विश्वराग के महाकुंभ में इटली, भारत और यूके की प्रस्तुतियों ने मन मोहा


विश्वराग के महाकुंभ में इटली, भारत और यूके की प्रस्तुतियों ने मन मोहा

वंडर सीमेंट और राजस्थान टूरिज्म के साथ मिलकर हिंदुस्तान जिंक की ओर आयोजित हुए इस फेस्टिवल में विभिन्न श्रेणियों के 150 से अधिक वैश्विक कलाकारों ने प्रस्तुतियां दीं। सभी कलाकारों को वर्ल्ड म्यूजिक फेस्टिवल डायरेक्टर सेहर के संजीव भार्गव

 
विश्वराग के महाकुंभ में इटली, भारत और यूके की प्रस्तुतियों ने मन मोहा

राग, तान और नई बंदिशें साज़ और आवाज में घुलकर संगीत रसिकों के दिलों पर जादू कर गईं। फतहसागर में आती-जाती लहरों की तरह साहिल पर संगीत की मौजें भी अपनी रवानी के साथ उठती और भिगोती रहीं। ऊर्जा से भरपूर, खिले हुए चेहरे और मगन होकर थिरकने वालों ने गवाही दी कि ऐसा विश्वराग हमने कभी न देखा न सुना। मौका था वर्ल्ड म्यूजिक फेस्टिवल के तीसरे और अंतिम दिन दोपहर को फतहसागर पाल पर देश-विदेश के कलाकारों की प्रस्तुतियों का जिनके सुरों के जादू की झप्पी से वहां मौजूद सैंकड़ों संगीत प्रेमी झूम उठे।

विश्वराग के महाकुंभ में इटली, भारत और यूके की प्रस्तुतियों ने मन मोहा

दिल्ली के आठ युवाओं के इंडियन क्लासिकल फ्यूजन बैण्ड अद्वेता ने कॉक स्टूडियो के प्रसिद्ध गीत ‘घिर-घिर आए बदरिया कारी..में राग मल्हार के साथ क्लासिकल मिक्स फ्यूजन ने कमाल कर दिया। उनके एलबम ‘ग्राउंडेड इन स्पेस’ और ‘द साइलेंट सी’ के मिक्स लाइव रिदम पर हर आमोखास ने ताल से ताल मिलाया। हिन्दुस्तानी संगीत को नएपन के साथ परोसने के मकसद से बने इस बैंड ने राग दुर्गा व राग यवंती में निबद्ध बंदिशों की खुशबू बिखेरी और ‘जा..जा रे मंदिरवा.. भीम पलासी बंदिश में राग यवन को शामिल कर संगीत की मस्ती का तूफान मचाया। ‘मो-फंक’ एलबम के वजीर फिल्म में अमिताभ बच्चन पर फिल्माए ट्रेक ‘खेल-खेल में’ की प्रस्तुति भी खूब खास रही। गिटार पर अभिषेक माथुर, अमन ड्रम पर, अनिंदो बोस कीबोर्ड पर, चयन अधिकारी वोकल व गिटार, गौरव चिंतामणि बेस पर मोहित लाल परकशन व तबला, सुहेल युसूफ खान सारंगी वोकल व उज्ज्वल नागर ने हिन्दुस्तानी वोकल पर नए सुरों की सौगात दी।

विश्वराग के महाकुंभ में इटली, भारत और यूके की प्रस्तुतियों ने मन मोहा

इससे पहले ब्राजील के गाने अफ्रीकी -क्यूबाई लय व स्वीस क्यूबा की जाज संगीतकार यीलीयन केनीलजरेज की प्रस्तुति बहुत खास रही। जैज क्लासिकल, फ्यूजन और स्पेनिश बंदिशों में यीलीयन ने वूमन फ्रीडम का संदेश गाया। अपने बैंड और अपने अनोखे अंदांज में सुर और वायलिन के तराने एक साथ छेड़े तो दर्शकों के कदम और सुर खुद-ब-खुद साथ देते नजर आए। दर्शकों में सदा चुप रहने वाले गुनगुना उठे और गुनगुनाने की हद वाले दिल खोलकर सुर मिलाने लगे। क्यूबा वर्ल्ड म्यूजिक की टॉप-5 हस्तियों में शुमार यीलीयन के पारम्परिक फ्रेंच गीत ‘ये..ये..ये, ‘दा..दी..दा…दा’ पर दर्शकों का खूब साथ मिला।

विश्वराग के महाकुंभ में इटली, भारत और यूके की प्रस्तुतियों ने मन मोहा गांधी ग्राउण्ड पर महोत्सव के समापन की शाम कई विश्व संगीत सितारों के नाम रही। इसमें वेलेंटाइन की मस्ती भी देखने को मिली तो माटी की खुशबू भी। शुरुआत इटली के बैण्ड आफी सीना की मंत्रमुग्ध कर देने वाली प्रस्तुति के साथ हुई। सिनीजिया मारजो ने वोकल, फ्ल्यूट व परकशन पर, डोंटेलो पिजानेला ने मेंडोला पर, जॉज्यिो डोवेरी वायलिन पर, ल्यूगी पेनिका ने गिटार, सिलिविया गैलोन ने वोकल व परकशन पर साथ दिया। उनके संगीत ने म्यूजिकल थैरीपी का जादू जगाया। उन्होंने ट्रांस कंटेपरेरी म्यूजिक, लिरिक्स को परम्परागत और मौलिक गीतों में पिरोया।

विश्वराग के महाकुंभ में इटली, भारत और यूके की प्रस्तुतियों ने मन मोहा

इसके बाद देश और विदेश के ख्यातनाम कलाकारों से जुगलबंदी करने वाले भारतीय गिटार संगीत सितारे ध्रुव घाड़ेकर के नये प्रोजेक्ट ध्रुव वॉयज की प्रस्तुतियों ने दिलों के तारों को झंकृत कर दिया। उन्होंने अपने हिट नंबर थोड़ी देर उड़ जा को असमी कलाकार के साथ प्रस्तुत किया। साथ ही बाम्बे बॉयज, द्रोणा, व्हाइट नॉइज के गीतों के तार छेड़े तो मानों मन की गांठें खोल कर रख दीं। ध्रुव ने अपने गिटार पर अलग-अलग लैण्ड स्कैप बिखेरे, कभी देहात में ले गए तो कभी संगीत का शहर घुमा आए। कभी खुद से जान-पहचान करा दी तो कभी अपने अस्तित्व को ही मिटा कर सबको एकाकार कर दिया। ध्रुव वॉयज का ‘बारे-बारे.., ‘धीमा..,’ ‘निमोली..’ को खास तौर पर युवा रसिकों ने खूब सराहा। वर्ल्ड कंटेपरेरी जैज, एक्परीमेंटल संगीत में डूबी प्रस्तुतियों ने समापन अवसर को खास बना दिया।

विश्वराग के महाकुंभ में इटली, भारत और यूके की प्रस्तुतियों ने मन मोहा

इसके बाद लंदन से आए गिरजाघर के कलाकारों फ्यूजन ऑफ गोसपेल विद फंक, जैज एंड रैगे ने आधुनिक ताल व लय के संयोजन की बारी थी। अरबन म्यूजिक अवार्ड-बेस्ट यूके गोसपल अवार्ड प्राप्त इस बैंड में रेवरेंड ब्रेजिल मेडे, लॉरेन जॉनसन, डेलरॉय पॉवेल और जॉन फेंसिस सहित साथियों के साथ सुर मिलाए तो माहौल रुहानी हो गया। उनके पारम्परिक गीत-संगीत और बीच-बीच में स्विंग बीट्स रिदम ने नई ऊर्जा का संचार कर दिया। प्रस्तुतियों के समापन के साथ ही तीन दिवसीय वर्ल्ड म्यूजिक फेस्टिवल के समापन के लम्हों ने विदाई का राग सुनाकर सबको भावुक कर दिया। तालियों की गडग़ड़ाहट और कलाकारों व क्रू मेम्बर्स का विनम्र अभिवादन हुआ।

विश्वराग के महाकुंभ में इटली, भारत और यूके की प्रस्तुतियों ने मन मोहा

वंडर सीमेंट और राजस्थान टूरिज्म के साथ मिलकर हिंदुस्तान जिंक की ओर आयोजित हुए इस फेस्टिवल में विभिन्न श्रेणियों के 150 से अधिक वैश्विक कलाकारों ने प्रस्तुतियां दीं। सभी कलाकारों को वर्ल्ड म्यूजिक फेस्टिवल डायरेक्टर सेहर के संजीव भार्गव ने धन्यवाद दिया तथा कहा कि उदयपुर ने म्यूजिक फेस्टिवल के माध्यम से विश्व में नई पहचान बनाई है। ये सिलसिला निरंतर रहेगा और अगले बरस फिर आएंगे संगीत की हवाओं के ताजा झोंकों व खुशबू के साथ।

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