रोटरी क्लब उदय एवं वजूद एक पहिचान संस्थान ने किया 18 महिलाओं को सम्मानित

रोटरी क्लब उदय एवं वजूद एक पहिचान संस्थान ने किया 18 महिलाओं को सम्मानित

समारोंह में रोटरी क्लब उदय एवं वजूद एक पहचान संस्था की ओर से शहर की 17 महिलाओं विद्या मोहेल, ललिता पुरोहित, आईपीएस रानू शर्मा, प्रियंका जोधावत, दर्शना शर्मा, डाॅ. मनीषा वाजपेयी, शेफ संगीता धर, डाॅ.पामिल मोदी, सीमा चोर्डिया, हेमा वैष्णव, अदिती राठौड़, ईशा मोहन, रेखा पंवार, जिया लालवानी, सुनीता नागर, आशा सेम्युअल दामले, विद्या टांक, संदीप कौर को डाॅ. गिरिजा व्यास, राजेश्वरी नरेन्द्रन, विशिष्ठ अतिथि डाॅ.सीमा सिंह, राजेश चुघ, डाॅ. ऋतु वैष्णव एवं रेडिसन ग्रीन होटल के महाप्रबन्धक विपुल मोहन ने स्मृतिचिन्ह एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया।

 
रोटरी क्लब उदय एवं वजूद एक पहिचान संस्थान ने किया 18 महिलाओं को सम्मानित

मेाटिवेशनल स्पीकर राजेश्वरी नरेन्द्रन ने कहा कि वर्तमान में अभिभावक अपनें बच्चों द्वारा मोबाईल जरा सी अतिरिक्त एक्टिविटी कियें जानें पर बहुत प्रसन्न होते है। उन्हें नहीं मालूम कि उनकें द्वारा व्यक्त की जा रही यह ख़ुशी उनके बच्चें के लिये भविष्य में घातक सिद्ध होगी।

वे आज रोटरी क्लब उदय एवं वजूद एक पहिचान नामक संस्था के संयुक्त तत्वावधान में मातृत्व दिवस के अवसर पर होटल रेडिसन ग्रीन में आयोजित ‘माँ तुसी ग्रेट हो अवार्ड’ कार्यक्रम में विशिष्ठ अतिथि के रूप में बोल रही थी। उन्होंनें कहा कि जीवन में अपने बच्चें को असफल होना भी सिखायें क्योंकि उसी असफलता में उनक जीवन की कामयाबी की सीढ़ी छुपी होती है। सफल होना अच्छी बात है लेकिन असफल होना बुरी बात नहीं है।

उन्होंने कहा की कहाँ माताओं को चाहियें कि वे जीवन में बच्चो को श्वासों के साथ-साथ जिन्दगी के मायने देना भी बहुत जरूरी है। माता-पिता स्वयं मोबाईल में व्यस्त रहते है। उन्हें यह नहीं मालूम रहता है कि उनकें बच्चें उनके पीछें क्या कर रहें है। यदि अभिभावक प्रतिदिन दिन में 3 बार 3-3 मिनिट बच्चें को दें तो बच्चों की जिन्दगी बदल जायेंगी।

इस अवसर पर राष्ट्रीय महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष डाॅ. गिरिजा व्यास ने कहा कि माँ शब्द बोंलतें ही मन में मिठास घुल जाती हैै। भारत में तो 365 ही दिन मदर्स डे मनाया जाता है। लेकिन विदेशों में इसें एक दिन मनाकर अपनें कर्तव्य की इतिश्री कर ली जाती है। मां के चरणों में शताब्दी को तब्दील करनें की ताकत होती है।

17 मातायें हुई सम्मानित – समारोंह में रोटरी क्लब उदय एवं वजूद एक पहचान संस्था की ओर से शहर की 17 महिलाओं विद्या मोहेल, ललिता पुरोहित, आईपीएस रानू शर्मा, प्रियंका जोधावत, दर्शना शर्मा, डाॅ. मनीषा वाजपेयी, शेफ संगीता धर, डाॅ.पामिल मोदी, सीमा चोर्डिया, हेमा वैष्णव, अदिती राठौड़, ईशा मोहन, रेखा पंवार, जिया लालवानी, सुनीता नागर, आशा सेम्युअल दामले, विद्या टांक, संदीप कौर को डाॅ. गिरिजा व्यास, राजेश्वरी नरेन्द्रन, विशिष्ठ अतिथि डाॅ.सीमा सिंह, राजेश चुघ, डाॅ. ऋतु वैष्णव एवं रेडिसन ग्रीन होटल के महाप्रबन्धक विपुल मोहन ने स्मृतिचिन्ह एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया।

प्रारम्भ में वजूद संस्था की संस्थापक डॉ ऋतु वैष्णव ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि महिला को ईश्वर का दिया हुआ नाम मां है। मां प्रकृति का अनुपम उपहार है और यह उपहार हर मां लेना चाहती है। इस अवसर पर रोटरी क्लब उदय के अध्यक्ष राजेश चुघ एवं विशिष्ठ अतिथि डाॅ. सीमा सिंह ने भी समारोह को संबोधित किया। कार्यक्रम में यश एवं युग भटनागर ने मां पर रचित गीत की सामूहिक प्रस्तुति दी। अंत में राजेश चुघ ने आभार ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन शालिनी भटनागर ने किया।

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