सेल्फी के चक्कर में गई जान
प्राप्त जानकारी के अनुसार कठार के पास पुलिया पर बनास नदी का पानी बह रहा था। वहां सभी ने अपनी बाइक्स सड़क के पास खड़ी कर दीं और पुलिया पर बहते पानी में मजे करने लगे और सेल्फी लेने लगे। सेल्फी लेने के दौरान संजय के एक पैर की चप्पल निकल कर बहने लगी, संजय ने चप्पल को रोकने के लिए उस पर पांव रखना चाहा। जैसे ही उसने जोर से पांव रखा, पुलिया पर काई जमी होने के कारण वो फिसल कर नदी में जा गिरा।
गोगुन्दा निवासी संजय रविवार को छुट्टी होने पर पांच दोस्तों के साथ कठार नदी के पास पिकनिक मनाने गया था। रास्ते में ही बनास नदी पर पुलिया पर सभी दोस्त फोटो लेने के लिए रुके। इस दाैरान संजय का पैर फिसल गया और वह तेज बहाव होने के कारण उसमें बह गया। एक दोस्त ने पानी में कूदकर उसे पकड़ने की कोशिश की, लेकिन वो पकड़ से छूटता गया। इसके बाद पुलिस सहित परिजनों को फोन कर सूचना दी। मौके पर पहुंचे देर रात तक गोताखोर और गांव वाले उसकी तलाश में लगे रहे, लेकिन सफलता हाथ नहीं लग पाई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार कठार के पास पुलिया पर बनास नदी का पानी बह रहा था। वहां सभी ने अपनी बाइक्स सड़क के पास खड़ी कर दीं और पुलिया पर बहते पानी में मजे करने लगे और सेल्फी लेने लगे। सेल्फी लेने के दौरान संजय के एक पैर की चप्पल निकल कर बहने लगी, संजय ने चप्पल को रोकने के लिए उस पर पांव रखना चाहा। जैसे ही उसने जोर से पांव रखा, पुलिया पर काई जमी होने के कारण वो फिसल कर नदी में जा गिरा। उसके साथ खड़े दोस्तों को तैरना नहीं आता था, तो वे चिल्लाये। उन्हीं के साथ आए लोकेश कुमावत को तैरना आता था, मगर वो टॉयलेट करने के लिए सड़क के दूसरी ओर गया हुआ था। उसने चिल्लाने की आवाज सुनी तो दौड़कर पुलिया की ओर आया।
लोकेश कुमावत ने बताया, दोस्तों के चिल्लाने पर वो पुलिया की ओर दौड़कर आया और देखा कि संजय नदी में गिरा हुआ है और हाथ पैर पटक रहा है। उसे बचाने के लिए वह नदी में कूद गया। लोकेश जींस पहने हुए था, जिस कारण संजय तक पहुंचने में देरी हुई, लेकिन पानी के वेग के कारण वह भी तेजी से तैरते हुए संजय के पास पहुंच गया। उस तक पहुंचने में करीब दो मिनट लगे। पानी बहुत गहरा था। संजय पानी के वेग के साथ बह रहा था। एक बार संजय का हाथ उसके हाथ में आ गया, लेकिन छूट गया। दूसरी बार वह भी पानी के अंदर था और संजय भी पानी के अंदर था। पानी के अंदर ही संजय के बाल उसके हाथ में आ गए। उसने बालों को कस कर पकड़ लिया और पानी से ऊपर उठाने लगा तो बहुत वजन लगा। उसका भी दम घुटने लगा था, वह सांस लेने के लिए जैसे ही ऊपर आया, संजय के बाल उसकी मुट्ठी से छूट और संजय बह गया। अफसोस जताते हुए लोकेश ने कहा कि वह संजय को नहीं बचा सका।
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