सरकारी कोटे से जाने वाले हजयात्रियों को सऊदी सरकार का झटका


सरकारी कोटे से जाने वाले हजयात्रियों को सऊदी सरकार का झटका

सरकारी कोटे से जाने वाले हजयात्रियों को सऊदी अरब सरकार ने तगड़ा झटका दिया है। ग्रीन केटेगिरी की केवल 12000 (बारह हज़ार) सीटों को ही कन्फर्म किया गया है, जबकि पूरे देश से ग्रीन कैटेगिरी में तीस हज़ार (30000) से अधिक यात्रियों ने आवेदन करके पैसे भी जमा करवा चुके है। दरअसल इसके पीछे की वजह मक्का में हरम शरीफ के पास चल रहे निर्माण कार्यो को बताया जा रहा है।

 
सरकारी कोटे से जाने वाले हजयात्रियों को सऊदी सरकार का झटका

सरकारी कोटे से जाने वाले हजयात्रियों को सऊदी अरब सरकार ने तगड़ा झटका दिया है। ग्रीन केटेगिरी की केवल 12000 (बारह हज़ार) सीटों को ही कन्फर्म किया गया है, जबकि पूरे देश से ग्रीन कैटेगिरी में तीस हज़ार (30000) से अधिक यात्रियों ने आवेदन करके पैसे भी जमा करवा चुके है। दरअसल इसके पीछे की वजह मक्का में हरम शरीफ के पास चल रहे निर्माण कार्यो को बताया जा रहा है।

सऊदी अरब सरकार के इस निर्णय के आदेश के बाद सेंट्रल हज कमिटी ऑफ़ इंडिया ने सभी राज्यों की स्टेट हज कमेटियों से ग्रीन कैटेगिरी के आवेदकों से अपनी कैटेगिरी को अज़ीज़िया में बदलने के लिए कहा है। शिफ्ट नहीं होने की स्थिति में देश भर के दस हज़ार सीटों के लिए कुर्रा निकाला जायेगा। कुर्रे में जिस आवेदक का नाम आएगा वही ग्रीन कैटेगिरी में हज यात्रा कर पायेगा। ऐसी स्थिति में कई हजयात्रियों को इस वर्ष निराशा का सामना करना पड़ सकता है।

राजस्थान स्टेट हज कमिटी के अधिशासी अधिकारी डॉ मेहमूद अली खान ने बताया की ग्रीन कैटेगिरी से अज़ीज़िया कैटेगिरी में बदलवाने वाले यात्रियो को बची हुई रकम लौटा दी जाएगी। राजस्थान से 70% यात्रियों ने ग्रीन कैटेगिरी में आवेदन कर रखा है।

उल्लेखनीय है की इस वर्ष पूरे देश से 1.30 लाख लोगो ने हज यात्रा के लिए सरकारी कोटे से आवेदन कर रखा है। राजस्थान के 5961 यात्री में से उदयपुर संभाग से 292 यात्रियों ने आवेदन किया है जिनमे से 154 यात्रियों ने ग्रीन कैटेगिरी के लिए आवेदन कर रखा है। जबकि 138 यात्रियों ने अज़ीज़िया कैटेगिरी में आवेदन कर रखा है। राज्य से इस वर्ष हजयात्रियों की संभावित पहली फ्लाइट 2 अगस्त से जयपुर से रवाना होगी।

To join us on Facebook Click Here and Subscribe to UdaipurTimes Broadcast channels on   GoogleNews |  Telegram |  Signal