अब विद्यापीठ भी कराएगा होम्यौपेथी में पीएचडी


अब विद्यापीठ भी कराएगा होम्यौपेथी में पीएचडी

"राजस्थान विद्यापीठ विवि अब होम्यौपेथी में पीएचडी करवाएगा। इसके लिए शीध्र ही सीटों की संख्या का निर्धारण कर लिया जाएगा। साथ ही रूपरेखा भी तैयार की जा रही है।" - यह निर्णय बुधवार को हुई एकेडमिक काउंसिल की बैठक में लिया गया।

 

अब विद्यापीठ भी कराएगा होम्यौपेथी में पीएचडी

“राजस्थान विद्यापीठ विवि अब होम्यौपेथी में पीएचडी करवाएगा। इसके लिए शीध्र ही सीटों की संख्या का निर्धारण कर लिया जाएगा। साथ ही रूपरेखा भी तैयार की जा रही है।” – यह निर्णय बुधवार को हुई एकेडमिक काउंसिल की बैठक में लिया गया।

गौरतलब है कि प्रदेश में जयपुर में ही यह सुविधा उपलब्ध थी जो अब उदयपुर में भी हो जाएगी। बैठक की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रो एसएस सारंगदेवोत ने बताया कि होम्यौपेथी में पीएचडी के अतिरिक्त थिएटर एजुकेशन में डिप्लोमा कोर्स तथा हॉस्पिटल मैनेजमेंट में डिग्री कोर्स बतौर नए पाठयक्रम जोडे गए है।

बैठक में डॉ ललित पांडे, डॉ एलएन नंदवाना, डॉ सीपी अग्रवाल, डॉ सरोज गर्ग, डॉ अमिय गोस्वामी, डॉ संजय मिश्रा, डॉ जीएन माथूर, डॉ सुनीता सिंह, डॉ शशि चित्तौडा, डॉ सत्यभूषण नागर, डॉ आरबीएस वर्मा, डॉ मनीष श्रीमाली, डॉ मंजू मांडोत, डॉ लीली जैन, डॉ बबीता रशिद डॉ देवेंद्र आमेटा, डॉ प्रेमलता गांधी, डॉ धीरज जोशी तथा प्रो वीपी शर्मा आदि उपस्थित थे।

बडे अभिनेता सिखाएंगे थिएटर: बैठक में निर्णय लिया गया है कि थिएटर एजुकेशन के डिप्लोमा कोर्स इस सत्र से शुरू कर दिए जाएंगे। जिसे प्रतापनगर स्थित कंप्यूटर आईटी विभाग में शुरू होगा। इसमें बडे अभिनेताओं को बुलाकर बारीकियां समझाई जाएगी। विशेष बात यह है कि इसमें आयु सीमा का कोई मापदंड नहीं होगा।

हॉस्पिटल मैनेजमेंट भी इसी सत्र से: प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए प्रो बीएल फडिया ने बतया कि विद्यापीठ द्वारा इसी सत्र से ही हॉस्पिटल मैनेजमेंट का कोर्स भी शुरू किया जाएगा। इसमें होम्यौपेथी, यूनानी, एलोपैथी, आयुर्वेदिक एवं प्राकतिक चिकित्सा में बीएससी होना अनिवार्य होगा। पाठयक्रम में सीटों का निर्धारण भी शीध्र कर लिया जाएगा।

नए कोर्स को मिली स्वीकति: एकेडमिक काउंसिल की बैठक में साहित्य संस्थान विभाग के अंतर्गत तीन नए कोर्सेस को स्वीकति मिली है। इनमें भारतीय ज्योतिष सर्टिफिकेट पाठयक्रम, भारतीय वास्तू सर्टिफिकेट पाठयक्रम, भारतीय कर्मकांड एवं नित्य कर्म पूजा पद्धति सर्टिफिकेट कोर्स का संचालन होगा।

इसके अतिरिक्त भारतीय ज्योतिष तथा वास्तु में एक वर्षिय डिप्लोमा पाठयक्रम को स्वीकति मिली है। इसी प्रकार महिला अध्ययन विभाग में पीजी डिप्लोमा इन जेंडर स्टडीज एंड टेक्नोलॉजी, बीए इन जेंडर स्टडीज एंड टेक्नोलॉजी, डिप्लोमा इन कंप्यूटर एप्लीकेशन को स्वीकति मिली है।

बैठक में संस्कत विभाग के अंतर्गत योगा कोर्स को स्वीकति मिली है, एंव हिंदी विभाग के अंतर्गत बीजेएमसी कोर्स को स्वीकति प्रदान की गई है। रजिस्टार डॉ प्रकाश शर्मा ने धन्यवाद ज्ञापित किया।

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