झीलों की नगरी में लहरों के रोमांच के साथ लेक फेस्टिवल धूमधाम से शुरू
राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर पर्यटन की दृष्टि से मशहूर झीलों की नगरी में तीन दिवसीय लेक फेस्टिवल की धूम फतहसागर की लहरों पर रोेमांच भरे खेलों के साथ शुक्रवार से शुरू हुई।
राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर पर्यटन की दृष्टि से मशहूर झीलों की नगरी में तीन दिवसीय लेक फेस्टिवल की धूम फतहसागर की लहरों पर रोेमांच भरे खेलों के साथ शुक्रवार से शुरू हुई।
फतहसागर पाल पर आयोजित उद्घाटन समारोह में गृह मंत्री श्री गुलाबचन्द कटारिया ने वन, पर्यावरण एवं खान मंत्री व उदयपुर जिले के प्रभारी मंत्री श्री राजकुमार रिणवा, राजस्थान नदी बेसिन एवं जल संसाधन योजना प्राधिकरण के अध्यक्ष श्रीयुत श्रीराम वेदिरे, प्रभारी सचिव डॉ. सुबोध अग्रवाल एवं अन्य जन प्रतिनिधियों व अधिकारियों की मौजूदगी में झण्डी दिखाकर फतहसागर झील में कयाकिंग, केनाइंग एवं ड्रैगन बोट आदि वाटर स्पोर्ट्स की शुरूआत कर तीन दिवसीय लेक फेस्टिवल का उद्घाटन किया।
गृह मंत्री ने देश के विभिन्न राज्यों के आए खिलाड़ियों को शपथ दिलायी तथा जलीय खेलों के उद्घाटन की घोषणा की।इस मौके पर उदयपुर ग्रामीण विधायक श्री फूलसिंह मीणा, जिलाप्रमुख श्री शांतिलाल मेघवाल, संभागीय आयुक्त श्री भवानीसिंह देथा, पुलिस महानिरीक्षक श्री आनन्द श्रीवास्तव, जिला कलक्टर श्री रोहित गुप्ता, नगर निगम के आयुक्त श्री सिद्धार्थ सिहाग, अतिरिक्त जिला कलक्टर (शहर) श्री ओ. पी. बुनकर, आईकेसीए के महासचिव श्री बी.एस. कुशवाहा, आरकेसीएल के वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री चन्द्रगुप्तसिंह चौहान आदि विशिष्ट अतिथियों के रूप में उपस्थित थे।
समारोह के मुख्य अतिथि गृह मंत्री श्री गुलाबचन्द कटारिया ने लेक फेस्टिवल को उदयपुर के समग्र पर्यटन विकास के लिए महत्वपूर्ण बताया और कहा कि इससे देशी-विदेशी पर्यटकों का यहां आवागमन व ठहराव बढ़ेगा और इससे रोजगार में अभिवृद्धि होगी। गृह मंत्री ने उदयपुर में वाटर स्पोर्ट्स अकादमी की स्थापना में हरसंभव योगदान का भरोसा दिलाया और कहा कि यहां वाटर स्पोर्ट्स की अपार संभावनाएं हैं खासकर नैसर्गिक सौन्दर्य भरे क्षेत्र के बीच अवस्थित बड़ी झील को वाटर स्पोर्ट्स का केन्द्र बनाया जा सकता है। इसके साथ ही वाटर स्पोर्ट्स से संबंधित अन्तर्राष्ट्रीय प्रतिस्पर्धाओं का आयोजन उदयपुर में होने की स्थिति में राज्य सरकार, स्थानीय प्रशासन तथा नगर निगम एवं नगर विकास प्रन्यास की ओर से हरसंभव मदद दी जाएगी।
उन्होंने मेवाड़ की प्राकृतिक, भौगोलिक, ऎतिहासिक, सामाजिक एवं धार्मिक परंपराओं तथा अत्याधुनिक विकास के तमाम संदर्भों पर प्रकाश डाला और कहा कि मेवाड़ का मुकाबला पूरी दुनिया मिलकर भी नहीं कर सकती। वन, पर्यावरण एवं खान मंत्री तथा उदयपुर जिले के प्रभारी मंत्री श्री राजकुमार रिणवा ने झीलों की नगरी उदयपुर को दुनिया भर में गौरवशाली बताया और कहा कि प्रकृति की भरपूर मेहरबानी प्राप्त उदयपुर के पर्यटन विकास में कहीं कोई कमी नहीं रखी जाएगी। उन्होंने उदयपुर जिले में मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के अन्तर्गत हुए कामों की प्रशंसा की और कहा कि मुख्यमंत्री के इस ड्रीम प्रोजेक्ट में उदयपुर ने बेहतर उपलब्धियां दर्शायी हैं।
राजस्थान नदी बेसिन एवं जल संसाधन योजना प्राधिकरण के अध्यक्ष श्रीयुत श्रीराम वेदिर ने झीलों के नाम समर्पित लेक फेस्टिवल की सराहना की और कहा कि राजस्थान में पानी की ‘‘हर बूंद अनमोल’’ के ध्येय को सामने रखकर चलाया जा रहा मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान अपनी आशातीत सफलताओं की वजह से देश के अन्य राज्यों के लिए भी अनुकरणीय मॉडल के रूप में उभरा है जहां पहले चरण में 3500 गांवों को पानी के मामले में स्वावलम्बी बनाया और अब 10 दिसम्बर से शुरू होने जा रहे दूसरे चरण में 4200 गांवाेंं मेें जल संरचनाओं का सृजन कर जल स्वावलम्बन गतिविधियों का सूत्रपात किया जाएगा। हर गांव को पानी के मामले में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में यह ऎतिहासिक और अपूर्व अभियान साबित हो रहा है।
जिला कलक्टर श्री रोहित गुप्ता ने उदयपुर की पानी, पहाड़, झीलों और बहुआयामी प्राकृतिक सौन्दर्य की वजह से दुनिया में विशिष्ट पहचान का जिक्र किया और लेक फेस्टिवल को जल और झील संरक्षण तथा मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान की मंशा को साकार करने वाला निरूपित किया और कहा कि फेस्टिवल के साथ झीलों की जनभागीदारी से सफाई का संदेश भी संवहित हो रहा है। उन्होंने उदयपुर में पहली बार हो रही ड्रेगन बेट नेशनल चेम्पियनशिप पर प्रसन्नता जाहिर की।
स्वागत भाषण प्रस्तुत करते हुए आईकेसीए के महासचिव श्री बी.एस. कुशवाहा ने राजस्थान के समग्र विकास में मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे की तारीफ की और उदयपुर में वाटर स्पोर्ट्स की अपार संभावनाओं और सभी प्रकार की अनुकूलताओं की ओर ध्यान आकर्षित किया। श्री कुशवाहा ने उदयपुर में वाटर स्पोर्ट्स अकादमी स्थापित करने के बारे में गृह मंत्री के आश्वासन की तारीफ की और कहा कि तीन दिन में इसके लिए पूरा तखमीना एवं विवरण प्रस्ताव बनाकर प्रदान किया जाएगा और सभी का प्रयास यही रहेगा कि अगले वर्ष जुलाई से यह अकादमी उदयपुर में शुरू हो जाए।
प्रतिभाओं का सम्मान
समारोह में गृह मंत्री श्री गुलाबचन्द कटारिया व प्रभारी मंत्री श्री राजकुमार रिणवा सहित अतिथियों ने अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर कमाल दिखाने वाली खिलाड़ियों प्रतीति व्यास एवं श्लोक पिंपेलकर का शाल ओढ़ाकर सम्मान किया।
झील संरक्षण में सहयोगकर्ताओं का सम्मान
समारोह में उदयपुर की झीलों के संरक्षण में महत्वपूर्ण योगदान करने पर सर्वश्री महेश शर्मा, तेजशंकर पालीवाल, कमलाशंकर दशोरा, कमलेश पुरोहित, नंदकिशोर शर्मा, अनिल मेहता, हाजी सरदार मोहम्मद आदि को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया।
इन्होंने किया अतिथियों का स्वागत
आरंभ में आयोजकों की ओर से अतिथियों का पुष्पहारों व मेवाड़ी पगड़ी से स्वागत सर्वश्री चन्द्रगुप्तसिंह चौहान, प्रदीप पालीवाल, दिलीपसिंह चौहान, तेजशंकर पालीवाल, दीपक गुप्ता, मदनसिंह राठौड़, महेश पिंपेलकर, ललितसिंह झाला, पदम गुलेरिया व स्थानीय पार्षद और कुराबड़ प्रधान श्रीमती आसमा खान तथा जम्मू कश्मीर से आयी टी लीडर बिल्किश मिल ने किया। समारोह के अन्त में आभार प्रदर्शन श्री चन्द्रगुप्त सिंह चौहान ने किया।
इस अवसर पर प्रशासनिक एवं विभागीय अधिकारीगण, गणमान्य नागरिक तथा शहरवासी उपस्थित थे। कई विदेशी पर्यटकों ने भी जलीय खेलों के रोमांच को निहारा।
प्रदर्शनियों का अवलोकन किया
इस दौरान अतिथियों ने फतहसागर की पाल पर लगी प्रदर्शनियों को देखा। इनमें हस्तशिल्पियों द्वारा निर्मित उत्पादों की सराहना की। अतिथियों ने स्मार्ट सिटी, मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान, सौर ऊर्जा आदि से संबंधित प्रदर्शनियों को देखा। सेल्फी पोइंट आई लव यू उदयपुर के साथ फोटो खिंचवाई।
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