आम की गुठली पेट से निकाली

आम की गुठली पेट से निकाली

सामान्यतः सिक्का, सेल/बैट्री, वृद्ध द्वारा डेंचर्स निगल जाने के मामले सामने आते है, परंतु आम के साथ गुठली निगल जाने वाला एक अनूठा मामला गीतांजलि हॉस्पिटल में पेश आया। गीतांजली मेडिकल काॅलेज एवं हाॅस्पिटल के गेस्ट्रोएंटरोलोजिस्ट डाॅ पंकज गुप्ता ने 19 वर्षीय युवक के पेट से आम की गुठली को एण्डोस्कोपी से बाहर निकाल स्वस्थ किया। मात्र 15 मिनट के ओपीडी प्रोसीजर से ही युवक को आराम मिल गया और उसे ओपन सर्जरी की जरुरत नहीं पड़ी। डाॅ गुप्ता ने एण

 
आम की गुठली पेट से निकाली

सामान्यतः सिक्का, सेल/बैट्री, वृद्ध द्वारा डेंचर्स निगल जाने के मामले सामने आते है, परंतु आम के साथ गुठली निगल जाने वाला एक अनूठा मामला गीतांजलि हॉस्पिटल में पेश आया। गीतांजली मेडिकल काॅलेज एवं हाॅस्पिटल के गेस्ट्रोएंटरोलोजिस्ट डाॅ पंकज गुप्ता ने 19 वर्षीय युवक के पेट से आम की गुठली को एण्डोस्कोपी से बाहर निकाल स्वस्थ किया। मात्र 15 मिनट के ओपीडी प्रोसीजर से ही युवक को आराम मिल गया और उसे ओपन सर्जरी की जरुरत नहीं पड़ी। डाॅ गुप्ता ने एण्डोस्कोपी प्रक्रिया की मदद से गोल एवं चिकनी गुठली को पकड़ कर बाहर निकाल लिया। इस प्रक्रिया द्वारा इलाज सरल भी रहा और रोगी को जल्दी आराम मिल गया।

डाॅ गुप्ता ने बताया कि आमतौर पर बाहरी पदार्थ को बाहर निकालना बहुत मुश्किल होता है। यदि ऐसा कोई पदार्थ भोजन नली में अटक जाए तो बिना देर किए चिकित्सकीय परामर्श लेनी चाहिए क्योंकि इससे भोजन नली कभी-भी फट सकती है। और अगर काफी दिनों तक यह पदार्थ पेट में रह जाते है तो उसमें घाव कर सकते है। साथ ही अब तक इन पदार्थों को बाहर निकालने के लिए ओपन सर्जरी की जाती थी, पर अब एण्डोस्कोपी प्रक्रिया द्वारा इलाज संभव है। रोगी विक्रम वैष्णव (उम्र 19 वर्ष) पिछले 7 दिनों से पेट में दर्द एवं उल्टी की शिकायत के साथ गीतांजली हाॅस्पिटल आया था।

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