भारतीय किसान संघ द्वारा उदयपुर मे किसानो का महापडाव


भारतीय किसान संघ द्वारा उदयपुर मे किसानो का महापडाव

भारतीय किसान संघ, राजस्थान प्रदेश की और से आज प्रातः 10 बजे विशाल रैली का आयोजन किया गया जिसमे प्रतापगढ़, चित्तोडगढ एवं उदयपुर की तहसील गिर्वा एवं बडगांव के 1000 किसानो ने भाग लिया। किसान काफी जोश से किसान संघ के नारे लगते हुए आगे बढ़ रहे थे किसानो में सरकार के प्रति काफी आक्रोश था रैली टाउन हॉल से शुरू हुई तथ

 
भारतीय किसान संघ द्वारा उदयपुर मे किसानो का महापडाव

भारतीय  किसान संघ, राजस्थान प्रदेश की और से आज प्रातः 10 बजे विशाल रैली का आयोजन किया गया जिसमे प्रतापगढ़, चित्तोडगढ एवं उदयपुर की तहसील गिर्वा एवं बडगांव के 1000 किसानो ने भाग लिया। किसान काफी जोश से किसान संघ के नारे लगते हुए आगे बढ़ रहे थे किसानो में सरकार के प्रति काफी आक्रोश था रैली टाउन हॉल से शुरू हुई तथा देहलीगेट, हाथीपोल, चेतक सर्किल से होते हुए संभागीय आयुक्त के ऑफिस पहुची| जहाँ किसान संघ के प्रतिनिधियों ने संभागीय आयुक्त को ज्ञापन सौंपा |  किसानो द्वारा ज्ञापन सौपने के पश्चात् मोहता पार्क के पास अनिश्चितकालीन महापडाव डाला गया

किसानो की प्रमुख मांगे जो ज्ञापन में सौंपी गई …

  1. किसानो के आर्थिक उत्थान हेतु आवश्यक कृषि नीतियो मे बदलाव हेतु विधानसभा का विशेष सत्र बुलाकर केवल कृषि एवं किसानो के मुद्दे पर चर्चा कर ठोस निर्णय लेवे।
  2. सभी फसलों का लागत के आधार पर लाभकारी मूल्य घोषित कर, खाद्यान भंडारण की आवश्यकता अनुसार सरकारी खरीद करने व इसके अतिरिक्त फसल उत्पादक किसानो को गिरदावरी रिपोर्ट के आधार पर लागत मूल्य व बाज़ार मूल्य की अंतर राशि का सीधा भुगतान किसानो के बैंक खातो मे कर घाटे की क्षति पूर्ति की जाए।
  3. मूँगफली, सरसों व प्याज की खरीद नही होने पर लागत से नीचे फसल बिकने के कारण उत्पादन लगात मूल्य व बजाए मूल्य की अंतर राशि की क्षतिपूर्ति की जाए।
  4. समर्थन मूल्य से नीचे फसल की खरीद बिक्री को अपराध की श्रेणी मे माना जाए और उस पर उचित कार्यवाही की जाए।
  5. पूर्व मे प्रस्तावित सिंचाई योजनाओ के क्रियान्वयन, नई सिंचाई नीति बनाकर संसद व विधायक कोष का इस्तेमाल कर हर खेत तक
  6. सिंचाई का पनि पाहुचने हेतु यमुना का पानी परबतसर के रास्ते लुणी नदी मे लाकर प्रेसर इरीगेशन सिस्टम से नागौर व जोधपुर को सिंचाई हेतु पानी देने की योजना बनाई जाए और उस पर ठोस एवं उचित क्रियान्वयन किया जाए।
  7. कृषि कार्य हेतु मध्यप्रदेश की तर्ज पर अस्थाई विधुत कनेक्शन अविलम्भ जारी हो तथा बिजली का बिल 2 माह की जगह 6 माह में लिया जावे |
  8. कृषि मंडियों में किसानो को 50,000 रूपये तक का नगद भुगतान हो |
  9. प्रत्येक सरकारी समिति में मध्यप्रदेश की तर्ज पर समर्थन मूल्य पर खरीद चालू हो और वर्ष भर फसलो की खरीद चालू रहे |
  10. जिले में हजारो किसान अफीम की खेती करते है जिसका मूल्य किसानो को नाम मात्र का मिल रहा है अत: इसका मूल्य बढाकर 15 – 20 हजार किया जावे क्योंकि अफीम का अन्तराष्ट्रीय मूल्य एक लाख रूपये है और सरकार उस मूल्य पर आयत भी कर रही है |
  11. डोडा चुरा पिछले वर्षो में 125 रूपये प्रति किलो सरकार द्वारा ख़रीदा जाता था, वह अब नष्ट करवाया जाता है, नष्ट कवाए पर किसानो को प्रति किलो 125 रूपये के हिसाब से भुगतान करे|
  12. अफीम व् डोडा चुरा तस्करी में निर्दोष किसानो को 8/29 धारा में नाम डालकर पुलिस प्रशाशन या नारकोटिक्स विभाग द्वारा करोड़ो रूपये प्रति वर्ष लिए जाते है नहीं देने पर किसानो को 10–10 साल की जेल जाना पड़ता है इस धारा को ही समाप्त किया जावे |
  13. किसानो को पासबुक दी जावे जिसमे पटवारी समय पर रबी व् खरीफ की फसल दर्ज करे ताकि योजनाओ में गड़बड़िया न हो |
  14. छोटी सादडी मंडी का परिसर बहुत छोटा है मंडी को नेशनल हाईवे 113 पर स्थापित की जावे व् अत्याधुनिक सुविधा उपलब्ध करवाए |
  15. घोसुंडा बांध, मात् कुंद्य बांध एवं कुकड़ा बांध (बस्सी) का पानी सिंचाई हेतु चित्तौड़ जिले के किसानो को उपलब्ध करवाया जाये|

भारतीय किसान संघ द्वारा उदयपुर मे किसानो का महापडाव

गंगरार कृषि मंडी को तोड़कर राजस्व विभाग के कार्यालय बना दिए गये उस वक्त यह तय किया गया   था कि राजस्व विभाग मंडी बना कर देगा परन्तु आज तक 6 वर्ष बीतने के पश्चात् भी कृषि उपज मंडी का निर्माण नहीं करवाया गया | अत: तुरंत ही मंडी निर्माण का कार्य प्रारंभ करवाया जाये

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