नारद, सेठ, जिन्न बने बहुरूपिया कलाकारों ने लोगों को बुलाया शिल्पग्राम में
पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र की ओर से आगामी 21 दिसम्बर से आयोज्य ‘‘शिल्पग्राम उत्सव’’ के अनुक्रम में शहा में कलात्मक वातावरण बनाने तथा लोगों को शिल्पग्राम उत्सव के दौरान उठने वाली माटी की सौंधी महक से रूबरू करवाने के लिये दस बहुरूपिया कलाकारों ने शनिवार शाम शहर की धड़कन व मुख्य पर्यटन स्थल फतह सागर की पाल, राजीव गांधी स्मृति उद्यान, संजय गांधी पार्क तथा सहेलियों की बाड़ी पर अपनी बहुरूपी कला का प्रदर्शन किया।
पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र की ओर से आगामी 21 दिसम्बर से आयोज्य ‘‘शिल्पग्राम उत्सव’’ के अनुक्रम में शहा में कलात्मक वातावरण बनाने तथा लोगों को शिल्पग्राम उत्सव के दौरान उठने वाली माटी की सौंधी महक से रूबरू करवाने के लिये दस बहुरूपिया कलाकारों ने शनिवार शाम शहर की धड़कन व मुख्य पर्यटन स्थल फतह सागर की पाल, राजीव गांधी स्मृति उद्यान, संजय गांधी पार्क तथा सहेलियों की बाड़ी पर अपनी बहुरूपी कला का प्रदर्शन किया।
केन्द्र निदेशक श्री फुरकान खान ने इस आशय की जानकारी देते हुए बताया कि शिल्पग्राम तथा शिल्पग्राम उत्सव को जन-जन तक पहुंचाने तथा उदयपुर में कलात्मक वातावरण के सृजन के लिये केन्द्र द्वारा पहली बार उदयपुर के विभिन्न स्थलों पर बहुरूपिया कलाकारों को बुलाया गया है जो आगामी 20 दिसम्बर तक फतहसागर की पाल, राजीवगांधी स्मृति उद्यान, संजय पार्क तथा सहेलियों की बाड़ी में अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे। ये कलाकार रोजाना शाम चार बजे से देर शाम तक विभिन्न रूप धारण कर देशी-विदेशी पर्यटकों तथा वहां टहलने वाले लोगों का मानोरंजन करने के साथ-साथ शिल्पग्राम उत्सव की जानकारी देंगे।
इन कलाकारों में फतहसागर पर शमशाद ने सेठजी, फरीद-जब्बर सिंह, बबलू-जिन्न तथा सलीम ने भील का वेश व रूप धारण कर लोगों को शिल्पग्राम में मिलने का वादा किया। संजय पार्क पर नौशाद ने क्रूर सिंह तथा विनय ने जोकर के किरदार में नजर आये। सहेलियों की बाड़ी पर सुभाष भीम बन कर लोगों को रिझा रहे थे तो श्रीकांत ने डाकू बन कर लोगों को शिल्पग्राम में बुलाया। राजीव गांधी स्मृति उद्यान पर परीक्षित डफली वाला बना तो रतन औंधकर ने नारद के किरदार से लोगों को शिल्पग्राम उत्सव के आयोजन का स्मरण करवाया।
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