‘रेडियोसर्जरी ब्रेन दवं स्पाइन ट्यूमर के उपचार में वरदान हो रही
गीतांजली मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल, उदयपुर के कैंसर सेंटर द्वारा आयोजित तीन दिवसीय 5वां राष्ट्रीय युवा रेडियेशन ऑनकोलोजी सम्मेलन का उद्घाटन समारोह शुक्रवार 27 जनवरी को गीतांजली सभागार में हुआ।
गीतांजली मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल, उदयपुर के कैंसर सेंटर द्वारा आयोजित तीन दिवसीय 5वां राष्ट्रीय युवा रेडियेशन ऑनकोलोजी सम्मेलन का उद्घाटन समारोह शुक्रवार 27 जनवरी को गीतांजली सभागार में हुआ।
इस सम्मेलन में मुख्य अतिथि गीतांजली ग्रुप के चेयरमेन जेपी अग्रवाल, डॉ सुधीर सिंह अध्यक्ष युवा रेडियेशन ऑनकोलोजी, डॉ राजेश वशिष्ठ निर्वाचित अध्यक्ष एसोसिएशन ऑफ रेडियेशन ऑनकोलोजिस्ट ऑफ इंडिया, डॉ रोहिताश्व दाना अध्यक्ष राजस्थान चेप्टर एसोसिएशन ऑफ रेडियेशन ऑनकोलोजिस्ट ऑफ इंडिया, विशिष्ट अतिथि कपिल अग्रवाल वाईस चेयरमेन गीतांजली ग्रुप, अंकित अग्रवाल कार्यकारी निदेशक, डॉ एफएस मेहता डीन गीतांजली मेडिकल कॉलेज, डॉ किशोर पुजारी मुख्य कार्यकारी अधिकारी गीतांजली हॉस्पिटल, डॉ एआर गुप्ता आयोजन अध्यक्ष, डॉ वी शंकर आयोजन सचिव एवं विश्व भर से आए 400 कैंसर विशेषज्ञ सम्मलित हुए। कार्यक्रम की शुरुआत सभी माननीय अतिथियों द्वारा दीप प्रजवल्लन से हुई।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता डॉ सेम्युल टी चाओ क्लीवलेंड, अमेरिका ने ब्रेन एवं स्पाइन ट्यूमर का इलाज रेडियोसर्जरी से कराने के फायदे बताए। उन्होंने बताया कि स्पाइन रेडियोसर्जरी द्वारा इलाज तुरंत दर्द निवारक होता है। इस प्रक्रिया से स्पाइन की हड्डी में फेक्चर होने का खतरा कम हो जाता है और रोगी को लकवा होने से भी बचाया जा सकता है। उन्होंने अब तक ब्रेन के 600 व स्पाइन के 1500 ट्यूमर का रेडियोसर्जरी द्वारा सफल इलाज किया है। सम्मेलन के मुख्य वक्ता पिट्सबर्ग यूनिवर्सिटी अमेरिका के डॉ अजय निरंजन ने अपने वक्तव्य में बताया कि वर्तमान में मस्तिष्क की ओपन सर्जरी के विकल्प के रुप में रेडियोसर्जरी द्वारा ब्रेन ट्यूमर एवं कैंसर तथा फंक्षनल बीमारियों का उपचार कम समय में अत्याधिक सटीक एवं कारगर साबित हो रहा है। इस प्रकार के अब तक 20000 से ज्यादा मामले उपचारित किए है। डॉ निरंजन ने मस्तिष्क के रोगों का रेडियोसर्जरी द्वारा उपचार के लिए दिशा निर्देश तय किए है जिसे सम्पूर्ण विश्व में मान्यता प्राप्त है। इन्होंने बताया कि रेडियोसर्जरी से उपचार करने पर किसी भी प्रकार की चीर-फाड़, बिना दर्द, बिना बेहोशी के संभव है। टाटा मेमोरोयिल हॉस्पिटल के डॉ जयंत ने बताया कि हर साल टाटा हॉस्पिटल में 40000 रोगी कैंसर से उपचार के लिए आते है परन्तु रेडियोसर्जरी की सुविधा की उपलब्धता भारत में केवल 2 प्रतिशत ही है। डॉ सुधीर सिंह ने सभी का स्वागत किया और सम्मेलन की सराहना करते हुए कहा कि उदयपुर, झीलों की नगरी में स्टीरियोटेक्टिक रेडियोसर्जरी जैसी नवीनतम तकनीक पर युवा रेडियेशन ऑनकोलोजिस्ट के समक्ष चर्चा करते हुए अत्यंत हर्ष हो रहा है। जेपी अग्रवाल ने गीतंजली हॉस्पिटल के सफर और किफायती दरों पर गुणात्मक उपचार दक्षिणी राजस्थान और आस-पास के रोगियों को उपलब्ध कराने की बात कही। डॉ राजेश वशिष्ठ ने कैंसर के उपचार हेतु रेडियोसर्जरी की महत्वता के बारे में बताया। साथ ही इस सम्मेलन के माध्यम से युवा रेडियेशन ऑनकोलोजिस्ट को ज्ञान एवं अभ्यास में मदद भी मिलेगी। डॉ रोहिताश्व ने गीतांजली कैंसर सेंटर को धन्यवाद देते हुए कहा कि यह सम्मेलन एक बहुत ही बड़ा मंच है जिससे सभी विशेषज्ञों में रेडियोसर्जरी के संबंधित ज्ञान का विस्तार होगा। डॉ एफएस मेहता ने गीतांजली हॉस्पिटल में हर्निया से लेकर रेडियोसर्जरी के उपचार की उपलब्धता पर सभी को बधाई दी और नए विचार एवं सुविधाओं के विकास पर आभार व्यक्त किया। डॉ किशोर पुजारी ने गीतांजली कैंसर सेंटर की इस पहल को जरुरी बतातेे हुए सभी प्रकार की कैंसर उपचार की व्यापक सुविधाओं को उदयपुर में ही उपलब्ध कराने की बात कही जिससे रोगयिों को इलाज के लिए कहीं और न जाना पड़े।
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