काव्योत्सव – 2017: देर रात तक जमा कवि सम्मेलन का रंग
उदयपुर जिला वैश्य महासम्मेलन द्वारा पीडि़त मानवता की सेवार्थ आयोजित अखिल भारतीय कवि सम्मेलन को सुनने पूरा शहर उमड़ पडा। कवि सम्मेलन शुरू होने से पूर्व ही पूरा सदन खचाखच भर गया और लोग कवियों को सुनने को बेताब दिखे। कवि सम्मेलन में देश के ख्यातनाम कवियों ने अपने हास्य, व्यंग्य, वीर रस के अंदाज में श्रोताओं को देर रात तक बांधे रखा। कवि सम्मेलन के प्रारंभ मे महासम्मेलन के अध्यक्ष अनिल नाहर, संयोजक दिलीप सुराणा, अनिल अग्रवाल और पदाधिकारियों ने कवियों का मंच पर माल्यार्पण कर स्वागत किया।
उदयपुर जिला वैश्य महासम्मेलन द्वारा पीडि़त मानवता की सेवार्थ आयोजित अखिल भारतीय कवि सम्मेलन को सुनने पूरा शहर उमड़ पडा। कवि सम्मेलन शुरू होने से पूर्व ही पूरा सदन खचाखच भर गया और लोग कवियों को सुनने को बेताब दिखे। कवि सम्मेलन में देश के ख्यातनाम कवियों ने अपने हास्य, व्यंग्य, वीर रस के अंदाज में श्रोताओं को देर रात तक बांधे रखा। कवि सम्मेलन के प्रारंभ मे महासम्मेलन के अध्यक्ष अनिल नाहर, संयोजक दिलीप सुराणा, अनिल अग्रवाल और पदाधिकारियों ने कवियों का मंच पर माल्यार्पण कर स्वागत किया।
कवि सम्मेलन मे देश के जाने माने वीर रस के कवि वेदवृत वाजपेयी को सुनने के लिए बेताब काव्य श्रोताओं को र्इंतजार देर रात खत्म हुआ। काफी देर के ईतजार के बाद जब कवि वेद वृत वाजपेयी ने सभी श्रोताओं का अभिनन्दन कर अपनी पंक्तिया पढऩा शुरू की तो पुरा सभागार तालियों की गडगडाहट से गुंज उठा। वीर रस की कविताओं के लिए खास तौर पर पहचान रखने वाले कवि वेद वृत वाजपेयी की कविताओं पर लोगो ने जमकर वंदे मातरम के नारे लगाते हुए लोक कला मण्डल के सभागार को गुंजयमान कर दिया। वाजपेयी ने आतंकवाद पर टिपण्णी करते हुए कहा कि ‘अब भी पाया जा सकता है अपने सपनों का भूगोल, अपने दोनों हाथ उठाकर भारत माता की जय बोल कविता सुनाई, वाजपेयी की यह पंक्तियां सुन श्रोताओं ने भारत माता की जय के नारे की एक लडी सी लगा दी।
कवि सम्मेलन की शुरूआत मे आगरा की सुप्रसिद्ध गीत और गज़ल गायिका मंजु दीक्षित ने सरस्वती वंदना के बाद सदन मे मौजूद नारी शक्ति को अपनी पंक्तियों समर्पित करते हुए कहा समझो ना इसे अबला है लाचार है औरत, अपने पर उतर आये तो तलवार है औरत, माँ है, बेटी है, पत्नी है, बहू है, हर भूमिका मे देखिये तैयार है औरत …. और ऐसे ही कई गीत व गज़ले सुनाई।
मोहब्बत पर खास तरह के गीतो को लेकर आये अलीगढ़ के विष्णु सक्सेना ने दिले बीमार सही हो वो दवाएं दे दे, मैं सभी से प्यार लुटाऊं वो दुवाएं दे दे, ए मैरे रब मै साँस-साँस मे महक जाऊँ, मेरी आवाज की खुश्बू को आवाज दे… गीत सुनाया।
बदनावर से आये हास्य – व्यंग के कवि राकेश शर्मा ने अपने मजाकिया अंदाज मे पाकिस्तान पर निशाना बाँधते हुए कहा रिश्ते मे तो पाकिस्तान हम तुम्हारे बाप है फिर फोकट तोडता है कश्मीर के गमले, जब देखो आतंकवादी हमले, अपने थके हारे बाप से थोडा रेस्ट कराले, सुनाकर श्रोताओं को खुब गुदगुदाया।
कवि सम्मेलन के सूत्रधार उदयपुर के ही कवि प्रकाश नागौरी ने देर रात तक मंच का बेहतर संचालन करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। मंच संचालन के साथ ही नागौरी ने बडे ही जोशीले अंदाज मे अपनी पंक्तियां सुनाते हुए कहा यदि सैनिको को दिल्ली से ठोस ईशारा मिल जाये, हाफिज सईद क्या पूरा पाकिस्तान नींव से हिल जाये…. सुनाकर खुब दाद बटोरी।
कार्यक्रम मे गृहमंत्री गुलाबचन्द कटारिया, उच्च शिक्षा मंत्री किरण माहेश्वरी, अन्तर्राष्ट्रीय वैश्य फैडरेशन के कार्यकारी अध्यक्ष अशोक अग्रवाल, फैडरेशन के महासचिव बाबुराम गुप्ता, बडी सादडी विधायक गौतम दक, महासम्मेलन के मुख्य संरक्षक के. के. गुप्ता, संरक्षक कैलाश मानव, राजस्थान वैश्य फैडरेशन के कार्यकारी अध्यक्ष धु्रवदास अग्रवाल, महामंत्री अरूण गुप्ता सहित महासम्मेलन के पदाधिकारी के.एम. जिंदल, प्रकाश चेचाणी, पंकज तोषनीवाल, पिंकी माण्डावत सहित कई सम्माननीय अतिथि उपस्थित थे।
To join us on Facebook Click Here and Subscribe to UdaipurTimes Broadcast channels on GoogleNews | Telegram | Signal