प्रभारी मंत्री रिणवा ने गोगुन्दा क्षेत्र का दौरा किया
उदयपुर जिले के प्रभारी मंत्री, राजस्थान के वन, पर्यावरण एवं खान राज्य मंत्री राजकुमार रिणवा ने शुक्रवार को उदयपुर जिले के दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्र गोगुन्दा का दौरा किया और हाल ही मौसमी बीमारियों से प्रभावित इलाकों में सम सामयिक हालातों की जानकारी ली
उदयपुर जिले के प्रभारी मंत्री, राजस्थान के वन, पर्यावरण एवं खान राज्य मंत्री राजकुमार रिणवा ने शुक्रवार को उदयपुर जिले के दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्र गोगुन्दा का दौरा किया और हाल ही मौसमी बीमारियों से प्रभावित इलाकों में सम सामयिक हालातों की जानकारी ली।
इस दौरान विधायक प्रताप गमेती, जिला कलक्टर रोहित गुप्ता, उपखण्ड अधिकारी मुकेश कलाल, प्रधान पुष्करलाल तेली, उप वन संरक्षक ओ.पी. शर्मा, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. संजीव टांक सहित अन्य अधिकारी भी साथ थे।
प्रभारी मंत्री ने बीमारी की वजह से मृत ग्रामीणों के घरवालों से चर्चा की और दुःख व्यक्त करते हुए सान्त्वना दी और कहा कि दुःख की इस घड़ी में सरकार ग्रामीणों के साथ है और उनकी हरसंभव सहायता करेगी। प्रभारी मंत्री ने ग्रामीणों से क्षेत्र की स्थितियों तथा मृत्यु के कारणों के बारे में बात की।
उन्होंने पड़ावली और नाल गांवों में पहुंचकर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाओं का जायजा लिया। प्रभारी मंत्री ने पड़ावली के राजकीय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र तथा नाल के राजकीय माध्यमिक विद्यालय परिसर मेंं चल रहे चिकित्सा एवं स्वास्थ्य शिविर का अवलोकन किया और वहाँ ग्रामीणों, मरीजों तथा डॉक्टरों से चर्चा की।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. संजीव टांक एवं अन्य चिकित्सकों ने प्रभारी मंत्री को पूरे क्षेत्र में मौसमी बीमारियों के उपचार एवं बचाव के लिए ऎहतियाती कार्यवाही के साथ ही चिकित्सा दलों द्वारा सर्वे, चिकित्सा तथा राहत की गतिविधियों पर विस्तार से अवगत कराया। प्रभारी मंत्री रिणवा ने चिकित्सकों एवं चिकित्सा दलों से कहा कि पूरी मुस्तैदी के साथ अपने कार्यों को अंजाम दें।
रिणवा ने ग्रामीणों से चर्चा करते हुए बीमारी से हुई मृत्यु की घटनाओं पर दुःख व्यक्त किया और कहा कि सरकार प्रभावित परिवारों के लिए अपनी ओर से राहत एवं सहायता में कहीं कोई कमी नहीं रखेगी। पड़ावली में मोहन एवं खुमा से प्रभारी मंत्री ने मुलाकात की और संवेदना व्यक्त की। मोहन के 3 तथा खुमा के 1 बच्चे की मृत्यु मौसमी बीमारियों की वजह से हो गई थी।
इन दोनों ग्रामीणों ने मंत्री को बताया कि बरसात के कारण नदी में पानी आ जाने की वजह से वे ईलाज के लिए नहीं पहुंच सके। इन ग्रामीणों ने बताया कि दूषित पानी व मौसमी बीमारी से उनके बच्चों की मृत्यु हो गई। खाने-पीने की उनके घर में कोई कमी नहीं है। प्रभारी मंत्री के समक्ष यही बात नाल गांव में आदिवासी ग्रामीण लालकी ने कही। लालकी के पुत्र दीता की पत्नी नकी एवं दीता की दो बच्चियों की मृत्यु मौसमी बीमारी की वजह से हो गई।
प्रभारी मंत्री ने प्रत्येक मृतक के नाम परिजनाेंं को बीस-बीस हजार रुपए दिए जाने की सहायता दिए जाने की घोषणा की तथा प्रभावित परिवारों को पीएम आवास योजना में लाभान्वित कर आवास की उपयुक्त व्यवस्था की घोषणा की। प्रभारी मंत्री ने अपनी ओर से प्रत्येक मृतक के नाम 2-2 हजार रुपए की सहायता राशि प्रभावित परिवारों को प्रदान की।
प्रभारी मंत्री ने ग्रामीणों के लिए शुद्ध पेयजल मुहैया कराने पर जोर दिया और कहा कि इसके लिए हरसंभव प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए नाल गांव के राजकीय माध्यमिक विद्यालय परिसर में नवस्थापित जल योजना का अवलोकन किया तथा पाईप लाईन एवं नलों से जल प्रवाह को देखा तथा कहा कि इससे ग्रामीणों को पीने का शुद्ध पानी उपलब्ध होगा। इससे जल जनित बीमारियों से बचाव होगा।
जिला कलक्टर रोहित गुप्ता ने गोगुन्दा क्षेत्र में हाल ही सामने आयी बीमारियों की स्थिति और प्रशासन की ओर से की गई त्वरित कार्यवाही के बारे में बताया।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. संजीव टांक ने मरीजों की चिकित्सा तथा क्षेत्र भर में बड़ी संख्या में चिकित्सा दलों द्वारा किए जा रहे सर्वे कार्य के बारे में जानकारी दी और बताया कि चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग युद्धस्तर पर जुटा हुआ है।
प्रभारी मंत्री को उन्होंने 29 अगस्त से 8 सितम्बर तक गोगुन्दा ब्लॉक में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से संपादित की गई गतिविधियों की विस्तार से जानकारी दी और बताया कि क्षेत्र में कुल 111 चिकित्सा टीमों ने 4 हजार 041 घरों का अवलोकन किया जिसमें 2 हजार 204 बीमार पाए गए। इनमें बुखार से पीड़ित पाए गए सभी 709 जनों की ब्लड स्लाइड ली गई। इसी प्रकार उल्टी-दस्त के 262 मरीज पाए गए। क्षेत्र में 59 जल स्रोतों का शुद्धिकरण किया गया। सभी घरों में ओआरएस के पैकेट, शुद्ध पेयजल के लिए पानी के 200 कैम्फर, बिस्किट्स के 1 हजार पैकेट्स तथा 150 लीटर दूध का वितरण कार्य किया गया।
मंत्री ने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से कहा कि वे क्षेत्र में युद्धस्तर पर सर्वे, चिकित्सा एवं राहत के कार्य करें, इसमें किसी प्रकार की ढील नहीं होनी चाहिए। उन्होंने ग्रामीणों से कहा कि वे जागरुक रहें और कहीं भी किसी भी प्रकार की बीमारी की सूचना सामने आने पर तत्काल ईलाज कराएं। प्रभारी मंत्री ने आश्वासन दिया कि क्षेत्र में आवागमन सुविधा और सड़क-पुलिया निर्माण से संबंधित काम कराए जाएंगे। उन्होंने इसके लिए प्रस्ताव बनाने के निर्देश भी दिए।
प्रभारी मंत्री राजकुमार रिणवा ने बाद में गोगुन्दा रेस्ट हाउस में क्षेत्रीय अधिकारियों, जन प्रतिनिधियों एवं गणमान्य क्षेत्रवासियों से चर्चा की और क्षेत्रीय सम सामयिक हालातों पर जानकारी ली। इसमें विधायक प्रताप गमेती, जिला कलक्टर रोहित गुप्ता, उप वन संरक्षक ओपी शर्मा, उपखण्ड अधिकारी मुकेश कलाल, जिला रसद अधिकारी जगमोहन सिंह, प्रधान पुष्करलाल तेली सहित क्षेत्र के अधिकारियों एवं जन प्रतिनिधियों ने विचार व्यक्त किए।
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