एसबीआई में मर्ज होगी प्रदेश की 1100 एसबीबीजे की शाखाएं


एसबीआई में मर्ज होगी प्रदेश की 1100 एसबीबीजे की शाखाएं

प्रदेश के सबसे बड़े बैंक एसबीबीजे की लगभग 1100 शाखाएं 1 अप्रैल से देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई में मिल जाएंगी। विलय के साथ ही उदयपुर में एसबीबीजे के 3 लाख से ज्यादा ग्राहक एसबीआई के ग्राहक हो जाएंगे। खास बात यह है कि 1 अप्रेल से बैंक और उनकी शाखाओं में बोर्ड बदलने के अलावा कोई बदलाव नहीं होगा। अगले तीन माह तक एसबीबीजे के ग्राहकों की बैंकिंग यथावत रहेगी। जिन शाखाओं में उनके खाते हैं वही गृह शाखा कहलाएगी, साथ ही चैकबुक, पासबुक सहित सभी सुविधाएं भी उसी तरह काम करेंगी जिस तरह फिलहाल कर रही है। इस संबंध में निदेशालय से बैंक अधिकारियों को आदेश आ चुके हैं, 1 जुलाई से ग्राहकों की वास्तविक विलय प्रक्रिया शुरू हो पाएगी।

 

एसबीआई में मर्ज होगी प्रदेश की 1100 एसबीबीजे की शाखाएं

प्रदेश के सबसे बड़े बैंक एसबीबीजे की लगभग 1100 शाखाएं 1 अप्रैल से देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई में मिल जाएंगी। विलय के साथ ही उदयपुर में एसबीबीजे के 3 लाख से ज्यादा ग्राहक एसबीआई के ग्राहक हो जाएंगे। खास बात यह है कि 1 अप्रेल से बैंक और उनकी शाखाओं में बोर्ड बदलने के अलावा कोई बदलाव नहीं होगा। अगले तीन माह तक एसबीबीजे के ग्राहकों की बैंकिंग यथावत रहेगी। जिन शाखाओं में उनके खाते हैं वही गृह शाखा कहलाएगी, साथ ही चैकबुक, पासबुक सहित सभी सुविधाएं भी उसी तरह काम करेंगी जिस तरह फिलहाल कर रही है। इस संबंध में निदेशालय से बैंक अधिकारियों को आदेश आ चुके हैं, 1 जुलाई से ग्राहकों की वास्तविक विलय प्रक्रिया शुरू हो पाएगी।

जिले की एसबीबीजे की 64 शाखाएं हो जाएंगी एसबीआई की

विलय के बाद उदयपुर जिले में एसबीआई की 64 शाखाएं हो जाएंगी। फिलहाल यहां एसबीआई की 11 और एसबीबीजे की 53 शाखाएं हैं। इसके अतिरिक्त उदयपुर जोन में भीलवाड़ा भी शामिल हो जाएगा। फिलहाल उदयपुर जोन में उदयपुर सहित राजसमंद, बांसवाड़ा, डूंगरपुर, चित्तौड़गढ़, सिरोही और प्रतापगढ़ आता है।

5 से 7 शाखाएं हो सकती हैं बंद

विलय के साथ ही उदयपुर में एसबीबीजी की 5 से 7 शाखाएं बंद होने की संभावना है। विलय के चलते उदयपुर की वो शाखाएं बंद कर दी जाएंगी जिनकी नजदीकी शाखाएं एसबीआई है। ऐसे में उदयपुर में बडग़ांव, सेक्टर- 4, न्यू फतहपुरा, सेक्टर-11 सहित 5 से 7 शाखाएं बंद हो सकती हैं। इसके अतिरिक्त सेक्टर-4 स्थित स्टेट बैंक ऑफ पटियाला शाखा भी बंद कर दी जाएगी।

ग्राहकों को फायदा

खाता-एटीएम वही, चैकबुक में बदलाव, किसी भी अन्य बदलाव पर आएगा मैसेज एसबीबीजे के डीजीएम विनित कुमार के अनुसार एसबीआई में विलय होने के बाद भी एसबीबीजे के ग्राहकों के खाते वही रहेंगे। एटीएम कार्ड भी पहले जैसा ही काम करेगा। चैकबुक और पासबुक बदल जाएंगी। ऑनलाइन बैंकिंग प्रक्रिया में कोई बदलाव नहीं रहेगी। कुछ भी नई बातें आने पर उपभोक्ता के रजिस्टर्ड मोबाइल पर मैसेज आ जाएंगे। डीजीएम ने बताया कि विलय के साथ ही एसबीआई में लोन की दरें कम हो जाएंगी। दरें कितनी कम होंगी यह फिलहाल सुनिश्चित नहीं किया गया है। इससे ग्राहकों को राहत मिलेगी। वहीं ज्यादा शाखाएं और ज्यादा ग्राहक जुड़ने से विभिन्न प्रकार की बचत पर मिलने वाले ब्याज की दरों में भी गिरावट होने की संभावना है।

कर्मचारियों को भी फायदा, प्रदेश से बाहर नहीं होगा ट्रांसफर

एसबीबीजे डीजीएम ने बताया कि विलय के साथ ही जयपुर एसबीआई का 15वां सर्किल बन जाएगा। इस सर्किल के तहत राजस्थान की सभी शाखाएं आएंगी। ऐसे में जयपुर सर्किल होने से बैंक से जुड़े राजस्थान के कर्मचारियों का प्रदेश से बाहर ट्रांसफर नहीं होगा। प्रदेश के बाहर के कर्मचारी और अधिकारी राजस्थान में नहीं आएंगे। इससे प्रदेश के लगभग 3500 कर्मचारियों को फायदा होगा। विलय के साथ ही एसबीआई कर्मचारियों के लिए वीआरएस पॉलिसी ला रहा है। जानकारी के अनुसार जो कर्मचारी वीआरएस के लिए आवेदन करते हैं उन्हें उनकी शेष नौकरी का 50 प्रतिशत तक मिलने की संभावना है। हालांकि इससे जुड़ी नियम और शर्तें अभी स्पष्ट नहीं हुए हैं।

एसबीबीजे के डीजीएम विनित कुमार ने बताया कि विलय के बाद तीन माह तक व्यवस्था वैसी ही रहेगी। एसबीआई के एसबीआई स्टाफ फेडरेशन के काउंसिल सदस्य पीएस खींची ने बताया कि विलय होने के बाद एसबीआई की लगभग 64 शाखाएं उदयपुर में हो जाएंगी, वहीं 4 लाख से ज्यादा ग्राहक एसबीआई के हो जाएंगे।

Source: Dainik Bhaskar

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