
आज अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस के उपलक्ष्य में स्कूली बालिकाओं ने जिला कलक्टर, पुलिस अधीक्षक और पुलिस महा निरीक्षक से भेंट की और मुख्यमंत्री के नाम पत्र दिया| संत मेथ्यु स्कुल की बालिकाओं ने उदयपुर की कुछ स्वयं सेवी संस्थाओं विकल्प, ‘दी गार्डेन ऑफ़ होप एजुकेशन’, आपरी डीकरी रो हक़ और मुमकिन है, के साथ मिल कर जिला कलक्टर विकास भाले को पत्र सोंपा, साथ ही पुलिस अधीक्षक हरी प्रसाद शर्मा और पुलिस महा निरीक्षक टी. सी. डामोर से भी भेंट की| इस वर्ष विश्व में पहली बार अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया जा रहा है| लड़कियों के सम्मान में बढ़ोतरी करने, उनके अधिकारों को सुनीश्चित करने और लड़कियों की चुनौतियों को उजागर करने के लिए घोषित इस दिवस के लिए पहले वर्ष की थीम “बालविवाह” रखी गयी है| पूरे विश्व में बालविवाह लड़कियों के जीवन को प्रभावित कर रहा है, इसलिए बालविवाह को रोकने और इस कुप्रथा को ख़त्म करने के लिए यह एक वैशविक पहल है, इस अवसर पर हम मिलकर राजस्थान को बालविवाह से मुक्त बनाने और लड़कियों के बुनियादी अधिकारों को सूनिश्चित करने के प्रयास की शुरवात करे| बालविवाह लड़कियों और महिलाओं पर होने वाली हिंसा का एक बहुत बड़ा कारण है, साथ ही बालविवाह लड़कियों के मानवाधिकार का भी हनन है| आश्चर्य और दुःख की बात है कि राजस्थान कई मायनों में विश्व विख्यात है; परन्तु बालविवाह जैसी कुप्रथा से कलंकित भी है| उक्त विचार व्यक्त करते हुए प्रशासन से मिलने वाली बालिकाओ कि टोली ने अधिकारीयों से निवेदन किया कि बाल विवाह और महिलाओं पर हो रही घरेलु हिंसा के विरुद्ध कानूनों का पुर्णतः प्रचार प्रसार किया जाये एवं क़ानून को सख्ती से लागू किया जाये|