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RPSC पेपर लीक मामला: बाबूलाल कटरा ने कांग्रेस नेता पर लगाए आरोप

आरोपों के बाद नेता ने एक वीडियो जारी कर अपनी सफाई दी
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उदयपुर 31 दिसंबर 202। पेपर लीक मामले में RPSC के पूर्व सदस्य बाबूलाल कटारा ने प्रवर्तन निदेशालय की पूछताछ के दौरान चौंकाने वाला खुलासा किया है। 

कटारा ने दावा किया कि RPSC सदस्य बनने के लिए उसने तत्कालीन डूंगरपुर जिला कांग्रेस अध्यक्ष दिनेश खोड़निया से एक करोड़ 20 लाख रुपये में सौदा किया था। कटारा के अनुसार, इस सौदे के तहत खोड़निया के सहयोगी अशोक जैन को 40 लाख रुपये दिए गए थे। कटारा ने यह भी कबूल किया कि यह राशि परीक्षाओं में अभ्यर्थियों को साक्षात्कार में चयनित कराने के बदले उनसे ली गई थी।

इन आरोपों के बाद दिनेश खोड़निया ने एक वीडियो जारी कर अपनी सफाई दी। खोड़निया ने स्पष्ट किया कि बाबूलाल कटारा से उनका कोई लेन-देन नहीं है और न ही उन्होंने कभी कटारा को RPSC सदस्य बनाने की कोई सिफारिश की थी। उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी ही पार्टी के कुछ नेता उनकी छवि खराब करने के लिए साजिश रच रहे हैं। खोड़निया ने कहा कि वे जल्द ही ऐसे नेताओं के नाम सार्वजनिक करेंगे और पार्टी आलाकमान के सामने अपना पक्ष रखेंगे।

खोड़निया ने यह भी कहा कि पेपर लीक प्रकरण में ED और ट्रिब्यूनल कोर्ट दोनों ने उन्हें बरी कर दिया है। उन्होंने बताया कि जब बाबूलाल कटारा के माध्यम से उनका नाम इस मामले में सामने आया, तब ED ने उनके घर और संस्थानों पर छापे मारे और उनसे कई बार पूछताछ की गई। करीब ढाई साल तक चली जांच के बाद ED ने उन्हें क्लीन चिट दी। इसके साथ ही भारत सरकार की ट्रिब्यूनल कोर्ट ने भी उन्हें बाइज्जत बरी करते हुए उनके घर से जब्त किए गए 24 लाख रुपये लौटाने के आदेश दिए।

खोड़निया ने दोहराया कि ED या किसी अन्य विभाग के पास उनके खिलाफ कोई सबूत नहीं है। उन्होंने कहा कि बाबूलाल कटारा से उनका कोई संबंध नहीं रहा है और न ही कभी उनसे इस विषय में कोई बातचीत हुई। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उन्होंने कटारा को RPSC सदस्य बनाने की सिफारिश कभी नहीं की।

खोड़निया ने कहा कि उन्होंने इस मामले में पहले भी जांच एजेंसियों का पूरा सहयोग किया है और आगे भी किसी भी प्रकार की जांच के लिए पूरी तरह तैयार हैं।