उदयपुर-अजमेर के बीच 120 से 130 किमी/घंटे रफ्तार से दौड़ेगी बिजली से ट्रेन
उदयपुर-अजमेर के बीच मार्च 2019 तक विद्युत लाइन के जरिए रेलगाड़ी और मालगाड़ी दौड़ेगी। अजमेर रेल मंडल में यह पहला रेल मार्ग होगा, जहां बिजली से ट्रेन दौड़ेगी। अब तक 30 प्रतिशत से अधिक काम पूरा किया जा चुका है। इस वित्तीय वर्ष में अजमेर से भीलवाड़ा के बीच 130 किमी विद्युतीकरण का कार्य करने का लक्ष्य है।
उदयपुर-अजमेर के बीच मार्च 2019 तक विद्युत लाइन के जरिए रेलगाड़ी और मालगाड़ी दौड़ेगी। अजमेर रेल मंडल में यह पहला रेल मार्ग होगा, जहां बिजली से ट्रेन दौड़ेगी। अब तक 30 प्रतिशत से अधिक काम पूरा किया जा चुका है। इस वित्तीय वर्ष में अजमेर से भीलवाड़ा के बीच 130 किमी विद्युतीकरण का कार्य करने का लक्ष्य है।
अजमेर रेल मंडल के अजमेर-उदयपुर के बीच रेल लाइन में विद्युतीकरण का कार्य मार्च 2016 में प्रारंभ हुआ था। भीलवाड़ा तक फाउंडेशन बनाने का काम पूरा कर लिया गया है। जबकि करीब 36 किमी तक विद्युतीकरण की लाइनें बिछा दी गई है। यह लाइन नसीराबाद से झड़वासा रेलवे स्टेशन के बीच खींची गई है। इस ट्रैक पर रेलगाड़ी और मालगाड़ी 25000 किलोवाट की लाइन से दौड़ेगी। इनकी रफ्तार 120 से 130 किमी की प्रति घंटे की होगी।
रेलवे बिजली अजमेर डिस्कॉम से ही लेगा। डिस्कॉम के 132 जीएसएस से 25 केवीए की लाइन ली जाएगी। यह बिजली अजमेर उदयपुर के बीच बनने वाले 6 ट्रेक्शन सब स्टेशन पर आएगी। यहां से लाइनों में प्रवाहित होगी। यह लाइन ट्रैक के ऊपर से गुजर रही कॉपर की बिजली लाइन इंजन के ऊपर जुड़ी रहेगी। दोनों के संपर्क से गाड़ी चलेगी।
अजमेर से उदयपुर के बीच नसीराबाद, हमीरगढ़, सरेरी, घोसुंडा, मावली और उमरा में बिजली सप्लाई के लिए अजमेर रेल मंडल ट्रेक्शन सब स्टेशन बना रहा है। यह ट्रेक्शन सब स्टेशन 132/25 केवीए का होगा। विद्युतीकरण से प्लेटफार्म में कोई फेरबदल नहीं होगा और न ही इनकी ऊंचाई को बढ़ाया जाएगा। ट्रैक के दोनों और लोहे के पोल के जरिए बिजली लाइन का सपोर्टिंग सिस्टम होगा।
ट्रैक पर मेल एक्सप्रेस 120 से 130 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ सकेगी। अभी 80 से 100 किमी तक की रफ्तार रहती है। अजमेर से उदयपुर तक के सफर में करीब पौन घंटे का फर्क आएगा। अभी करीब साढ़े पांच घंटे लगते हैं। विद्युतीकरण लाइन से साढ़े चार से पौने पांच घंटे में अजमेर से उदयपुर पहुंचा जा सकेगा। डीजल से चलने वाली ट्रेनों की रफ्तार धीमी गति से बढ़ती है, विद्युतीकरण से रफ्तार तेजी से बढ़ती है। डीजल से होने वाला प्रदूषण नहीं होगा।
अजमेर उदयपुर के बीच विद्युतीकरण का कार्य जारी है। मार्च 2018 तक 130 किमी यानी अजमेर-भीलवाड़ा तक का कार्य पूरा हो जाएगा। मार्च 2019 तक सभी काम पूरे होने के बाद इस ट्रैक पर विद्युत लाइन से गाड़ी दौड़ेगी। अभी नसीराबाद से झड़वासा के बीच लाइन खींचने सहित अन्य काम चल रहे हैं। – पुनीत चावला, डीआरएम
Source: Dainik Bhaskar
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