महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर पिछोला झील किनारे स्थित प्राचीनतम भीम परमेश्वर जी महादेव मंदिर मे समिधा संस्थान द्वारा जन सहयोग के साथ महाशिवरात्रि उत्सव का आयोजन किया जायेगा।
समिधा संस्थान के अध्यक्ष चन्द्रगुप्त सिंह चौहान ने बताया कि 500 साल पुराने इस मंदिर मे प्राचीनकालों मे आरती की परम्परा रही है, लेकिन वर्तमान मे यह मंदिर रख-रखाव के अभाव मे अपना अस्तित्व खोता जा रहा है, ऐसे मे समिधा संस्थान ने जन सहयोग के साथ शिव भक्तों की आस्था को ध्यान मे रखते हुए इस मंदिर को पुनः आस्था के केन्द्र के रूप मे स्थापित करने का बीड़ा उठाया है, जिसका आगाज इस महा षिवरात्रि को उत्सव के रूप मे होगा।
मंदिर के पुजारी पण्डित रोशन मंगल ने बताया कि महाशिवरात्रि उत्सव के तहत भगवान शिव का रुद्राभिषेक किया जायेगा। इसके साथ ही दिन भर मे कई धार्मिक अनुष्ठान सम्पन्न होगे। दिन भर विशेष आरती अनुष्ठानो के बाद शाम को महाआरती का आयोजन किया जायेगा और साथ ही भक्तों के लिए प्रसाद वितरण की भी व्यवस्था रहेगी। मंदिर मे दर्शनों के लिए पिछोला झील की तरफ से और महाराणा संस्कृत काॅलेज की और से भक्तों के लिए प्रवेश की व्यवस्था रहेगी।