रेस क्लब के बैनर तले उदयपुर के पत्रकारो ने लामबंद हो कर जिला कलेक्टर और जिला पुलिस अधीक्षक को शर्मा मल्टी स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल के चिकित्सकों के खिलाफ अपराधिक मामला दर्ज करने का ज्ञापन दिया। शर्मा मल्टी स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने वरिष्ठ पत्रकार नारीश्वर राव का लापरवाही से गलत ओपरेशन कर जान जोखिम में डाल दी है, जिसकी वजह से अभी अहमदाबाद के सिम्स हॉस्पिटल में उपचाररत है. जिला कलेक्टर व एसपी ने तुरंत जांच के आदेश देकर मामला दर्ज करने के निर्देश दिए है।

सोमवार सुबह लेकसिटी प्रेस क्लब के बैनर तले सभी समाचार पत्रों व टीवी चेनलों से जुड़े सैकड़ो पत्रकार प्रेसक्लब पर जमा हुए जहाँ से जिला कलेक्ट्री पहुचे और जिला कलेक्टर विष्णुचरण मलिक व जिला पुलिस अधीक्षक राजेन्द्र प्रसाद गोयल को ज्ञापन देकर शर्मा हॉस्पिटल के चिकित्सकों के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करते हुए श्री राव को हुई आर्थिक क्षति दिलवाने की अपील की। इस पर शहर के दोनो ही जिम्मेदारों ने मामले की गम्भीरता को देखते हुए तुरन्त कार्रवाई की बात कहते हुए यथासंभव हर मदद करने का आश्वासन दिया।

उल्लेखनीय है कि दो माह पूर्व लेकसिटी प्रेस क्लब के दो बार अध्यक्ष रह चुके वरिश्ठ पत्रकार नारीश्वर राव का भुवाणा स्थित शर्मा हॉस्पिटल में किडनी से पथरी निकालने का साधारण ऑपरेशन किया गया था,साथ ही ऑपरेशन के दौरान उनके शरीर में एक स्टेन भी डाला गया था। बाद में अस्पताल के संचालक डॉक्टर अनिल शर्मा, कुसुम शर्मा और उनके पुत्र डॉक्टर धवल शर्मा कुछ दिनों बाद आकर स्टोन निकालने की सलाह दी। निश्चित तारीख पर जब श्री राव डॉक्टर धवल शर्मा से बात की तो उसने उन्हें तुरन्त बुला लिया और दिनभर भूखा रखने के बाद शाम को खुद ही स्टोन निकाल दी। पता चला है कि धवल शर्मा इस विधा का चिकित्सक है ही नहीं। इस दौरान राव को असहनीय दर्द हुआ और पेशाब के मार्ग से खून भी आए। इस पर धवल शर्मा ने हल्के में लेते हुए दर्द निवारक दवाईयां लिखी और नारीश्वर राव को घर भेज दिया। करीब दो दिन बाद असहनीय दर्द और तेज बुखार की हालत में उन्हें फिर से परिजन शर्मा अस्पताल लाए जहां धवल शर्मा और उनकी टीम ने नारीश्वर राव को आईसीयू में भर्ती कर दिया और उपचार शुरू कर दिया।

आश्चर्य की बात तो यह रही की दो दिनों तक चले इलाज के दौरान अस्पताल में कार्यरत और बाहर से बुलवाए गए चिकित्सक बीमारी की असली जड को पकड नहीं पाए और नारीश्वर के सीने में छेद करते हुए सारी नलियां डालकर वहां से इलाज करने लगे। इससे नारीश्वर राव की हालत और बिगड गई और नारीश्वर को मरणासन्न स्थिति में पहुंचा दिया । जब नारीश्वर की हालत और ज्यादा बिगडने लगी तो डॉक्टर अनिल शर्मा, कुसुम शर्मा और धवल शर्मा नारीश्वर के परिजनों के पास आए और उन्हें अन्य बडे हॉस्पिटल में ले जाने की सलाह देते हुए सिम्स अस्पताल अहमदाबाद ले जाने को कहा कि मरीज को हार्ट की प्रोबलम बताते हुए और उन्हें जो इलाज देना चाहिए उसकी व्यवस्था शर्मा हॉस्पिटल में नहीं होने की जानकारी दी। लेकिन जैसे ही मरणासन्न स्थिति में जीवन रक्षक यंत्रों के साथ परिजन नारीश्वर को लेकर सिम्स अस्पताल पहुंचे तो महज पंद्रह मिनट में सिम्स के चिकित्सकों ने बीमारी पकडते हुए कहा कि मरीज की किडनी के बीच एक चार एम एम स्टोन फंसा हुआ बताया। इस वजह से किडनी काफी ज्यादा इंजर्ड हो चुकी है। बाद में चिकित्सकों ने अपना इलाज शुरू कर दिया। सिम्स अस्पताल में नारीश्वर राव के अब तक तीन ऑपरेशन हो चुके और हालत अभी भी पुरी तरह से ठीक नहीं बताई जा सकती। जिस किडनी से पथरी निकालने का ऑपरेशन शर्मा हॉस्पिटल में किया था दरसल लापरवाही से वह ऑपरेशन सफल हुआ ही नहीं और चार एम् एम् की पथरी का टुक$डा अंदर ही रह गया जिसकी वजह से वह इन्फेक्ट हो कर किडनी को डेमेज कर गया। यह सारी जानकारी सिम्स हॉस्पिटल में करवाई गयी जांच के बाद सामने आयी जिसमे साफ है कि शर्मा हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने इलाज में लापरवाही बरती और जो मर्ज नारीश्वर को था ही नहीं उसका इलाज कर मरीज को मरणासन्न स्थिति में पहुंचा दिया।

यह सारी स्थिति जानने के बाद जिला कलेक्टर विष्णुचरण मालिक व् जिला पुलिस अधीक्षक राजेंद्र प्रसाद गोयल ने भी माना की इलाज में लापरवाही हुई है और जांच कर मामला दर्ज किया जाना चाहिए। जिला पुलिस अधीक्षक राजेन्द्र प्रसाद गोयल ने भूपालपुरा थानाधिकारी हरेंद्र सौडा को जांच सौंपते हुए जल्द से जल्द रिपोर्ट पेश करने की बात कही है।

इस दौरान प्रेस क्लब के अध्यक्ष रफीक एम पठान, पूर्व अध्यक्ष अख्तर खान, प्रताप सिंह राठौड, कुलदीप सिंह गहलोत, अजय आचार्य, भूपेन्द्र सिंह चुण्डावत, हेमन्त मेनारिया, मुनीश अरोडा, वीरेन्द्र श्रीवास्तव, अजय पोरवाल, कपिल श्रीमाली, ओम पूर्बिया,प्रदीप सिंह भाटी, निर्मल चौबीसा, भगवान लाल प्रजापत, सम्पत बापना, अब्बास रिजवी, अमीर शेख, भुपेन्द्र सिंह राव, शकील मोहम्मद, विनोद माली, रामसिंह, प्रकाश मेघवाल जार अध्यक्ष तुक्तक भानावत सहित अनेक पत्रकार मौजूद थे।

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